फिर हेरा फेरी
फिर हेरा फेरी 2006 में बनी एक हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसमे अक्षय कुमार, परेश रावल, सुनील शेट्टी, बिपाशा बसु और रिमी सेन मुख्य कलाकार के तौर पर नज़र आते हैं।
फिर हेरा फेरी | |
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फिर हेरा फेरी का पोस्टर | |
निर्देशक | नीरज वोरा |
लेखक | नीरज वोरा |
निर्माता | फिरोज़ नाडियाडवाला |
अभिनेता |
अक्षय कुमार परेश रावल सुनील शेट्टी बिपाशा बसु रिमी सेन |
कथावाचक | नाना पाटेकर |
छायाकार | वेलराज |
संपादक |
दिवाकर पी. भोंसले विरेन्द्र घरसे |
संगीतकार | हिमेश रेशमिया |
निर्माण कंपनी |
बेस इन्डस्ट्रीज़ |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
लागत | ₹18 करोड़ |
कुल कारोबार | ₹90 करोड़ |
यह नीरज वोरा द्वारा लिखित और निर्देशित है। यह फिल्म हेरा फेरी की अगली कड़ी और हेरा फेरी शृंखला की दूसरी किस्त के रूप में जारी हुई। यह फ़िल्म एक बड़ी व्यावसायिक सफलता थी।[1]
संक्षेप
संपादित करेंहेरा फेरी के अंत में, राजू (अक्षय कुमार), घनश्याम, उर्फ़ श्याम (सुनील शेट्टी) और बाबूराव गणपतराव आप्टे (परेश रावल) की तिकड़ी अमीर और पैसों से लबालब हो जाती है। अब इस फिल्म की शुरुआत में बताया जाता है कि श्याम ने एक दुर्घटना में अपने एकमात्र प्यार अनुराधा शिवशंकर पणिकर (तब्बू) को खो दिया जबकि राजू ने अपनी बीमार माँ (सुलभा आर्या) को खो दिया। अब तीनों व्यक्ति एक विशाल हवेली में शानदार जीवन जी रहे हैं और विभिन्न विलासिता पर पैसा खर्च कर रहे हैं। एक दिन राजू को एक महिला, अनुराधा (बिपाशा बसु) से 21 दिनों में अपनी संपत्ति दोगुनी करने के एक विचार के बारे में पता चलता है। वह फिर बाद में श्याम और बाबू को इसके लिए राजी कर लेती है। राजू पहले श्याम और बाबू से 30 लाख रुपये और फिर उनकी हवेली बेचकर 50 लाख रुपये का इंतजाम करता है। वह एक छोटे-मोटे गुंडे पप्पू (राजपाल यादव) से बाकी 20 लाख रुपये लेता है। ताकि वह 1 करोड़ रुपये की न्यूनतम जमा राशि जुटा सके। तीनों पैसे का निवेश करते हैं और 21 दिन बाद उन्हें पता चलता है कि यह सब एक घोटाला था। अब उन्हें एक चॉल में रहना पड़ता है। अगले दिन पप्पू अपने हिस्से के पैसे लेने के लिए हवेली में आता है। लेकिन वह यह जानकर चौंक जाता है कि राजू चला गया है और हवेली अब एक पारसी आदमी के पास है। पप्पू अब मुसीबत में होता है क्योंकि उसने एक तुतलाने वाले, लेकिन खूंखार गैंगस्टर, तिवारी (शरत सक्सेना) से पैसे उधार लिए थे। एक दिन उसकी मुलाकात राजू से होती है और वो तीनों को तिवारी के पास ले जाता है। तिवारी उन्हें धमकाता है और कहता है कि उन्हें पैसे लेकर आना होगा वरना उन्हें मार दिया जाएगा। हालाँकि, तीनों भागने में सफल हो जाते हैं।
