मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव २०१८भारत के राज्य मध्य प्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा के निर्वाचन हेतु २८ नवंबर, २०१८ को एकमेव चरण में सम्पन्न हुए। इन चुनावों का परिणाम ११ दिसंबर, २०१८ को चार अन्य राज्यों यथा राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिज़ोरम के चुनाव परिणामों के साथ घोषित किए गए।
इन चुनावों के परिणामस्वरूप मध्यप्रदेश में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति निर्मित हुई। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने सदन के सबसे बड़े दल होने के नाते बसपा, सपा एवं निर्दलीयों के सहयोग से राज्य में सरकार का गठन किया; इसी के साथ राज्य में पिछले १५ वर्षों से निरंतर चल रहे भारतीय जनता पार्टी के शासन का अंत हुआ।
मध्यप्रदेश में उपचुनाव उस समय आवश्यक हो गए जब मार्च २०२० में कांग्रेस पार्टी के ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के 6 मंत्रियों सहित 22 विधायकोंं ने कमल नाथ सरकार से अपना समर्थन वापस लेते हुए विधायक पद से इस्तीफा देते हुए भाजपा मे शामिल हो गए। बाद में 3 और विधायक भाजपा मे शामिल हो गए तथा 3 सीटें विधायकों के निधन से ख़ाली हो गई।[3][4]
१० नवंबर को आए नतीजों में २८ में से भाजपा को १९ तथा कांग्रेस को ९ सीटों पर जीत मिली। इस प्रकार आठ महीने पुरानी शिवराज सरकार को सदन में स्पष्ट बहुमत प्राप्त हो गया।