वार्ता:सीआईडी (धारावाहिक)
यह पृष्ठ सीआईडी (धारावाहिक) लेख के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें। | ||
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लेखन संबंधी नीतियाँ
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- निम्नलिखित निर्वाचित लेख नामांकन का पुरालेख है। कृपया इसमें बदलाव ना करें। अगर आप को इस नामांकन से संबंधित कोई टिप्पणी करनी है तो अपनी टिप्पणी लेख के वार्ता पृष्ठ या विकिपीडिया वार्ता:निर्वाचित लेख उम्मीदवार पर छोड़ें। अब इस अनुभाग में किसी भी प्रकार का कोई सम्पादन नहीं होना चाहिए।
यह लेख 02:58, गुरुवार दिसम्बर 26, 2024 (UTC) को सदस्य:अजीत कुमार तिवारी द्वारा पदोन्नत किया गया।
अनुक्रम
मैंने आज लेख को देखा। इसे नामांकित करने के बाद अब तक बहुत सुधार हो चुके हैं अतः इसकी समीक्षा करना आवश्यक है। लेकिन लेख वर्तमान में निर्वाचित होने से काफी दूर है। कुछ प्राथमिक सुझाव निम्न प्रकार हैं:
- लेख के ज्ञानसन्दूक में "लेखक" के आगे एक बहुत बड़ी सूची दी गयी है। क्या इसे इतने लेखकों ने मिलकर लिखा है? यदि हाँ, तो ऐसे विषय का नीचे एक अनुभाग में पूर्ण वर्णन करना आवश्यक है।
- उपरोक्त कारण "छायांकन" के साथ भी लागू होता है।
- लेख की भूमिका, लेख का सारांश होती है अतः इसमें कोई भी सन्दर्भ नहीं होना चाहिए। भूमिका में लेख के अन्दर वर्णित सभी विषयों की संक्षिप्त जानकारी होनी चाहिए। आप लेख की वर्तमान भूमिका का विस्तार कर सकते हो।
- कहानी अनुभाग में भाषा स्पष्ट नहीं है। जैसे:
- पहला वाक्य अर्थहीन है।
- "इसमें हर बार एक ....... कहानी अलग है।" अपने आप में विरोधाभाषी वाक्य है।
- सामान्यतः कोष्टक के अन्दर () वो बातें लिखी जाती हैं जो वाक्य को समझने के लिए जरूरी हों लेकिन वाक्य से सम्बन्ध नहीं रखती हों। उदाहरण:
- उन्होंने (नाराजगी से) मेरी तरफ देखा।
- फ़िल्म की कहानी कखग (अभिनेता का नाम) से आरम्भ होती है।
- उपरोक्त उदाहरण वाक्यों में वाक्य को समझने के लिए कोष्टक का प्रयोग किया गया है। कोष्टक हटाने पर भी वाक्य पूर्ण ही होगा लेकिन अपना भाव पूर्ण रूप से समझाने में समर्थ नहीं होगा लेकिन लेख के कहानी अनुभाग में एक वाक्य में शुरूआत में कोष्टक में (आदित्य श्रीवास्तव) लिखा है। इसका कोई अर्थ नहीं बन पा रहा।
- निर्माण अनुभाग में पूरे अवतरण में (जो काफी बड़ा है) केवल २ सन्दर्भ हैं। इससे ऐसा लगता है जैसे निर्माण के बारे में आपने इन दो अंग्रेज़ी पृष्ठों से केवल तथ्यों का अनुवाद किया है लेकिन एक निष्पक्ष परिपेक्ष्य के रूप में देखने पर इसमें अतिरिक्त सन्दर्भों की आवश्यकता है।
- स्थान नामक अनुभाग में ऐसा लग रहा है जैसे सबकुछ बहुत संक्षिप्त लिखा गया हो। इसमें थोड़ा और भी विस्तार किया जा सकता है।
- प्रसारण में पहला ही वाक्य है कि "२१ जनवरी १९९८ को पहली बार इसका प्रसारण सोनी में हुआ।" इससे ये तो समझ में आता है कि इसका पहला एपिसोड (पहला दिन) सोनी पर प्रसारित हुआ लेकिन सोनी क्या है? सोनी किसी सिनेमाघर का नाम है अथवा प्रसारण कम्पनी का नाम है अथवा डीवीडी निर्माता का नाम है अथवा किसी नाटक कला केन्द्र का नाम है? इसे विकि-लिंक भी करें। इसके साथ ही इस वाक्या से ऐसा भी लगता है कि इसके अलावा और जगहों पर भी इसका प्रसारण किया गया। हाँ और नहीं, दोनों ही परिस्थितियों में सुधार आवश्यक है।
- वैसे तो कलाकार अनुभाग के लिए आपने एक अलग से लेख बना दिया लेकिन अलग से बनाये गए लेख में कलाकारों की संख्या इस अनुभाग से भी कम है। अतः इस अनुभाग में आपने किस आधार पर कलाकारों के नाम रखने का निर्णय लिया?