राजू, श्याम और बाबू शहर छोड़ने वाले होते हैं लेकिन राजू को याद आता है कि उसे अंजलि (रिमी सेन) के पैसे वापिस देने हैं। तीनों उसके घर जाते हैं और यह देखकर हैरान हो जाते हैं कि वह पप्पू की बहन है। तिवारी के गुर्गे आते हैं और अंजलि का अपहरण कर लेते हैं क्योंकि पप्पू ने पैसे वापस नहीं किए हैं। खुद को दोषी मानते हुए कि उसने ही अंजलि को फंसाया है, राजू फैसला करता है की वह उसे बचायेगा। श्याम और बाबू उसके बिना जाने से इनकार कर देते हैं और उसका साथ देने का फैसला करते हैं। तीनों तिवारी के पास लौटते हैं और उससे अंजलि को छोड़ने का अनुरोध करते हैं। राजू, श्याम और बाबू के पास अब तिवारी को ₹40 लाख देने के लिए तीन दिन होते हैं। राजू अपने पड़ोसी मुन्ना भाई (जॉनी लीवर) को दूसरे गैंगस्टर नानजी भाई (मिलिंद गुनाजी) से ड्रग्स चुराने की साजिश रचते हुए सुनता है और मान लेता है कि वे पैसे चुराने की बात कर रहे हैं। राजू और ये तिकड़ी मुन्ना भाई से चोरी करने की योजना बनाते हैं। तीनों मुश्किल से सफल होते हैं लेकिन जब उन्हें अंदर पैसे नहीं मिलते तो वे भ्रमित हो जाते हैं। राजू ड्रग्स जैसी चीज़ों की पहचान करता है और श्याम और बाबू को बताता है कि उनकी कीमत कम से कम ₹3 करोड़ है। उनका मानना है कि अगर वे उन्हें ड्रग डीलर कचरा सेठ (मनोज जोशी) को बेचकर तिवारी को पैसे दे सकें, तो वे भी अमीर बन सकते हैं। फिर तीनों को अनुराधा मिलती है और वह उन्हें बताती है कि पूरा घोटाला कबीरा (पहली हेरा फेरी का गैंगस्टर) और उसके करीबी सहयोगी छोटा चेतन ने तीनों से बदला लेने के लिए रचा था। वह उसकी भतीजी को बंधक बनाकर रखे हुए थे इसलिए उसने ये सब किया। इस बीच, मुन्ना भाई के गुर्गे उन तीनों द्वारा चुराई गई नशीली दवाओं को ढूंढ लेते हैं और उन्हें वापस ले लेते हैं। तिवारी के गुर्गे अनुराधा और अंजलि को अगवा कर लेते हैं।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- अक्षय कुमार — राजू
- सुनील शेट्टी — घनश्याम "श्याम"
- परेश रावल — बाबूराव गणपतराव आप्टे
- बिपाशा बसु — अनुराधा
- रिमी सेन — अंजलि
- जॉनी लीवर — मुन्ना भाई
- राजपाल यादव — पप्पू
- शरत सक्सेना — तिवारी
- मनोज जोशी — कचरा सेठ
- मिलिंद गुनाजी — नानजी भाई
- रज़ाक ख़ान — छोटा चेतन
- रवि किशन — छोटे
- टीकू तलसानिया — पुलिस इंस्पेक्टर
- दीया मिर्ज़ा — "प्यार की चटनी" गीत में
संगीत
संपादित करेंसभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत हिमेश रेशमिया द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "मुझको याद सताए तेरी" | हिमेश रेशमिया | 4:39 |
2. | "ऐ मेरी ज़ोहराजबीं" | हिमेश रेशमिया | 5:23 |
3. | "दिल दे दिया" | सुनिधि चौहान, कुणाल गांजावाला | 6:15 |
4. | "फिर हेरा फेरी" | शान, सोनू निगम | 5:40 |
5. | "दिल नइयो माने रे" | हिमेश रेशमिया, तुलसी कुमार | 4:51 |
6. | "प्यार की चटनी" | सुनिधि चौहान | 5:38 |
नामांकन और पुरस्कार
संपादित करेंवर्ष | नामित कार्य | पुरस्कार | परिणाम |
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2007 | परेश रावल | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता पुरस्कार | नामित |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Hera Pheri सीरीज़ क्यों है खास? पहली दो फिल्मों के बजट से लेकर कमाई तक, जानें सब कुछ". TV9 भारतवर्ष. 22 फरवरी 2023. अभिगमन तिथि 4 सितम्बर 2024.