Sonal1310
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प्रस्तावना
Sonal1310 जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 8,35,482 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
विकिनीतियाँ, नियम एवं सावधानियाँ
विकिपीडिया के सारे नीति-नियमों का सार इसके पाँच स्तंभों में है। इसके अलावा कुछ मुख्य ध्यान रखने हेतु बिन्दु निम्नलिखित हैं:
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विकिपीडिया में कैसे योगदान करें?
विकिपीडिया में योगदान देने के कई तरीके हैं। आप किसी भी विषय पर लेख बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि उस विषय पर पहले से लेख बना हुआ है, तो आप उस में कुछ और जानकारी जोड़ सकते हैं। आप पूर्व बने हुए लेखों की भाषा सुधार सकते हैं। आप उसके प्रस्तुतीकरण को अधिक स्पष्ट और ज्ञानकोश के अनुरूप बना सकते हैं। आप उसमें साँचे, संदर्भ, श्रेणियाँ, चित्र आदि जोड़ सकते हैं। योगदान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ निम्नलिखित हैं:
अन्य रोचक कड़ियाँ
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(यदि आपको किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो विकिपीडिया:चौपाल पर चर्चा करें। आशा है कि आपको विकिपीडिया पर आनंद आएगा और आप विकिपीडिया के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे!) |
-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 16:36, 22 जून 2015 (UTC)
मेरा नाम सोनल सिंह है और् मेरा जन्म १३/१०/१९९६ को टाटानगर में हुआ था ।मेरा बचपन जमशेदपुर में ही बीता है परन्तु मेरे पिताजी के भारतीय सैनिक होने के कारण मैंने बचपन का कुछ समय आगरा में भी बिताया है| जमशेदपुर में मैं सेक्रेड हार्ट कान्वेंट स्कूल में पढ़ती थी। बारह्वी में मैंने व्यापार विषय ले कर पढ़ाई पूरी की। दसवी में मैं चुनाव जीत कर छात्र नेता बनी और मैं बारह्वी में अनुशासन मंत्री थी। मुझे क्विज़्ज़िंग में ख़ास रूप से रूचि थी और मैंने कुछ क्विज जीते भी हैं पर मेरी आजतक की सबसे अविस्मरणीय जीत थी टाटा स्टील क्विज की जिसको जीतने पर हमें हेलीकाप्टर की सवारी करायी गयी थी और चार हज़ार रूपए का इनाम भी मिला था।
मेरे परिवार मेंं मुझे मिलाकर ४ सदस्य है-पितजी,माँ और एक बहन है। मेरे पापा का नाम जितेंद्र सिंह है और वे भारतीय सेना में हैं और मेरी मां मैं सबसे ज़्यादा करीब अपने माता पिता से हूँ। मेरी माँ का नाम शीला सिंह है और वे अध्यापिका हैं। मेरी एक बड़ी बहन भी है जो अब नौकरी कर रही है। सेना में रहने के कारण मेरे पिताजी ज़्यादातर बाहर ही रहते थे पर मेरे नाना नानी और मौसियों के पास रहने के कारण मुझे कभी हरे भरे परिवार की कमी महसूस नहीं हुई। मैं अभी क्राईस्ट विशवविध्यालय,बैंगलोर से बी-काॅम औनर्स कर रही हुँ | मेरे जीवन का लक्ष्य जीवन मे तरक्की हासिल करना है। मुझे बैंगलोर शहर के तौर पर बोहोत पसंद आया और मैंने काफी दोस्त भी बनाये। मेरे पहले छमाही में मई अपने कक्षा में प्रथम भी आई और क्राइस्ट में काफी क्वीज़ों में कोशिश करने के बाद मैंने क्विज में तीसरी स्थान हासिल की मई आगे चल कर मैनेजमेंट की उपाधि प्राप्त कर कॉर्पोरेट नौकरी करना चाहती हूँ। मेरी यही इच्छा है कि सफल इंसान बनने के बाद मैं वापस जा कर जमशेदपुर में ही रहूँ और मेरे शहर के लिए कुछ अछा करूँ ।