- विशेष उपस्थिति अनुभाग पर भी उपरोक्त प्रश्न लागू होता है।
- लेख के सन्दर्भ देने के लिए कृपया {{cite web}}, {{cite news}}, {{cite book}} जैसे साँचों को काम में लो। इनमें
|title=
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नामक प्राचलों का ढ़ंग से उपयोग करो। title में सन्दर्भ पाठ का वर्तमान शीर्षक आयेगा जबकि trans_title केवल उन परिस्थितियों में काम में लिया जाना चाहिए जब सन्दर्भ के रूप में दी गयी वेबसाइट/समाचार/पुस्तक हिन्दी के अलावा अन्य किसी भाषा में हो। अन्य भाषा की स्थिति में एक अन्य प्राचल|language=
को भी काम में लेना आवश्यक है। - वर्तमान में टूल्स_सर्वर को wfmlabs पर स्थानान्तरित कर दिया गया है अतः {{निर्वाचन उपकरण}} साँचे में दी गयी कड़ियों में उचित बदलाव की आवश्यकता है। इस स्थिति में मैं टूटी हुई सन्दर्भ कड़ियाँ जाँचने में असमर्थ हूँ। लेकिन बहुत से सन्दर्भों (उदाहरण के लिए पहला सन्दर्भ) की कड़ियाँ टूटी हुई हैं। अतः उन कड़ियों को बदलें अथवा सम्बंधित पुरालेख_मशीन से कड़ी लें।
- बाहरी कड़ियाँ अनुभाग में "आधिकारिक जालस्थल" (हिन्दी एवं अंग्रेज़ी दोनों) की कड़ी भी टूटी हुई प्रतीत हो रही है। कृपया इसे सुधारें।
- लेख में जुड़े चित्र चित्र:C.I.D. (TV series).png पर "Fair use image data" अनुभाग में लेख की कड़ी दें अन्यथा चित्र गैर मुक्त होने के कारण हटाया जा सकता है।
ये प्रथम चरण है। ये सुधार पूर्ण होने के बाद आगे की टिप्पणियाँ की जायेंगी।☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:00, 8 जुलाई 2015 (UTC)उत्तर दें
- @Sfic: कृपया इसमें आगे बढ़ें। मुखपृष्ठ पर निर्वाचित लेख को बदले एक वर्ष के लगभग समय हो चुका है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 20:25, 26 अप्रैल 2016 (UTC)उत्तर दें
- @संजीव कुमार: जी, पहले और दूसरे सुझाव में आपने लेखक और छायांकन के बारे में अनुभाग में डालने के लिए सुझाव दिया है। क्या मैं इसे "कलाकार" अनुभाग में डाल सकता हूँ? वैसे यदि "सन्दर्भ जोड़ें" में
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भी होता तो काम बहुत आसान हो जाता। --Sfic (वार्ता) 03:55, 27 अप्रैल 2016 (UTC)उत्तर दें- बिल्कुल कर सकते हो।
|trans_title
को "सन्दर्भ जोडें" में जोड़ने का कार्य सत्यम् जी कर सकते हैं।☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:58, 27 अप्रैल 2016 (UTC)उत्तर दें- @संजीव कुमार: जी, 1, 2, 3, 4, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13 हो गया। 5 और 6 के लिए अधिक स्रोत नहीं मिल रहा है। --Sfic (वार्ता) 07:59, 8 जुलाई 2016 (UTC)उत्तर दें
