वार्ता:जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय

Latest comment: 8 वर्ष पहले by राजु सुथार in topic अनुरोध

यह पृष्ठ जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय लेख के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें।

लेखन संबंधी नीतियाँ

अनुरोध संपादित करें

@अनुनाद सिंह: जी, कृपया किसी की राय को विकिपीडिया की आवाज में मत लिखिए, जैसा आपने इस संपादन में किया है। जिस की वो राय है, उसी की आवाज में लिखिए। --गौरव सूद (वार्ता) 11:54, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें

@Gauravsood0289: गौरव सूद जी, 'उसी की आवाज में लिखिये' का मतलब क्या है? कृपया इसे उदाहरण सहित स्पष्ट करें। कृपया स्पष्ट करें कि क्या यहाँ सन्दर्भ और लिखी गयी बात में कोई 'अन्तर' है?--अनुनाद सिंह (वार्ता) 12:03, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें

@अनुनाद सिंह: जी, आप कृपया एक बार WP:ASSERT पढ़ लीजिए (मैंने आपको ये पहले भी कई बार बताया है, कृपया फिर से ये मत पूछिएगा)। इसमें ये साफ-साफ लिखा है:

When a statement is an opinion (e.g. a matter which is subject to serious dispute or commonly considered to be subjective), it should be attributed in the text to the person or group who holds the opinion.

इस पृष्ठ पर इसका ये उदाहरण भी दिया गया है:

For example, an article should not state that "genocide is an evil action", but it may state that "genocide has been described by John X as the epitome of human evil."

अगर "genocide is an evil action" तथ्य नहीं है, तो आपके द्वारा लिखी गई ये बात भी तथ्य नहीं है। और इसलिए इसे विकिपीडिया की आवाज में नहीं लिखा जाना चाहिए।

एक और बात। WP:TERRORIST में लिखा है कि विकिपीडिया पर terrorist आदि शब्दों का प्रयोग विकिपीडिया की आवाज में नहीं किया जाना चाहिए। इसलिए इस लेख में "देशद्रोही" जैसे शब्दों का प्रयोग भी विकिपीडिया की आवाज में नहीं किया जाना चाहिए। --गौरव सूद (वार्ता) 12:28, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें

@अनुनाद सिंह: जी, कृपया जवाब दीजिए, वरना मुझे आपके इस संपादन को हटाना पड़ेगा। --गौरव सूद (वार्ता) 12:42, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
@Gauravsood0289: गौरव सूद जी, थोड़ा धीरज रखिये। मुझे भी आपके लिखे में बहुत कुछ हटाना है। अब आइये, मेरे लिखे पर। मैने लिखा है- "समय-समय पर लोग इसे...." --> इसमें 'लोग' शब्द आया है जिसका साफ मतलब है कि यह विकि की आवाज नहीं है, लोगों की आवाज है। किन लोगों की आवाज है, यह स्पष्टतः सन्दर्भ में दी गयी है।--अनुनाद सिंह (वार्ता) 12:53, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
मुझे भी आपके लिखे में बहुत कुछ हटाना है - अनुनाद जी, यह वि:बाधानहीं नीति का उल्लंघन है। ऐसा न सोचें न कहें। --Hunnjazal (वार्ता) 19:30, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
@अनुनाद सिंह: जी, ये WP:WEASEL के विरुद्ध है। --गौरव सूद (वार्ता) 13:03, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
@Gauravsood0289: गौरव सूद जी, आप फिर अपनी पुरानी चाल पर आ गये। अभी तक आपको यह 'राय' को 'विकिपीडिया की आवाज' बनाने का केस लग रहा था, सहसा बदलकर WEASEL का केस हो गया!! सबसे पहले यह बता दूँ कि विजेल-फिजेल भी नहीं है। दूसरी बात यह कि यदि आपको कुछ कहना है तो हिन्दी विकि की नीति/सुझाव का सन्दर्भ दीजिये, अंग्रेजी या अन्य की नहीं।--अनुनाद सिंह (वार्ता) 13:13, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
जी, "आप फिर अपनी पुरानी चाल पर आ गये" यह एक व्यक्तिगत टिप्पणी है, ऐसा मत कीजिए।
जी, ये विकिपीडिया के दिशानिर्देश हैं, बस हिन्दी में अनुवाद नहीं किए गए हैं। अगर आपको लगता है ये सही नहीं हैं, तो बताइए। --गौरव सूद (वार्ता) 13:43, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
@Gauravsood0289: गौरव सूद जी, यदि "आप फिर अपनी पुरानी चाल पर आ गये" व्यक्तिगत टिप्पणी है तो "मैंने आपको ये पहले भी कई बार बताया है, कृपया फिर से ये मत पूछिएगा" -- यह क्या है?
क्या आपको पूरा विश्वास है कि अंग्रेजी विकि पर जो कुछ लिखा है वह हिन्दी विकि पर भी लागू होता है?
मैं तो यह कह रहा हूँ कि आप पहले मेरे सम्पादन को में दूसरी 'समस्या' बता रहे थे, अब सहसा वह समस्या ही बदल गयी। दलील के बीच में मुकदमें की धारा ही बदल गयी।
अब, पहले आप यह बताइये कि क्या आपको पूरा विश्वास है कि यह विजेल का मुद्दा है?--अनुनाद सिंह (वार्ता) 14:00, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
@अनुनाद सिंह: जी, इस संपादन की कुछ बातें WP:ASSERT के विरुद्ध हैं जैसे कि "जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में विवाद कोई नई बात नहीं है"; और कुछ WP:WEASEL के विरुद्ध जैसे कि "समय-समय पर लोग इसे 'घतक राजनीति का अड्डा ... "। मैं आपको समस्याएँ बता चूका हूँ, और विकिपीडिया के सम्बंधित दिशानिर्देश भी दिखा चूका हूँ, अब बताइए क्या समस्या है? --गौरव सूद (वार्ता) 14:11, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
@Gauravsood0289: गौरव सूद जी, पहले मेरे इन प्रश्नों का उत्तर दीजिये-
(१)यदि "आप फिर अपनी पुरानी चाल पर आ गये" व्यक्तिगत टिप्पणी है तो "मैंने आपको ये पहले भी कई बार बताया है, कृपया फिर से ये मत पूछिएगा" -- यह क्या है?
(२) क्या आपको पूरा विश्वास है कि अंग्रेजी विकि पर जो कुछ लिखा है वह हिन्दी विकि पर भी लागू होता है?
(३) मैं तो यह कह रहा हूँ कि आप पहले मेरे सम्पादन को में दूसरी 'समस्या' बता रहे थे, अब सहसा वह समस्या ही बदल गयी। दलील के बीच में मुकदमें की धारा ही बदल गयी। आपने सहसा चर्चा का विषय क्यों बदल दिया?
(४) क्या आपको पूरा विश्वास है कि यह विजेल का मुद्दा है? --अनुनाद सिंह (वार्ता) 14:31, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
@अनुनाद सिंह: जी, आपके सवालों के उत्तर ये हैं:
१) मैंने "चाल" शब्द का प्रयोग नहीं किया। कृपया इस बात को अब ख़त्म करिए और मूल विषय पर बात कीजिए।
२) अगर आपको लगता है कि ये दिशानिर्देश हिन्दी विकिपीडिया पर लागु नहीं होने चाहिए, तो आप चौपाल पर इसका कारण बता सकते हैं। अगर दूसरे सदस्यों को ये कारण ठीक लगता है, तो इनका पालन नहीं करेंगे।
३) मैंने आपके संपादन में दो समस्याएँ बताई हैं। सवाल ये नहीं है कि मैंने दोनों एक साथ बताई या एक के बाद एक। सवाल ये है कि लेख में ये समस्याएँ हैं या नहीं। कृपया चर्चा को उसी पर केंद्रित कीजिए।
४) मुझे पूरा विश्वास है कि "समय-समय पर लोग इसे 'घतक राजनीति का अड्डा" में मामला WP:WEASEL है। --गौरव सूद (वार्ता) 15:16, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
@Gauravsood0289: गौरव सूद जी,
(१) क्या 'चाल' आपत्तिजनक शब्द है और 'फिर से मत पूछियेगा' सम्मानजनक?
(२) मेरे और आपके 'लगने न लगने' से यहाँ कुछ नहीं होता। नीति बताइये!
(३) पहले आपने एक समस्या बतायी थी। उस समस्या को बिना समझे आपने उठा दिया था। उसका मैने समाधान किया। उस समाधान के बारे में बिना कुछ कहे आप नयी समस्या बताने लगे।
(४) मैं आपसे यह जानना चाहता हूँ कि क्या आपको पूरा विश्वास है कि यह वीजेल का मामला है? यह इसलिये कह रहा हूँ कि आप स्वयं बिना पढ़े/समझे दूसरों को पढ़ाते रहे हैं (आपको कई बार सप्रमाण आइना दिखा चुका हूँ, यहाँ भी देख लीजिये)। मैं चाहता हूँ कि आप पहले पढ़कर/समझकर सन्तुष्ट हो लें उसके बाद मैं अपना कीमती समय खर्च करूँ।--अनुनाद सिंह (वार्ता) 15:34, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
@अनुनाद सिंह: जी, मुझे एक ही बात का बार-बार जवाब नहीं देना। मैंने चौपाल पर इस चर्चा के बारे में पोस्ट कर दिया है और इस अनुभाग के दूसरे संपादक राजू सुथार जी की भी राय मांग रहा हूँ। मैं उनकी राय मिलने के बाद जवाब दूंगा। --गौरव सूद (वार्ता) 15:46, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें

@राजु सुथार: जी, आपने भी इस अनुभाग का संपादन किया था, आपकी इस चर्चा के बारे में क्या राय है? मैं आपके हर सवाल का उत्तर देने के लिए तैयार हूँ। --गौरव सूद (वार्ता) 15:46, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें

इसका उपाय तो सरल लगता है। अनुनाद जी, आप वही लिखें जो किसी विश्वसनीय स्रोत में कहा गया है और नाम-सहित लिखे। उदाहरण के लिये: दैनिक जागरण ने इसे "क-ख-ग का गढ़" कहा और अमर उजाला ने इसे "प-फ-ब का अड्डा" कहा। "कुछ लोग इसे च-छ-ज कहते हैं" वास्तव में वीज़ल का उल्लंघन है। यह हर स्थिति में लागू है। किसी लेख में अगर लिखा है कि "कई लोग मानव माँस खाना बुरा मानते हैं" तो यह वर्जित है, क्योंकि यह वीज़ल का उल्लंघन है। अगर कहें कि: दैनिक भास्कर के अनुसार "मानव माँस खाना बुरा है" और स्रोत दें तो इसमें कोई आपत्ति नहीं। नीति स्पष्ट है और यहाँ कोई मतभेद का प्रश्न ही नहीं है। --Hunnjazal (वार्ता) 19:30, 14 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें
@Gauravsood0289: जी हालांकि इस लेख में यह अनुभाग मैंने ही शुरू किया था लेकिन आप जिस प्रकार की चर्चा कर रहे है इसका मुझे ज्ञान नहीं है इस कारण शायद आपके सवालों के जवाब मेरे पास नहीं है ।

 राजु सुथारवार्ता 13:19, 15 फ़रवरी 2016 (UTC)उत्तर दें

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