साहूवाला (Sahuwala) भारत के राजस्थान राज्य के हनुमानगढ़ ज़िले की भादरा तहसील में स्थित एक गाँव है।[2][3] यह राजस्थान के उत्तरी भाग में स्थित, एक मध्यम आकार का गांव है। इसके उत्तर की तरफ हरियाणा राज्य की सीमा लगती है।[4]

साहूवाला
Sahuwala
साहूवाला is located in राजस्थान
साहूवाला
साहूवाला
राजस्थान, भारत में स्थान
साहूवाला is located in भारत
साहूवाला
साहूवाला
साहूवाला (भारत)
निर्देशांक: 29°13′N 75°16′E / 29.22°N 75.26°E / 29.22; 75.26निर्देशांक: 29°13′N 75°16′E / 29.22°N 75.26°E / 29.22; 75.26
देश India
राज्यराजस्थान
ज़िलाहनुमानगढ़ ज़िला
प्रकारगाँव
क्षेत्रफल
 • कुल0.4 किमी2 (0.2 वर्गमील)
आकार
 • लम्बाई0.750 किमी (0.466 मील)
 • चौड़ाई0.550 किमी (0.342 मील)
ऊँचाई207 मी (679 फीट)
अधिकतम उच्चता215 मी (705 फीट)
निम्नतम उच्चता200 मी (700 फीट)
जनसंख्या
 • कुल2,993[1]
समय मण्डलभारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30)
पिनकोड335511

पर्यावरण

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आकार एवं माप

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गांव दो भागों में बंटा हुआ है | मुख्य भाग की लम्बाई लगभग 750 मीटर व चौड़ाई 550 मीटर है | आकृति आयत के सम्मान है | यहाँ 5 बडे आकार के तालाब हैं जिनमे से तीन में पशु पानी पाते हैं । इसका क्षेत्रफल लगभग 4,00,000 वर्ग मीटर है | खेतों सहित कुल क्षेत्रफल लगभग 17.1 वर्ग किलोमीटर है । गांव की सीमा से 7 गांव की सीमा लगती है ।

राजस्थान में होने के कारण तापमान सामान्यत: उच्च रहता है | सर्दियों में तापमान लगभग ५ डिग्री सेल्सियस तथा गर्मियों में ४५ डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है | मई से सितम्बर एक वर्षा ऋतू होती है | जून और जुलाई में लू चलती है |

सिंचाई की सुविधा होने से फसल अच्छी होती है | यहां प्रमुख खरीफ की फसलों के रूप में नरमा, कपास, ग्वार, बाजरा, मूंग, मोठ , अरंडी आदि की खेती की जाती है | प्रमुख रबी की फसल गेहूं, सरसों, जौ, चना की खेती की जाती है |

यहां पर पालतू पशु के रूप में गाय, भैंस, बकरी तथा ऊंट हैं | दूध के लिए अधिकांश लोग भैंस पालते हैं |

यहाँ की भाषा मुख्य रूप से हरियाणवी व बागड़ी की मिश्रित है लेकिन लोग हिन्दी का भी प्रयोग करते हैं |

यहां के अधिकांश लोगों का धर्म हिन्दू है | कुछ मुस्लिम धर्म के लोग भी यहां निवास करते हैं |

अर्थव्यवस्था

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ग्रामीण क्षेत्र होने के साथ साथ सिंचाई की सुविधा, उपजाऊ भूमि की उपलब्धता आदि के कारण यहां की अर्थव्यवस्था मूल रूप से कृषि पर आधारित है | सिंचाई के लिए गांव में नहर है जिससे पीने के पानी की भी पूर्ति होती है | लगभग ७०% भूमि पर नहर के पानी से सिंचाई की जाती है | शेष भाग या तो वर्षा पर या ट्यूबबेल पर निर्भर है |

इन्हें भी देखें

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