- @Sfic: जी, नीचे मैंने भाषा सम्बन्धी कुछ सुझाव रखें हैं, कंटेंट की समीक्षा में ऊपर लिखे बिंदुओं और सुधारों के लिये संजीव जी से आग्रह करता हूँ कि उपरोक्त सुधारों के बाद लेख का पुनः अवलोकन करें। --सत्यम् मिश्र बातचीत 14:33, 17 जुलाई 2016 (UTC)उत्तर दें
- @संजीव कुमार: जी, 1, 2, 3, 4, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13 हो गया। 5 और 6 के लिए अधिक स्रोत नहीं मिल रहा है। --Sfic (वार्ता) 07:59, 8 जुलाई 2016 (UTC)उत्तर दें
- बिल्कुल कर सकते हो।
- @संजीव कुमार: जी, पहले और दूसरे सुझाव में आपने लेखक और छायांकन के बारे में अनुभाग में डालने के लिए सुझाव दिया है। क्या मैं इसे "कलाकार" अनुभाग में डाल सकता हूँ? वैसे यदि "सन्दर्भ जोड़ें" में
भाषा एवं वर्तनी सम्बन्धी सुधार
संपादित करेंलेख को निर्वाचित बनाने के क्रम में भाषा एवं वर्तनी सम्बन्धी परिष्कार हेतु कुछ बिंदु निम्नवत हैं:
- अनुभाग १
- कहानी
- यह कहानी एपीसी प्रद्युमन (शिवाजी साटम) से शुरू होती है। जो अपने दायित्व के कारण अपने अपराधी बेटे नकुल (राहील आज़म) को गोली मार देते हैं।
- (दोनों वाक्य एक साथ जुड़े हैं बीच का पूर्ण विराम नहीं रहेगा)
- जिसमें बच्चे को कुछ नहीं होता है, लेकिन उसे चोट लग जाती है।
- (??)
- उसे बाद में पता चलता है कि वह एक अपराधी है।
- ('किसे पता चला' और 'कौन अपराधी है' ??)
- वह सीआईडी के कई तरह से मदद करता है और एसीपी प्रद्युमान उसे सीआईडी में जुड़ने के लिए कहता है।
- वह सीआईडी "की" कई तरह से मदद करता है और एसीपी प्रद्युमन उसे सीआईडी "से" जुड़ने के लिए कहता है।
इस अनुभाग के सारे सुधार पूर्ण हो गए
- अनुभाग २
- निर्माण
- सीआईडी श्रृंखला के निर्माता बृजेन्द्र पाल सिंह ने १९७३ से १९८३ तक दूरदर्शन पर एक कैमरामैन के रूप में काम कर रहे थे।[1] इसी दौरान उन्हें एक जासूसी धारावाहिक बनाने का विचार आया।
- (पहला वाक्य अधूरा है, दूसरे से जोड़कर एकसाथ लिखें।)
- तब से उन्होंने इस धारावाहिक के अवधारणा ...
- "के" → "की" अवधारणा ...
- फिल्म के साथ-साथ वे अपने नए धारावाहिक की भी तैयारी में लगे हुए थे।
- फिल्म के साथ-साथ वे अपने नए धारावाहिक की तैयारी में भी लगे रहे।
- वहाँ वे केवल कुछ पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत की और उनके द्वारा हल किए गए मामलों और उनकी जासूसी की शैली के विषय में भी अच्छे से जाना।
- (सुधारें, "केवल" का प्रयोग किस चीज के लिये है??)
- ...लिखित जासूसी उपन्यास को भी...
- ...लिखित एक जासूसी उपन्यास को भी...
