संस्कृत भाषा में रचित बौद्ध ग्रन्थ
बौद्ध धर्म के धर्मग्रन्थ केवल पालि में ही नहीं हैं बल्कि बहुत बड़ी संख्या में संस्कृत में भी हैं। कुछ ग्रन्थ पालि और संस्कृत के मिश्रित भाषा में भी रचे गये हैं। बुद्धवचनों के अलावा बौद्ध विद्वानों ने दर्शन, न्याय (तर्कशास्त्र), आदि के ग्रन्थ संस्कृत में लिखे हैं। बहुत से ग्रन्थ काल के गाल में समा गये किन्तु उसके बावजूद संस्कृत में रचित बौद्ध गर्न्थ विपुल मात्रा में मिलते हैं।
संस्कृत में रचित कुछ प्रमुख बौद्धग्रन्थ
संपादित करें- सर्वास्तिवाद दीर्घ आगम (कुछ अंश)
- मध्यम आगम (आंशिक)
- सर्वास्तिवाद संयुक्त आगम (आंशिक)
- एकोत्तर आगम (आंशिक)
- उदानवर्ग
- धर्मपद
- सूत्र निपात (आंशिक)
- शालिस्तम्ब सूत्र
- अजितसेन सूत्र
- प्रज्ञापारमिता सूत्र
- शतसाहस्रिका - 100000 पंक्तियाँ
- पञ्चविंशतिसाहस्रिका - 25000 पंक्तियाँ
- अष्टदशसाहस्रिका - 18000 lines (fragments)
- दशसाहस्रिका - 10,000 (fragments)
- अष्टसाहस्रिका - 8000 lines
- अध्यार्धसाहस्रिका - 2500 lines
- रत्नगुणसञ्चयगाथा
- अद्वयशतिका
- सुविक्रान्तिविक्रामीपरिपृच्छा
- पञ्चशतिका - 500 lines
- वज्रच्छेदिका प्रज्ञापारमिता सूत्र-300 lines
- प्रज्ञापारमिता हृदय सूत्र
- अवतांशक सूत्र
- काश्यपपरिवर्त
- सुखावतीव्यूह
- Sukhavativyuha (smaller) aka Sūtra of the Land of Bliss
- भैषज्यगुरुवैदुर्यप्रभराज सूत्र
- Nairatmyapariprccha sutra
- Aparimitayurjnana sutra
- Rastrapalaparipṛchha sutra
- Sagarnagarajaparipṛccha sutra
- Triskandhanama Mahayana sutra
- विमलकीर्ति निर्देश सूत्र
- अन्य महायान सूत्र
- Saddharma Pundarika Sutra - Lotus sutra
- Laṅkāvatāra Sūtra
- Samadhiraja Sutra
- Suvarṇaprabhāsa Sūtra - Golden Light Sutra
- Kāraṇḍavyūhasūtra
- Saddharma-Smṛtyupasthāna Sūtra - "Fine-dharma establishing of mindfulness"
- Pratyutpannabuddhasammukhāvaṣṭhitasamādhi Sūtra, ‘Samādhi of the Direct Encounter with Buddhas of the Present’
- Bodhisattva Prātimokṣa Sutra
- Bhiksu-karmavakya
- Bhiksuni-vinaya
- Mulasarvastivada-vinayavastu
- Pratimoksa sutra of Mulasarvastivada
- Pratimoksa sutra of Mahasanghika
- Pratimoksa sutra of Sarvastivada
- Vinaya sutra of Gunaprabha
- Vinaya viniscaya Upalipariprccha sutra
- Arthaviniscaya Sutra
- Abhidharma-kosa-bhasya of Vasubandhu
- Abhidharma-samuccaya of Asanga
- Abhidharma-samuccaya-bhasya
- Jnanaprasthan shastra - Arya Katyayaniputra (fragmentary)
- Abhidharmamrita-Ghosaka
- Satyasiddhisastra of Haribhadra
- Prajnaptipada - Maudgalyayana / Maha Katyayana
- Sputarthabhidharmakosavyakhya of Yasomitra
- अपरिमितायुर्धरणी
- Avadanasataka (100 stories)
- Kalpadrumavadanamala (26 stories)
- Asokavadanamala
- Vicitrakarnika Avadanamala (32 stories)
- Divyavadana (38 stories)
- Vrata Avadana (3 stories)
- Bhadrakalpa Avadana (34 stories)
- Mahavastu Avadana
- Dvavimsatya Avadana (22 stories)
- Sugata Avadana
- Ratnamala Avadana (12 stories)
- Avadanakalpalata (108 stories)
- Bodhisattvavadana
- Uposadhavadana
- Suchandravadana
- Lalitavistara Sūtra
- Kumaralata's Kalpanamanditika (fragmentary, prose and verse)
- आर्यशूर द्वारा रचित जातकमाला
- हरिभट्ट द्वारा रचित जातकमाला
- प्रज्ञापारमितास्तोत्र - मान्यता है कि इसकी रचना राहुल भद्र ने की थी।
- धर्मधातुस्तव - नागार्जुन द्वारा रचित
- मातृचेत द्वारा रचित शतपंचाशिका तथा चतुःशतक
- आर्यदेव द्वारा रचित चतुःशतक
- प्रज्ञापारमिता शास्त्र
- माध्यमक शास्त्र
- Mūlamadhyamakakārikā and other works by Nagarjuna
- Caryāmelāpakapradīpa (Lamp That Integrates the Practices) by Aryadeva
- Śikṣāsamuccaya-kārikā by Shantideva
- Madhyamakāvatāra (Entering the Middle Way) by Candrakīrti
- Madhyamakahṛdaya-Kārikā by Bhāviveka
- Yogacara shastras
- प्रमाण शास्त्र
- धर्मकीर्ति द्वारा रचित प्रमाणविनिश्चय एवं अन्य ग्रन्थ
- चन्द्रकीर्ति द्वारा रचित प्रसन्नपदा
- निर्देश शास्त्र
- Kriya tantras
- Carya tantras
- अनुत्तरयोग तन्त्र
- Anuttarayoga Tantra
- Sahajayana texts (“Vehicle of the Natural” or “Easy Vehicle”)
- Ritual Vrata texts
- Sadhana texts
- अन्य (practice manuals, philosophical treatises, etc.)
- शान्तिदेव कृत बोधिसत्त्वचर्यावतार
- कमलशील कृत भवनाक्रम
- अश्वघोष कृत बुद्धचरित (संस्कृत में आंशिक रूप से उपलब्ध ; चीनी भष में सम्पूर्ण उपलब्ध)
- अश्वघोष कृत सौन्दरानन्द महाकाव्य
- आर्यचन्द्र कृत मैत्रेयव्याकरण (आंशिक रूप से)
- अश्वघोष द्वारा रचित सारिपुत्रप्रकरण (आंशिक रूप में उपलब्ध, ९वाँ एवं अन्तिम अध्याय)