स्वागत!  नमस्कार आलोक राधे जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है।

-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 05:11, 29 सितंबर 2020 (UTC)उत्तर दें

दरभंगा के एक छोटे से गांव मकरंदा मनिगाछी से आनेवाले डॉ आलोक राधे एक युवा कवि और पत्रकार हैं । कविता और शायरी लेखन के साथ-साथ अनेकों तत्कालीन मुद्दों पर आलेख लिखना इनकी रूचि है । मैथिली तथा हिन्दी भाषा में लिखित इनकी कई रचनाएँ विभिन्न पत्र तथा पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुका है । ये आधुनिक मिथिला संस्कृति के विभिन्न सांस्कृतिक आयाम विषय पर शोध कर रहे शोधा भी कर चुके हैं। हिंदी में " माँ मैं अटल - कलाम बनूंगा तथा मैथिली में " दलान सुनसान लगअए " इनकी लोकप्रिय कविता है । इसके अलावा मंद मंद जीवन गीत गाता हूं , इश्क का तिलिस्म, तुझे याद करता हूं, सारे यार मिल के चाय पीते हैं इनकी प्रसिद्ध रचनाएँ हैं।