- ...कहानी की शैली, उन्हें बहुत पसंद आई
- ..कहानी की शैली उन्हें बहुत पसंद आई
- वे चाहते थे की इसकी कहानी पूरी तरह सरल रहे।
- ("की" →"कि" )
- संजय शेट्टी जो सीआईडी के उत्पादन समूह के सदस्य है, ने दयानन्द शेट्टी को पात्र चुनाव के लिए चुना।
- (स्पष्ट नहीं है)
- उनके चरित्र श्रृंखला लोगों में के बीच सबसे लोकप्रिय है।
- (स्पष्ट नहीं)
- पात्र चुनाव के दौरान ही अन्य किरदारों को भी चुना गया। परंतु अन्य सभी किरदार बदलते रहते है
- (स्पष्ट नहीं)
इस अनुभाग में भी सुधार कर लिया
- अनुभाग ३
- स्थान
- ...अनेक भाग भारत के कई स्थानों में ...
- ... अनेक भाग भारत के कई "अन्य" स्थानों में ...
- इसके बाद आगरा और मधुरा में भी अगले एपिसोड का सुटिंग होगा।
- (मथुरा या मधुरा ?? और "शूटिंग होगी")
- कुछ भाग विदेशों में भी बनाया गया है
- (एकवचन/बहुवचन ??)
- तीन प्रकरण का निर्माण
- (एकवचन/बहुवचन ??)
इस अनुभाग के भी सारे सुधार पूर्ण हो गए।
- अनुभाग ४
- प्रसारण
- ...९:३० बजे देता था
- ("प्रसारित होता था" शायद अधिक ठीक होगा) इसे सभी जगह करना होगा।
- इसके निर्माताओं के अनुसार द कपिल शर्मा शो नया होने के कारण उसे और लोगों तक पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया है और सीआईडी जल्द ही फिर नए समय पर प्रसारित होने वाला है। इसके बाद यह ४ जून २०१६ से रात को १०:३० बजे फिर से प्रसारित होने लगा।
- (सुधार करें; पहला वाक्य भूतकाल में होगा, बात अब पुरानी हो चुकी है।)
- ...अन्य भारतीय भाषा में अनुवादित किया गया...
- (एकवचन/बहुवचन ??)
इस अनुभाग के भी सारे सुधार पूर्ण हो गए
भाषा के अलावा
संपादित करें- उन्होंने इस कीर्तिमान को बनाने से पहले १९८७ में मराठी कार्यक्रम एक शून्य शून्य को बिना रोके २२ मिनट का कार्यक्रम बना दिया। वर्ष २००२ में उन्होंने इस पर अपना कीर्तिमान बनाने के लिए गिनीज़ विश्व कीर्तिमान पुस्तक वालों से संपर्क किया। तब उन्हें पता चला की इसके लिए उन्हें २५ मिनट का बिना रुके कार्यक्रम तैयार करना होगा। उन्हें पता चला कि ८८ मिनट तक लगातार फिल्माकर रूसी वृत्त फिल्म यह कीर्तिमान बना चुकी है।
- (२२ + २५ = ४७ ही होगा फिर ये ८८ से कैसे तुलनीय है??)
