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-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 07:28, 19 जून 2024 (UTC)उत्तर दें

बड़कुंवर गागराई

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झारखंड में मंत्री बनते ही झारखंड की जनता को 1 रुपये किलो राशन देने वाले जनजातीय समुदाय से आने वाले सामाजिक नेता बड़कुंवर गागराई (वार्ता) 07:36, 19 जून 2024 (UTC)उत्तर दें

बड़कुंवर गागराई

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जनजातीय समाज के साधारण से परिवार में जन्मे ( 2 जनवरी 1967 ) को पिता श्री स्वर्गीय जमादार गागराई ने इस बालक का नाम बड़े प्यार से बड़कुंवर रखा हालांकि इनके ऊपर इनके बड़े भाई और बहन तीसरे नंबर पर बड़कुंवर उनके बाद एक छोटा भाई रविन्द्र गागराई

शुरुआती दिनों में काफी दुःख , संकट से दिन बीत रहे थे बड़कुंवर नाम का यह बालक एक दिन झारखंड राज्य का मंत्री बनेगा इस बात से इनके पिता माता बड़े भाई सब अंजान थे । कुछ वर्षों बाद बालक दशमी उत्तीर्ण किया उसके बाद गाँव से 60 किलामीटर दूर उसी जिले में चाईबासा के टाटा कॉलेज में अन्तरस्नातक के विज्ञान संकाय में नामांकन हो गया यह बालक इतना मेधावी थे कि कॉलेज में छात्र यूनियन चुनाव में लड़े और जीत गए लेकिन ये बालक रुकने वाला कहाँ था

धीरे धीरे समय बीतने लगा लेकिन एक कहावत है जहाँ चाह है वही राह है जीविकोपार्जन हेतु उन्होंने अपने पिताजी से कहकर एक कमांडर सवारी गाड़ी लिया लेकिन समय के धारा प्रवाह में वो आगे बढ़ते रहे सन 1998 में 53 मंझगांव विधानसभा क्षेत्र से क्षेत्र के दिग्गज दिग्गज नेता उस दौर में चुनाव लड़ रहे थे यही इनके जीवन का यू टर्न साबित हुआ

कूद पड़े विधानसभा के चुनाव में साधारण व्यक्तिव के धनी सभी दिग्गज नेता सोच में पड़ गए ये नन्हा बालक क्या जीतेगा ? लेकिन क्षेत्र की जनता ने इस छोटे से बालक को अपना आशीर्वाद दिया और वो बालक बिहार विधानसभा में विधायक चुनकर पहुँच गया ।

प्रथम बार जब विधानसभा सत्र में शामिल होने जा रहे थे तब विधानसभा के मार्शल ने रोक दिया कहाँ आप तो इतने छोटे हो और इसके अंदर क्यो आ रहे हो तब उन्होंने मुस्कुराते हुए अपना प्रमाणपत्र दिखाया तब मार्शल भी हैरान रह गए ।

धीरे धीरे बड़कुंवर नाम अब झारखंड की जनता के जुबान पर आ गया जनता दूर दूर से भेंट करने आने लगे विधायक होने के वावजूद भी घर मिट्टी और खपड़ा का ।

क्षेत्र में विकास का कार्य तेज होने लगा विपक्ष के नेता हैरान हो गए आखिर इतना जल्दी जल्दी विकास कैसे कर रहा है लेकिन विकास के संकल्प को मन में लेकर बड़कुंवर गागराई बढ़ते रहे बढ़ते रहे ।

आज मंझगांव विधानसभा क्षेत्र में अधिकतर सड़कें इनके द्वारा ही बनाया गया है धीरे धीरे इनका कद बढ़ने लगा जनता इनके मन से आशीर्वाद देने लगी ।

झारखंड सरकार ने उस वक़्त पूर्व मुख्यमंत्री सह पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के सरकार में उन्हें खाद्य सुरक्षा मंत्री बनाया गया उन्होंने मंत्री रहते हुए खाद्य सुरक्षा में कई फैसले लिए जिसमें एक फैसला यह भी था आज से झारखंड की जनता को 1 रुपये किलो राशन दिया जाएगा यह खबर सुनकर गाँव के किसान , शहर के माध्यम गरीब परिवार झूम उठे ।

उसके बाद 2009 में भाजपा ने इन्हें लोकसभा में प्रत्याशी बनाया लेकिन हार गए विपक्ष में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने निर्दलीय सांसद बने ।

सन 2014 में राजनीतिक विद्वेष के कारण इनका टिकट काटा गया जिसके चलते भाजपा का ग्राफ लगातार गिरता गया क्योंकि बड़कुंवर गागराई अब तक एक ब्रांड बन चुके थे जनता इनके भगवान मानने लगी हालांकि उन्हें पार्टी में मुख्य सचेतक बनाया गया जिससे कि जनता का नाराजगी दूर हो लेकिन अगले विधानसभा में 2019 में दोबारा काटा गया साथ साथ कुछ नेताओं के इशारे पर इन्हें बिना कारण पार्टी से निष्कासित किया गया परिणाम स्वरूप यह हुआ है झारखंड में बीजेपी की सरकार न बन सकी ।

फिर धीरे धीरे समय बीत रहा था अचानक उन्हें पार्टी में शामिल कराया गया और पूरे धम खम से उनके समर्थक ग्रमीणों में खुशी की लहर दौड़ गयी ।

धीरे धीरे लगातार तन मन धन से फिर से सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र में पार्टी को मजबूत किया । हर एक कार्यकर्ता इन्हें अपना नेता मानने लगे ।

इनका जनसमर्थन बढ़ने लगा लेकिन लोकसभा आते आते इन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्वी सिंहभूम प्रभारी बनाया गया जहां इन्होंने कड़ी मेहनत से लोकसभा प्रत्याशी को विजयी दिलाने का काम किया ।

भारतीय जनता पार्टी के हर एक कार्यक्रम में सम्मिलित होना कार्यकर्ताओं में जोश लाना इनका एकमात्र उद्देश्य है । बड़कुंवर गागराई (वार्ता) 08:40, 19 जून 2024 (UTC)उत्तर दें