भारतीय नेपाली या भारतीय गोरखा वे लोग हैं जो मूल रूप से नेपाली भाषा को व्यवहार में लाते हैं। भारत में इस समुदाय का इतिहास बहुत पुराना है। इनका पहला ऐतिहासिक आधार खस साम्राज्य है जो तिब्बत के मानसरोवर से होते हुए पश्चिम नेपाल, वर्तमान भारत का उत्तराखंड जिला, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश का पहाड़ी इलाका, पूर्वी भारत में ब्रहमपुत्र की घाटी से मेघालय के खसिया पहाड़ तक माना जाता है। भारत में नेपाली भाषी गोर्खा समाज के उदय का दूसरा कारण सन् 1815 में नेपाल तथा ब्रिटिश भारत के मध्य हस्ताक्षरित सुगौली संधि है जिसके अंतर्गत नेपाल के वृहत भू-भाग को भारत में मिलाया गया। इस संधि के तहत इन प्रांतों में वसोवास करने वाली लाखों नेपाली जनता मिट्टी के साथ भारतीय नागरिक बन गई। इसका तीरा कारण भारतीय सेना है जिसमें मुख्य रूप से सिख फौज, गोर्खा फौज तथा असम लाइट इंफेंट्री आती हैं। भारत के विभिन्न भागों में बसने वाली नेपाली भाषी गोर्खा नागरिक इनकी संतानें हैं। अंग्रेजी शासन के तहत नेपाल से कई मजदूर करार करके दार्जीलिङ के चाय बागानों में काम करवाने के लिए लाए गए। वर्तमान भारतीय गोर्खाओं का कुछ हिस्सा इनकी संतानें हैं। गोर्खा भारत के पुख्ता नागरिक हैं। यह समुदाय आर्य एवं तिब्बती-बर्मी समुदायों का मिला-जुला रूप है। यह शांतिप्रिय, इमान्दार एवं वीरता के प्रतीक हैं। भारत की सीमाओं की सुरक्षा में गोर्खाओं की बहुत बड़ी भूमिका है। देश के विकास में इस समुदाय की भूमिका को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। भारत में गोर्खा समुदाय मूल रूप में सिक्किम, दार्जीलिङ, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, उत्तराखंड, दिल्ली, बनारस, के साथ-साथ आज सभी राज्यों एवं शहरों में पाए जाते हैं। वर्तमान में भारत के कई बड़े शहरों में भी नेपाली भाषी गोर्खाओं की बहुलता पाई जाती है, मुख्यत: दिल्ली, कोलकाता, बैंगलोर, मुम्बई, चेन्नई, हैदराबाद और विशाखपटनम। ये लोग नेपाली भाषा के अलावा भी कई भाषाएँ बोलते हैं। नेपाली भाषा भारत के कार्यालयी भाषाओं में से एक है। इतिहास में नेपाल अधिराज्य के वह भाग जो ब्रिटिश राज के समय भारत में आ गए, उनमें से कुछ राज्य व स्थान हैं -पश्चिम बंगाल का दार्जीलिंग जिला जो सिक्किम का भू-भाग था और कुछ समय के लिए नेपाल का भी भू-भाग रहा- देहरादून, मौसुरी, नैनीताल, उत्तराखंड का अधिकतम भाग आदि। सिक्किम एक मात्र ऐसा राज्य है जहाँ मुख्य रूप से नेपाली निवास करते हैं जो 1975 में भारत का हिस्सा बना। भारत में नेपाली साहित्य का विपूल भंडार मौजूद है। हजारों कलमकार आज इसके सृजन में लगे हुए हैं। प्रत्येक वर्ष भारतीय नेपाली में लिखे गए श्रेष्ठ साहित्य को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

भारतीय नेपाली
विशेष निवासक्षेत्र
सिक्किम · पश्चिम बंगाल · उत्तराखण्ड · हिमाचल प्रदेश • असम
भाषाएँ
नेपाली · हिन्दी · अंग्रेजी
धर्म
हिन्दु · सर्वात्मवाद · बौद्ध · इसाई

प्रसिद्ध भारतीय नेपाली

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  • भरत - भारतीय हॉकी टिम का कप्तान।
  • दुर्गा मल्ल - भारतीय स्वतन्त्रता सेनानी (उनकी प्रतिमा भारत के संसद भवन में लगी है)
  • कप्तान राम सिंह ठकुरी - एक भारतीय स्वतन्त्रता सेनानी, भारतीय राष्ट्रगान जन-गण-मन के हाल के संगीत के संस्करण के संगीतकार और रचनाकार। जब दुर्गा मल्ल भारतीय राष्ट्रीय *आर्मी में थें तब उन्होंने देशभक्ति गीत "कदम-कदम बढ़ाए जा..." और "सब सुख चैन..." कि भी रचना की थी।
  • सिस्टर निर्मला - मदर टेरेसा का अनुगमन करने वाली।
  • मनीषा कोइराला - भारतीय चलचित्र अभिनेत्री
  • माला सिन्हा - भारतीय चलचित्र अभिनेत्री
  • जीतू राय - सुटर
  • नर बहादुर भण्डारी - सिक्किम के भूतपुर्व मुख्यमन्त्री
  • पवन कुमार चामलिंग - सिक्किम के मुख्यमन्त्री
  • सुनील छेत्री - फुटबॉल खिलाड़ी
  • शिवा थापा - मुक्केबाज
  • बिनोद प्रधान - हिन्दी चलचित्र के छायाकार
  • पूर्णिमा (सुष्मा श्रेष्ठ) - हिन्दी चलचित्र पार्श्वगायक।
  • प्रशान्त तमांग - इन्डियन आइडल3 के विजेता, गायक और अभिनेता
  • आचार्य बालकृष्ण पतंजलि आयुर्वेद के अध्यक्ष । ‌‌‌‌‌‌ ‌
  • संजू प्रधान - फुटबॉल खिलाड़ी
  • उदित नारायण - प्रसिद्ध गायक
  • इन्द्रबहादुर राई - साहित्यकार
  • आदित्य नारायण - गायक और हिन्दी चलचित्र अभिनेता
  • निरंजन सिंह क्षेत्री- स्वतंत्रता की लड़ाई में मणिपुर में शहीद।
  • हेलेन लेप्चा, मेजर धनसिंह थापा, इंद्राणी थापा, सावित्री थापा -शहीद
  • गोपालसिंह नेपाली - भारतीय नेपाली रचनाकार
  • डॉ. इंद्र बहादुर राई, लीलबहादुर क्षत्री, वीणा हाङ्खिम, नव सापकोटा- भारतीय नेपाली साहित्य के स्तंभ
  • डॉ. गोमा देवी शर्मा-भारतीय नेपाली साहित्य की रचनाकार एवं इतिहासकार (नेपाली एवं हिंदी लेखक)

इन्हें भी देखें

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