पहले २४ मिनट था, उसके किसी ने इस कीर्तिमान को बना लिया और यह ८८ मिनट हो गया। इसे और स्पष्ट लिख दिया। --स (वार्ता) 08:57, 3 अप्रैल 2017 (UTC)उत्तर दें
- अनुभाग ८
- स्पेशल ब्यूरो
इस अनुभाग को थोड़ा और विस्तार दें। खासतौर पर शुरूआती परिचय और अधिक स्पष्ट होना चाहिये। यह बताया जाये कि यह भी एक सीरियल था।
- आगे के अनुभाग भी इन सुधारों के बाद पढ़ें और ऐसी त्रुटियाँ मिलने पर ठीक कर लें। --सत्यम् मिश्र बातचीत 14:28, 17 जुलाई 2016 (UTC)उत्तर दें
- PS:"प्रद्युमन" लगभग सभी जगह लिखा हुआ है, क्या इसे "प्रद्युम्न" होना चाहिये था??--सत्यम् मिश्र बातचीत 14:39, 17 जुलाई 2016 (UTC)उत्तर दें
- आगे के अनुभाग भी इन सुधारों के बाद पढ़ें और ऐसी त्रुटियाँ मिलने पर ठीक कर लें। --सत्यम् मिश्र बातचीत 14:28, 17 जुलाई 2016 (UTC)उत्तर दें
यह सभी सुधार हो चुके हैं। --स (वार्ता) 08:57, 3 अप्रैल 2017 (UTC)उत्तर दें
- @संजीव कुमार, अनिरुद्ध कुमार, SM7, अजीत कुमार तिवारी, और हिंदुस्थान वासी:व अन्य सदस्य लेख मे सभी जरूरी सुधार किए जा चुके है। अगर वर्तमान कोई किसी को लेख मे कोई कमी दिख रही हो या उन्हे समीक्षा करनी हो तो कर ले। किसी के विरोध न होने पर इसे निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा।--जयप्रकाश >>> वार्ता 18:12, 24 दिसम्बर 2017 (UTC)उत्तर दें
- जो सुधार ऊपर सुझावित थे (मेरे द्वारा) उनके पूरा होने के बाद मेरा समर्थन है। एक बार देखकर संबंधित निर्वाचन हेतु चर्चा में लेख देता हूँ। यदि कोई और आपत्ति नहीं आती तो इसे निर्वाचित घोषित किया जा सकता है। --SM7--बातचीत-- 20:49, 24 दिसम्बर 2017 (UTC)उत्तर दें
- @संजीव कुमार, अनिरुद्ध कुमार, SM7, अजीत कुमार तिवारी, और हिंदुस्थान वासी:व अन्य सदस्य लेख मे सभी जरूरी सुधार किए जा चुके है। अगर वर्तमान कोई किसी को लेख मे कोई कमी दिख रही हो या उन्हे समीक्षा करनी हो तो कर ले। किसी के विरोध न होने पर इसे निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा।--जयप्रकाश >>> वार्ता 18:12, 24 दिसम्बर 2017 (UTC)उत्तर दें
@Jayprakash12345, स, और SM7: मेरी पिछली समीक्षा के पश्चात् मैं पुनः समीक्षा नहीं कर पाया था। अब आज समीक्षा के कुछ भागों पर पुनः ध्यान केन्द्रित कर रहा हूँ:
- लेख में धारावाहिक द्वारा पूरे किये गये वर्षों का विवरण है जो अभी पुराना हो चुका है क्योंकि अब यदि धारावाहिक चल रहा है तो २०१७ में १९ वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। कृपया भूमिका एवं ज्ञानसन्दूक में अद्यतन करें। यदि भूमिका में १-२ पंक्ति और भी जोड़ दी जाये तो कोई समस्या नहीं है।
- विशेष उपस्थिति नामक अनुभाग में अन्तिम तथ्य में तिथि नहीं दी गयी है। क्या पूरे जनवरी माह के सभी प्रकरणों में ऐसा हुआ?
