Choudhary Adil sageer
प्रस्तावना
Choudhary Adil sageer जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 8,11,152 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
विकिनीतियाँ, नियम एवं सावधानियाँ
विकिपीडिया के सारे नीति-नियमों का सार इसके पाँच स्तंभों में है। इसके अलावा कुछ मुख्य ध्यान रखने हेतु बिन्दु निम्नलिखित हैं:
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विकिपीडिया में कैसे योगदान करें?
विकिपीडिया में योगदान देने के कई तरीके हैं। आप किसी भी विषय पर लेख बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि उस विषय पर पहले से लेख बना हुआ है, तो आप उस में कुछ और जानकारी जोड़ सकते हैं। आप पूर्व बने हुए लेखों की भाषा सुधार सकते हैं। आप उसके प्रस्तुतीकरण को अधिक स्पष्ट और ज्ञानकोश के अनुरूप बना सकते हैं। आप उसमें साँचे, संदर्भ, श्रेणियाँ, चित्र आदि जोड़ सकते हैं। योगदान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ निम्नलिखित हैं:
अन्य रोचक कड़ियाँ
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(यदि आपको किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो विकिपीडिया:चौपाल पर चर्चा करें। आशा है कि आपको विकिपीडिया पर आनंद आएगा और आप विकिपीडिया के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे!) |
-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 16:42, 23 मई 2017 (UTC) किसी भी अच्छे शासक के लिए राष्ट्र व् राष्ट्रवासी सर्वप्रथम होने चाहिए , राष्ट्र में रहने वाले सभी धर्मों के लोगो व् उनकी संस्कृति, सभ्यता,सुरक्षा,नीति, सम्मान को एक समान अधिकार प्रदान करना ही शासक का धर्म है सही मायने में शासक को अपना धर्म नहीं बल्कि राजधर्म निभाना चाहिये ,
प्रजा तो सभी समुदाय है उनमें से किसी एक समुदाय विशेष का उत्पीड़न शासक की यौग्यता पर सवाल खड़े करता है तब वह शासक न होकर तानाशाह कहलाता है सत्य का आईना दिखाने वाली इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आईना न दिखा कर तस्वीरें दिखाने लगे तो निष्पक्षता व् कर्तव्यनिष्ठा पर सवाल खड़ा होता है जिसका जबाब किसी के पास नहीं , आज स्वार्थ ,भ्रष्टाचार के आगे सेवा, सत्यता , मानवता , कर्तव्यनिष्ठा लाचार है क्यूंकि सिस्टम में बहुत बड़ी तादात में भ्रष्टाचारियों की लंबी फेहरिस्त है भ्रष्टाचार रोकने की शासन के पास कोई योजना नहीं है जबकि इसके लिए विभाग है
शासन - और जनता मिलकर हर जनपद में 21 व्यक्तियों की संयुक्त टीम(अफसर+जनता ) टीम बना कर जनता को इस बुराई से मुक्ति मिल सकती हैं भृष्टाचार मिटा कर ही देश का विकास संभव-----चौधरी आदिल सगीर वरिष्ठ लेखक