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-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 05:38, 5 मार्च 2020 (UTC)उत्तर दें

ऐंटी रोमियो स्कॉड क्या है।

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  • 'एंटी रोमियो स्क्वॉड' का मतलब क्या है ?*

एंटी रोमियो स्क्वॉड का हिंदी में मतलब है एक ऐसी टीम या दल जो रोमियो को रोके। आजकल जो लड़कियों से छेड़छाड़ करने वाले रोमियो सड़क पर घूमते रहते है जिन्होंने लड़कियों का सड़क पर निकलना मुश्किल कर दिया है उन्ही को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने यह एंटी रोमियो स्क्वॉड बनाया है। जो सभी महिलाओ और लड़कियों को सुरक्षा प्रदान कर सके। किसी भी जगह पर कोई भी लड़का हरकत करता हुआ पाया गया तो उसपर सख्त कार्यवाही होगी और उसे सजा भी मिलेगी। यह अभियान उत्तर प्रदेश है के 11 जिलो में होगा जिसका नतीजा हमे जल्द ही देखने को मिलेगा।

  • 'एंटी रोमियो स्क्वॉड' बनाने का उद्देश्य ?*

एंटी रोमियो स्क्वॉड को बनाने के पीछे यूपी की सरकार का बस एक ही मकसद है की वो उत्तर प्रदेश से दंगा, छेड़छाड़, गुंडागर्दी जैसे खतरनाक क्राइम्स को बंद कर सके और बाकि राज्यो की तरह यूपी की अलग पहचान बना सके। जैसा की हम सब जानते है की यूपी को एक क्राइम स्टेट कहा जाता है 14 साल के बाद यह भाजपा की सरकार आई है और उनका मकसद यूपी को उन सभी क्राइम्स से आजाद करना है। योगी का कहना है की एंटी रोमियो स्क्वॉड सरकार की एक शुरुवात है। आगे और भी ऐसे एक्शन लिए जाएंगे जिससे यूपी का सुधार हो सके। यूपी की महिलाओ का कहना था की उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया था वो बाहर निकलते वक्त सोचा करती थी की सही सलामत घर आ भी पाएंगे या नही। यूपी में सरकार बनने से पहले इस चीज़ का वादा किया गया था की महिलाओ की सुरक्षा का अच्छा इंतेज़ाम किया जाएगा इसी वादे को पूरा करने के उदेश्य से यह एंटी रोमियो स्क्वॉड को यूपी में लागू किया गया है।

  • एंटी रोमियो स्क्वॉड किसने लांच की ?*

एंटी रोमियो स्क्वॉड को उत्तर प्रदेश की नये मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लांच किया। एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिये उन्होंने इस स्कीम के बारे में जनता को बताया। इलेक्शन के समय उन्होंने वादा किया था की अगर उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आई तो वो कोई ना कोई कदम महिला सुरक्षा के लिए जरूर उठाएंगे और उन्होंने सरकार बनने के कुछ ही दिन बाद अपना वादा पूरा किया। योगी ने बताया है की उत्तर प्रदेश के 11 जिलो में एंटी रोमियो स्क्वॉड बंनने जा रही है जो स्पेशल टीम के अंडर रहेगी। उन्होंने यह भी बताया है की महिला पुलिस की स्पेशल टीम भी तैयार की जाएगी जो आपकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहेगी। स्कूल, कॉलेज और अन्य जगाहों पर अगर कोई लड़का किसी भी तरह की छेड़छाड़ करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ तुरंत कार्यवाही की जाएगी और उसे कड़ी से कड़ी सज़ा भी मिलेगी। ऐसा करने से महिलाओ को सेफ महसूस होगा और वो जब चाहे अपने घर से बिना डरे बाहर जा सकती है।

एंटी रोमियो स्क्वॉड स्कीम सुनने में तो बहुत अच्छी लग रही है देखना यह है की उत्तर प्रदेश जैसे क्राइम स्टेट में इसका क्या नतीजा होगा और यह स्कीम कितना काम करेगी। अगर देखा जाए तो योगी की सरकार अपने काम में लग गई है और अगर उनकी यह स्कीम सही काम करती है तो वह दिन दूर नही जब यूपी में भी महिलाये खुद को सुरक्षित महसूस करेंगी और इन सभी रोमियो को एक अच्छा सबक भी मिलेगा। एंटी रोमियो स्क्वॉड से ना केवल क्राइम कम होगा बल्कि और भी लोगो पर इसका असर होगा। प्रदेश में बलात्कार, छेड़छाड़, गुंडागर्दी जैसे खतरनाक क्राइम भी कम हो जाएंगे और शायद उत्तर प्रदेश से क्राइम स्टेट का टैग भी हट ही जाए। अगर उत्तर प्रदेश की जनता भी अपने प्रदेश का सुधार चाहती है तो उन्हें भी सरकार का सहयोग करना होगा और शायद सरकार का उदेश्य पूरा ही हो जाए।

  • एंटी रोमियो स्क्वाड में आम जनता की भी होगी सहभागिता*

उत्तर प्रदेश पुलिस ने मनचलों पर नकेल कसने के लिए अपने एंटी रोमियो अभियान में आम जनता की भी सहभागिता सुनिश्चित की है। थाने के बीट कांस्टेबल मनचलों की गतिविधियों पर नज़र तो रखेंगे ही, साथ ही स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों के आसपास के दुकानदारों, पान वाले, रेहरी-पटरी वाले आदि से भी पुलिस मदद लेगी। भीडभाड़ वाले इलाकों में भी इसी तरह से दुकानदारों के सहयोग से मनचलों के बारे में सूचनाए एकत्रित की जाएगी। साथ ही पुलिस ने इस संबंध में जन-जागरूकता अभियान भी चलाने का फैसला किया है। कम्युनिटी पुलिसिंग के जरिए आम लोगों को संदेश दिया जाएगा कि लड़कियों और महिलाओं को छेड़ने वाले मनचलों के खिलाफ सरकार सख्त कारवाई करेगी।

  • एंटी रोमियो स्क्वाड की कारवाई का पड़ रहा जोरदार असर*

22 मार्च 2017 से प्रदेश के कई भागों में उत्तर प्रदेश पुलिस ने एंटी रोमियो अभियान शुरू कर दिया है। इस क्रम में सबसे पहले प्रदेश की राजधानी लखनऊ और मनचलों के कृत्यों से सबसे अधिक प्रभावित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिले मेरठ में करवाई शुरू की गई है। पुलिस की कारवाई का असर भी दिखने लगा है। विभिन्न समाचार माध्यमों से मिल रही ख़बरों के अनुसार पुलिस स्कूल, कॉलेज और बाज़ार में बिना किसी कारण के मटरगश्ती कर रहे मनचले टाइप लोगों को पहले सचेत कर रही है, और उनके अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें लड़कों की गलत हरकतों के बारे में सूचित किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि हम कड़ी कारवाई से तब तक बचते रहेंगे जबतक दोषियों के खिलाफ कोई गंभीर मामला नहीं होगा NTRCTEAM (वार्ता) 05:54, 5 मार्च 2020 (UTC)उत्तर दें

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