- लेख में औरंगाबाद और मनाली की कड़ियाँ दी गयी हैं जो बहुविकल्पी पृष्ठों पर जाती हैं। कृपया इन्हें ठीक करें।
- ऐसे किसी लेख की कड़ी भी होनी चाहिये।
- जहाँ तक मेरा अनुमान है, सीआईडी धारावाहिक के विभिन्न प्रकरणों के उपनाम भी होते हैं जैसे: २०१५ में इसका नाम छोटे हीरो था, २०१६ में करो या मरो आदि।
☆★संजीव कुमार (✉✉) 03:00, 25 दिसम्बर 2017 (UTC)उत्तर दें
- संजीव जी, 5वें सुझाव के अलावा सभी पूरा हो गया। सीआईडी के हर प्रकरणों के अलग अलग नाम होते हैं, इस कारण उन सभी का उल्लेख करना कठिन होगा। पर कुछ प्रकरणों का उल्लेख लेख में है, जैसे विश्व कीर्तिमान बनाने वाले एपिसोड आदि। --स (वार्ता) 18:25, 31 दिसम्बर 2017 (UTC)उत्तर दें
इस प्रोग्राम में जहां cid की टीम तरह तरह के क्राइम को सॉल्व कर अपराधी को पकड़ती है। इससे उसके द्वारा की गई गलती का पता भी बताया जाता है लेकिन समाज मे सभी तरह की मानसिकता के लोग निवास करते है। जो आपराधिक प्रवति के लोग है उन्हें अपराध के अलग अलग तरीके भी पता चल रहे है और उसमें होने वाली गलतियों पर तो cid की टीम प्रकाश डाल ही रही है। मेरे विचार से इसमे उन लोगो के भी संदेशो को सम्मलित किया जाना चाहिए जिन्होंने अपराध की दुनियां को छोड़ कर समाज मे सकारत्मक कार्य किया। Binnurore (वार्ता) 18:11, 27 फ़रवरी 2018 (UTC)उत्तर दें
- सीआईडी स्पेशल ब्यूरो अनुभाग में लिंग व काल आदि में कई अशुद्धियाँ हैं। एक पंक्ति दूसरी से भिन्न लिंग, काल में है।
- अलग अलग अनुच्छेद अपने आप में स्वतंत्र हैं, लेकिन एक माला के रूप में पिरोने का कार्य ठीक प्रकार नहीं हुआ है। अलग अलग स्थानों पर लेख अलग अलग दिशा में भाग रहा है। प्रारंभ से अंत तक शृंखलाबद्धता की कमी है।
- समीक्षात्मक प्रतिक्रिया अलग अनुच्छेद होना चाहिए, उप-अनुच्छेद नहीं।
- लेख का उपसंहार उपयुक्त नहीं है।
अभी इतना। समीक्षा जारी है। --अनामदास 08:00, 7 जनवरी 2018 (UTC)उत्तर दें
- इस अनुभाग में जितनी भी ऐसी त्रुटि दिखी, उसे ठीक कर चुका हूँ, अब तो कोई नहीं दिख रहा। यदि हो तो कृपया उस वाक्य को बतायें।
- सभी अलग अलग प्रकार की जानकारी को अलग अलग अनुभागों में डालने का ही प्रयास किया है, ताकि कोई भी पाठक अपने पसंद की जानकारी उस अनुभाग से प्राप्त कर ले। शुरू में कहानी, उसके निर्माण का शुरू से अंत तक का जानकारी, फिर उन जगहों के नाम, जहाँ इसका निर्माण हुआ और उसके बाद उसके प्रसारण के समय और स्थान की जानकारी दी गई है। उसके बाद कलाकार और विशेष रूप से कुछ समय के लिए आए लोगों की जानकारी है, इसके अलावा एक सूची वाला लेख भी है, जिसमें सभी लोगों के बारे में लिखा गया है। उसके बाद कीर्तिमान और पुरस्कारों की जानकारी है।
- अनुभाग को अलग कर दिया
- आपके कहे अनुसार नीचे कर दिया हूँ। --स (वार्ता) 09:30, 7 जनवरी 2018 (UTC)उत्तर दें
लेख का पहला अनुभाग कहानी' ही अपूर्ण है। पूरे धारावाहिक का कथानक देना चाहिए। एक-दो कहानी का उल्लेख कर इसे छोड़ देना इस अनुभाग को अपूर्ण बना रहा है जो निर्वाचित लेख के उपयुुक्त नहीं है। पूरी कहानि संक्षिप्त रूप में देना संभव न हो तो भी उसे इस रूप में रखने का प्रयास करना चाहिए की अनुभाग अधूरा न लगे। अनिरुद्ध! (वार्ता) 22:27, 16 जनवरी 2018 (UTC)उत्तर दें
- ऊपर की चर्चा एक पुरालेख के तौर पर परिरक्षित की गई है। इसमें कोई बदलाव ना करें। इसमें अब कोई संपादन नहीं होना चाहिए।