आचार्य सत्सनातन
प्रस्तावना
आचार्य सत्सनातन जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 8,10,693 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
विकिनीतियाँ, नियम एवं सावधानियाँ
विकिपीडिया के सारे नीति-नियमों का सार इसके पाँच स्तंभों में है। इसके अलावा कुछ मुख्य ध्यान रखने हेतु बिन्दु निम्नलिखित हैं:
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विकिपीडिया में कैसे योगदान करें?
विकिपीडिया में योगदान देने के कई तरीके हैं। आप किसी भी विषय पर लेख बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि उस विषय पर पहले से लेख बना हुआ है, तो आप उस में कुछ और जानकारी जोड़ सकते हैं। आप पूर्व बने हुए लेखों की भाषा सुधार सकते हैं। आप उसके प्रस्तुतीकरण को अधिक स्पष्ट और ज्ञानकोश के अनुरूप बना सकते हैं। आप उसमें साँचे, संदर्भ, श्रेणियाँ, चित्र आदि जोड़ सकते हैं। योगदान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ निम्नलिखित हैं:
अन्य रोचक कड़ियाँ
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(यदि आपको किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो विकिपीडिया:चौपाल पर चर्चा करें। आशा है कि आपको विकिपीडिया पर आनंद आएगा और आप विकिपीडिया के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे!) |
समास हिन्दी कविता में संपादित करें
द्वन्द द्विगु तत्पुरुष और, अव्यय भाव का आस कर्मधारय बहुब्रीहि, मिलकर कहता समास
पद प्रधान अव्यय भाव जहां, अव्ययीभाव समास कहावत द्वन्द में और छिपे द्विगु में , गणना पद आवत विशेषण विशेष्य भाव जहां, कर्मधारय नाम कहावत हो पद दुसरा जिसमे प्रधान, कहलाता तत्पुरुष समास कोई पद प्रधान नहीं, निर्मित नुतन शब्द बहुब्रीहि समास का, ऐसा सुन्दर मत् (आचार्य सत्सनातन)
समास का सुंदर आख्यान जो कविता बद्ध हो कर आसानी से छात्रों को समझ में आ सकता है जैसे जिसमें पहला पद अव्यय तथा समस्त पद क्रियाविशेषण होता है जैसे यथासंभव यथा अव्यय है और संभव क्रियाविशेषण है
द्वंद में और छुपा होता है जैसे दाल भात सुख दुख
सुख और दुख
दिगु समास में घटना पद होता है जैसे पंचानन दशानन त्रिदेव चतुर्भुज विशेषण विशेष्य भाव होता है वह कर्मधारय समास कहलाता है जैसे महाकवि महाराज नवरत्न जिसमें अंतिम पद प्रधान होता है वह तत्पुरुष समास कहलाता है जैसे गंगाजल राजपूत्र गौशाला इत्यादि इसमें कोई पद प्रधान नहीं होता है यह बहुव्रीहि समास का नाता है जो दो शब्दों के मेल से एक नया शब्द का जन्म देता है
यह सम्पूर्ण पृष्ठ या इसके कुछ अनुभाग हिन्दी के अतिरिक्त अन्य भाषा(ओं) में भी लिखे गए हैं। आप इनका करके विकिपीडिया की सहायता कर सकते हैं। |
भट्ट ब्राह्मण वृतान्तस्य पृष्ठ को शीघ्र हटाने का नामांकन संपादित करें
नमस्कार, आपके द्वारा बनाए पृष्ठ भट्ट ब्राह्मण वृतान्तस्य को विकिपीडिया पर पृष्ठ हटाने की नीति के मापदंड व2 के अंतर्गत शीघ्र हटाने के लिये नामांकित किया गया है।
इसमें वे पृष्ठ आते हैं जिन्हें परीक्षण के लिये बनाया गया है। यदि आपने यह पृष्ठ परीक्षण के लिये बनाया था तो उसके लिये प्रयोगस्थल का उपयोग करें। यदि आप विकिपीडिया पर हिन्दी टाइप करना सीखना चाहते हैं तो देवनागरी में कैसे टाइप करें पृष्ठ देखें।
यदि यह पृष्ठ अभी हटाया नहीं गया है तो आप पृष्ठ में सुधार कर सकते हैं ताकि वह विकिपीडिया की नीतियों पर खरा उतरे। यदि आपको लगता है कि यह पृष्ठ इस मापदंड के अंतर्गत नहीं आता है तो आप पृष्ठ पर जाकर नामांकन टैग पर दिये हुए बटन पर क्लिक कर के इस नामांकन के विरोध का कारण बता सकते हैं। कृपया ध्यान रखें कि शीघ्र हटाने के नामांकन के पश्चात यदि पृष्ठ नीति अनुसार शीघ्र हटाने योग्य पाया जाता है तो उसे कभी भी हटाया जा सकता है।
-रोहित(💌) 09:42, 28 अगस्त 2020 (UTC)