स्वागत!  नमस्कार A Qayyum Hakim जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है।

-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 12:48, 9 मई 2018 (UTC)उत्तर दें

अब्दुल कय्यूम हाकिम की ज़िन्दगी Personal Life के बारे में संपादित करें

A Qayyum Hakim अब्दुल कय्यूम हाकिम का जन्म खरगोन जिले के गोगावां शहर ( 07 /06/ 1995 ) में हुआ A Qayyum Hakim (वार्ता) 06:49, 5 जून 2018 (UTC)उत्तर दें

विकिपीडिया:ECTS पृष्ठ को शीघ्र हटाने का नामांकन संपादित करें

 

नमस्कार, आपके द्वारा बनाए पृष्ठ विकिपीडिया:ECTS को विकिपीडिया पर पृष्ठ हटाने की नीति के मापदंड व2 के अंतर्गत शीघ्र हटाने के लिये नामांकित किया गया है।

व2 • परीक्षण पृष्ठ

इसमें वे पृष्ठ आते हैं जिन्हें परीक्षण के लिये बनाया गया है। यदि आपने यह पृष्ठ परीक्षण के लिये बनाया था तो उसके लिये प्रयोगस्थल का उपयोग करें। यदि आप विकिपीडिया पर हिन्दी टाइप करना सीखना चाहते हैं तो देवनागरी में कैसे टाइप करें पृष्ठ देखें।

यदि यह पृष्ठ अभी हटाया नहीं गया है तो आप पृष्ठ में सुधार कर सकते हैं ताकि वह विकिपीडिया की नीतियों पर खरा उतरे। यदि आपको लगता है कि यह पृष्ठ इस मापदंड के अंतर्गत नहीं आता है तो आप पृष्ठ पर जाकर नामांकन टैग पर दिये हुए बटन पर क्लिक कर के इस नामांकन के विरोध का कारण बता सकते हैं। कृपया ध्यान रखें कि शीघ्र हटाने के नामांकन के पश्चात यदि पृष्ठ नीति अनुसार शीघ्र हटाने योग्य पाया जाता है तो उसे कभी भी हटाया जा सकता है।

सायबॉर्ग (वार्ता) 01:26, 7 जून 2018 (UTC)उत्तर दें

शिक्षा क्या है ?? संपादित करें

  1. शिक्षा क्या है ?
  1. अमीर घर से सम्बन्ध रखने वाले का जवाब
------ शिक्षा का हमारी ज़िंदगी मे उतना ही रोल है जितना की पैसों का होता है। हम लोग शिक्षा प्राप्त करके अच्छे काम कर सकें और खूब पेशा कमा सकें।
  1. अच्छे माध्यम वर्गीय परिवार से सम्बन्ध रखने वाले का जवाब -------------

शिक्षा ज़िन्दगी में उतनी ही ज़रूरी है जितनी कि ज़िन्दगी। अगर दुनिया में जीना है तो काम करना होगा और उसके लिए पढ़ना होगा। क्योंकि अगर पढ़ेंगे नही तो अच्छी नोकरी नही मिलेगी और अच्छा काम नही कर पाएंगे।

  1. गरीब परिवार से सम्बन्ध रखने वाले का जवाब ----------

शिक्षा से हमे क्या फ़र्क़ पड़ता है कल भी रिक्शा ही चलाते थे , ठेला लगाते थे , मजदूरी करते थे और आगे भी यही करना पड़ेगा। बच्चो को अगर पढ़ाएंगे तो घर मे क्या खाएंगे।

  1. अब हर उस इंसान का जवाब जिसने अपनी सारी जिंदगी गुजार दी और दुनिया से तजुर्बा लिया --------------

दुनिया में शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिससे आप इंसान बनते हैं। अच्छे बुरे का फ़र्क़ समझते हैं। अपना जीवन तो आप सुधारोगे ही साथ मे आपकी शिक्षा से आपके परिवार और समाज सभी का भला होगा। आप शिक्षित हैं तो आपको अपने लिए किसी भी तरह की नोकरी या फिर अपना कोई भी व्यवसाय चुनने में आसानी होगी। अगर आप शिक्षित हैं तो समाज मे आपकी इज़्ज़त होगी। आप शिक्षित है तो अपने पर होने वाले अन्याय के खिलाफ मजबूती से डटे रहेंगे। अगर आप शिक्षित हैं तो परिवार को अच्छे से संभाल पाएंगे और बच्चों को अच्छी परवरिश ओर तालीम देंगे। अगर आप शिक्षित हैं तो आपका मनोबल दुनिया की हर बुरी बात से लड़ने में आपका साथ देगा। अगर आप शिक्षित हैं तो देश , समाज , दुनिया मे होने वाले सभी अच्छे बुरे कामो की आपस मे चर्चा करोगे उसके लिए आवाज़ भी उठाओगे। ये शिक्षा ही है जिसने इंसान को चाँद पर भेज दिया।

और सिर्फ शिक्षा का उद्देश्य ये नही की आप शिक्षित बनो बल्कि उसके साथ साथ समझदार भी बनो। A Qayyum Hakim (वार्ता) 12:27, 3 मई 2019 (UTC)उत्तर दें