स्रोतास्विनी तारामंडल
स्रोतास्विनी (संस्कृत अर्थ: नहर, नदी या प्रवाह) या इरिडनस (Eridanus constellation) एक तारामंडल है जो अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ द्वारा जारी की गई ८८ तारामंडलों की सूची में शामिल है। दूसरी शताब्दी ईसवी में टॉलमी ने जिन ४८ तारामंडलों की सूची बनाई थी यह उनमें भी शामिल था।
तारामंडल | |
तारों की सूची | |
संक्षिप्त रुप | Eri |
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दायाँ आरोहण | 3.25h h |
दिक्पात | −29°° |
चक्र | SQ1 |
क्षेत्र | 1138 sq. deg. (6th) |
मुख्य तारे | 24 |
बायर तारे | 87 |
बहिर्ग्रह वाले तारे | 32 |
3.00m से चमकीले तारे | 4 |
10.00 पारसैक (32.62 प्रकाशवर्ष) परिधि के तारे | 13 |
सबसे_चमकीला_तारा | आकरनार (α Eri) (0.46m) |
निकटतम तारा |
ε Eri (10.50 प्रव, 3.22 पसै) |
मॅसिये वस्तुएँ | None |
उल्का बौछारें | None |
तारामंडल (सीमा से सटे) |
सीटस तारामंडल (Cetus) भट्टी तारामंडल (Fornax) अमरपक्षी तारामंडल (Phoenix) नर जलसर्प तारामंडल (Hydrus) टूकेना तारामंडल (Tucana) होरोलोजियम तारामंडल (Horologium) छेनी तारामंडल (Caelum) ख़रगोश तारामंडल (Lepus) कालपुरुष तारामंडल (Orion) वृष तारामंडल (Taurus) |
अक्षांश +32° और −90° के बीच दृश्यमान। सबसे उत्तम दृश्य 21:00 (रात्रि 9 बजे) December के महीने में। |
अन्य भाषाओं में
संपादित करेंअंग्रेज़ी में स्रोतास्विनी तारामंडल को "इरिडनस कॉन्स्टॅलेशन" (Eridanus constellation) कहा जाता है, जो यूनानी भाषा में आधुनिक पो नामक नदी का नाम था। अरबी में इसे "अल-नहर" (النهر) कहा जाता है।
तारे
संपादित करेंस्रोतास्विनी तारामंडल में बायर नाम वाले ८७ तारे हैं, जिसमें से ७ के इर्द-गिर्द ग़ैर-सौरीय ग्रह परिक्रमा करते हुए पाए गए हैं। इस तारामंडल में दो दिलचस्प तारे हैं -
- आकरनार तारा - यह तारा इतनी तेज़ी से घूर्णन कर रहा है (यानि अपने अक्ष पर घूम रहा है) के इसका गोल अकार पिचक गया है - इसकी चौड़ाई इसकी लम्बाई से डेढ़ गुना हो गयी है।
- ऍप्सिलन ऍरिडानी तारा - यह तारा सूरज से मिलता-जुलता है इसलिए विज्ञान कथा साहित्य में अक्सर यहाँ यानों से जाने की कल्पना की गयी है और इसके इर्द-गिर्द कल्पित ग्रहों पर प्राणियों के मिलने की कल्पना भी की गयी है। अब वैज्ञानिकों को हक़ीक़त में यह शक़ हो गया है के इसके इर्द-गिर्द एक बृहस्पति जैसा गैस दानव ग्रह परिक्रमा कर रहा है।
महारिक्ति
संपादित करेंब्रह्माण्ड के जिन बड़े इलाक़ों में कोई आकाशगंगा नहीं होती उन्हें "रिक्ति" (वोइड) कहा जाता है। इरिडनस महारिक्ति सन् २००७ तक मिली सब से बड़ी ज्ञात रिक्ति है और इसका व्यास एक अरब प्रकाश-वर्ष है। इसकी उपस्तिथि ब्रह्माण्ड की सृष्टि की वर्तमान वैज्ञानिक धारणाओं के लिए एक चुनौती है। वैज्ञानिकों ने यहाँ तक कहा है के शायद यह हमारे ब्रह्माण्ड और एक अन्य अज्ञात/अदृश्य ब्रह्माण्ड के दरमयान क्वांटम उलझाव का नतीजा है।[1][2][3]
चित्रदीर्घा
संपादित करें-
ऍप्सिलन ऍरिडानी तारे के इर्द-गिर्द परिक्रमा करता बृहस्पति-जैसा ग्रह - काल्पनिक चित्र
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "The void: Imprint of another universe?". मूल से 9 मई 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जून 2011.
- ↑ "Evidence for a parallel universe?". मूल से 22 दिसंबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जून 2011.
- ↑ Great 'cosmic nothingness' found Archived 2011-07-28 at the वेबैक मशीन, BBC News.