Abhiraj Uniyal
प्रस्तावना
Abhiraj Uniyal जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 8,15,455 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
विकिनीतियाँ, नियम एवं सावधानियाँ
विकिपीडिया के सारे नीति-नियमों का सार इसके पाँच स्तंभों में है। इसके अलावा कुछ मुख्य ध्यान रखने हेतु बिन्दु निम्नलिखित हैं:
|
विकिपीडिया में कैसे योगदान करें?
विकिपीडिया में योगदान देने के कई तरीके हैं। आप किसी भी विषय पर लेख बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि उस विषय पर पहले से लेख बना हुआ है, तो आप उस में कुछ और जानकारी जोड़ सकते हैं। आप पूर्व बने हुए लेखों की भाषा सुधार सकते हैं। आप उसके प्रस्तुतीकरण को अधिक स्पष्ट और ज्ञानकोश के अनुरूप बना सकते हैं। आप उसमें साँचे, संदर्भ, श्रेणियाँ, चित्र आदि जोड़ सकते हैं। योगदान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ निम्नलिखित हैं:
अन्य रोचक कड़ियाँ
| |
(यदि आपको किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो विकिपीडिया:चौपाल पर चर्चा करें। आशा है कि आपको विकिपीडिया पर आनंद आएगा और आप विकिपीडिया के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे!) |
जीवन संपादित करें
जिंदगी को ऐसे जीयो के जिस कलाकार ने तुम्हें तराशा हो वो भी फिर तुमसे मिलने के लिए तुम्हारी मौत का इन्तज़ार करें और ये कहने पर मजबूर हो जाए भाई अब तो Appointment दे दे और कितना तरसाएगा 😜😜😜😜😜 Abhiraj Abhiraj Uniyal (वार्ता) 10:45, 14 अप्रैल 2021 (UTC)
रिश्तों का चहरा न खुबसूरत होता है न बदसूरत रिश्ता तो बस रिश्ता होता है जो हर हाल में साथ होता है॥ संपादित करें
तलाक, Breakup, धोखा शब्द आपके जीवन में उसी दिन जुड़ जाता है जब आपकी मुलाकात इन शब्दों से जुड़े रिश्तों से होती है दुनियाँ का हर रिश्ता स्वार्थ से जुड़ा है आपके पास एक भी रिश्ता ऐसा नहीं जो स्वार्थ से न जुड़ा हो जो लोग स्वार्थ निकल जाने के बाद निकल लेते हैं वो बाज़ारू होते हैं उनकी बाज़ारू Lyf में बस आप ही नहीं उनके लिए पूरी दुनियाँ कम है और आप कहते हैं के यार सोचा नहीं था के इस इंसान का असली चहरा इतना घटीया होगा दरसल आप यहाँ गलत है आपको कई बार अंदाज़ा हो जाता है के यह बंदी या बंदा ऐसा करने वाला है लेकिन आप उससे मिलने वाले स्वार्थ के नशे में इतना डूब चुके होते हो के आप उसका अभद्र चहरा स्वीकारना ही नहीं चाहते रिश्ता वो होता है जो स्वार्थ निकल जाने के बाद भी निस्वार्थ रूप से चलता रहता है वरना पैसा तो उन पर भी खर्च होता है जो बाज़ारू लोग आपको अपना कह रहे हैं और उन पर भी जो सम्मान से बीना रिश्तों का नाटक किये अपना जिस्म बेच रहे हैं 😜😜😜😜😜 Abhiraj Abhiraj Uniyal (वार्ता) 01:16, 31 अगस्त 2021 (UTC)
जीवन के मज़े लिए हैं तो मौत से क्या डरना॥ उसके भी मज़े लो😜😜😜 संपादित करें
मौत बड़ा रोमांचकारी शब्द है जो उसके करीब होकर आए होंगे उन्हें बहुत अच्छे से पता होगा जब इंसान या कोई भी जीव मरने वाला होता है तो उसका पूरा शरीर बड़ी तेजी से कांपने लगता है ऐसा महसूस होता है के हज़ारों बिजली की तारें शरीर से जोड़ कर किसी ने Switch On कर दिया हो कुछ कुछ मिर्गी के दौरे जैसा और कुछ Second में शरीर शांत हो जाता है उस शांति को मौत, मृत्यु, मर जाना कहते हैं लेकिन कुछ कमीने ऐसे भी होतें हैं हमारे बीच जो उनके साथ गुज़रते हुए ऐसे समय का भी मज़ा लेते हैं जीवन का मज़ा लेना कोई बड़ी बात नहीं मरते वक़्त भी वही आनंद है तो उसे संपूर्ण जीवन कहते हैं 😜😜😜😜😜 Abhiraj Abhiraj Uniyal (वार्ता) 01:19, 31 अगस्त 2021 (UTC)
अब आपका चरित्र Decide करता है के आप किस्तों में यकीन रखते हो या संपूर्ण जीवन में 😜😜😜 संपादित करें
Engagement शादी से पहले इस लिए हुआ करती थी के एक लड़का और एक लड़की का लगभग विवाह हो चुका है अब वो दोनों उम्र भर साथ रहेंगे आज लोग उस Engagement को प्यार कहते हैं आज के वक़्त में जब कोई न पसंद आने वाला या वाली Chance मारते हैं तो यही कहते हैं न मैं Engaged हूँ एक वक़्त था जब Engage शब्द खत्म होता था किसी भी मामले में तो उसे जान जाने जैसा माना जाता था लेकिन आज किसी भी तरह की Engagement तोड़ने के लिए लोग Reasons की तलाश करते हैं कारण लोगों को किस्तों में खुशियाँ चाहिए उम्र भर का दुख सुख नहीं किस्तों पर अक्सर बेहिसाब Interest लगता है और फिर भी Guaranty नहीं की आप खुश ही रहोगे 😂😂😂😂😂 Abhiraj Abhiraj Uniyal (वार्ता) 01:20, 31 अगस्त 2021 (UTC)
जिंदगी विचारों की दौड़ है😜😜😜 संपादित करें
अगर आपके विचार दूषित नहीं तो आपका तन कभी दूषित नहीं हो सकता चरित्र की परिभाषा तब शरीर से गुज़रती है जब विचार संक्रमित होते हैं 😜😜😜😜😜 Abhiraj Abhiraj Uniyal (वार्ता) 01:21, 31 अगस्त 2021 (UTC)
ऐसे झूठे रिश्तों में Accident होना लाज़मी है 😜😜😜 संपादित करें
कानों को सच सुनने की आदत डालें लोग अक्सर झुठी तारीफों के पुल बीना सीमेंट मिली रेत से बनाते हैं 😜😜😜😜😜 Abhiraj Abhiraj Uniyal (वार्ता) 01:22, 31 अगस्त 2021 (UTC)