अहिछत्रगढ़ किला: अवतरण इतिहास

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19 जून 2021

  • सद्यपिछला 15:4115:41, 19 जून 2021रोहित साव27 वार्ता योगदानछो 1,222 बाइट्स −2,129 आपणों राजस्थान (Talk) के संपादनों को हटाकर Hunnjazal के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया पूर्ववत करें टैग: वापस लिया
  • सद्यपिछला 15:3215:32, 19 जून 2021आपणों राजस्थान वार्ता योगदान 3,351 बाइट्स +217 अहिछत्रपुर दुर्ग राजस्थान के बिच में बसे नागौर के किले को नागणा दुर्ग, नाग दुर्ग व अहिछत्रपुर दुर्ग के नाम से भी जाना जाता हैं ! इतिहासकारो के अनुसार चौहान राजा सोमेश्वर के सामन्त कैमास ने वि.सं.- 1211 में नागौर का दुर्ग अहिछत्रपुर दुर्ग की नींव रखी ! यह किला वीर अमरसिंह राठौड़ की शौर्य गाथाओं के कारण इतिहास में अपना एक विशिष्ट स्थान और महत्व रखता है ! यहाँ सुन्दर कलात्मक बादल महल भी स्थित है ! यहाँ प्राचीर और पानी की खाई इस दुर्ग की महत्त्वपूर्ण सामरिक विशेषता रही है ! राजस्थान के स्थल दुर्गो पूर्ववत करें टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • सद्यपिछला 15:2815:28, 19 जून 2021आपणों राजस्थान वार्ता योगदान 3,134 बाइट्स +219 अहिछत्रपुर दुर्ग राजस्थान के बिच में बसे नागौर के किले को नागणा दुर्ग, नाग दुर्ग व अहिछत्रपुर दुर्ग के नाम से भी जाना जाता हैं ! इतिहासकारो के अनुसार चौहान राजा सोमेश्वर के सामन्त कैमास ने वि.सं.- 1211 में नागौर का दुर्ग अहिछत्रपुर दुर्ग की नींव रखी ! यह किला वीर अमरसिंह राठौड़ की शौर्य गाथाओं के कारण इतिहास में अपना एक विशिष्ट स्थान और महत्व रखता है ! यहाँ सुन्दर कलात्मक बादल महल भी स्थित है ! यहाँ प्राचीर और पानी की खाई इस दुर्ग की महत्त्वपूर्ण सामरिक विशेषता रही है ! राजस्थान के स्थल दुर्गो पूर्ववत करें टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • सद्यपिछला 15:2415:24, 19 जून 2021आपणों राजस्थान वार्ता योगदान 2,915 बाइट्स +1,693 अहिछत्रपुर दुर्ग राजस्थान के बिच में बसे नागौर के किले को नागणा दुर्ग, नाग दुर्ग व अहिछत्रपुर दुर्ग के नाम से भी जाना जाता हैं ! इतिहासकारो के अनुसार चौहान राजा सोमेश्वर के सामन्त कैमास ने वि.सं.- 1211 में नागौर का दुर्ग अहिछत्रपुर दुर्ग की नींव रखी ! यह किला वीर अमरसिंह राठौड़ की शौर्य गाथाओं के कारण इतिहास में अपना एक विशिष्ट स्थान और महत्व रखता है ! यहाँ सुन्दर कलात्मक बादल महल भी स्थित है ! यहाँ प्राचीर और पानी की खाई इस दुर्ग की महत्त्वपूर्ण सामरिक विशेषता रही है ! राजस्थान के स्थल दुर... पूर्ववत करें टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन

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