स्वागत!  नमस्कार Yogesh rohi जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है।

-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 12:34, 28 अक्टूबर 2022 (UTC)उत्तर दें

नवम्बर 2022

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  विकिपीडिया पर आपका स्वागत है। हालांकि सबका विकिपीडिया पे योगदान करने के लिए स्वागत है, परन्तु आपके द्वारा किए गए हाल ही के संपादनों में से कम से कम एक, जैसे कि आपने किया है जादौन पर, सकारात्मक नहीं दिखता व प्रत्यावर्तित या हटा दिया गया है। अगर आप कोई परीक्षण संपादन करना चाहते हैं तो कृपया प्रयोगस्थल का प्रयोग करें, और इस ज्ञानकोश पे रचनात्मक योगदान करने के बारे में अधिक जानने के लिए स्वागत पृष्ठ पढ़ें, धन्यवाद। Shanusar (वार्ता) 12:32, 14 नवम्बर 2022 (UTC)उत्तर दें

@Shanusar हमने तथ्य सम्पूरक के रूप में संलग्न किए जो ग्वालियर गजैटिर राजस्थान के आनुषंगिक हैं । परन्तु यदि किसी को इसमें आपत्ति है । तो पूर्ववत क्रियासम्पादन यथेष्ट हुआ
योगेश रोहि- Yogesh rohi (वार्ता) 15:19, 14 नवम्बर 2022 (UTC)उत्तर दें

राधा by @राजेशतकयार

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@Yogesh Rohi: नमस्कार, योगेश रोहि जी आशा हैं आप अच्छे होंगे। मेरी आपसे प्रार्थना है कि आप एक बार विचार करें कि जो प्रेमिका शब्द राधा जी के पृष्ठ पर पहली ही लाइन में लिखा हुआ था उसे मैंने हटाया था, आपने उसे फिर से लिख दिया है, क्या ये उचित है? मेरे हटाने के पीछे का कारण ये है कि राधा जी हिन्दुओं के लिए एक देवी हैं, माँ का रूप है। और कृष्ण का अंग हैं।

जब कोई आज का युवा राधा का अर्थ डूंडता हुआ विकिपीडिया पर आता है और वहाँ उसे पहली ही दो लाइनों में “राधा श्री कृष्ण की प्रेमिका है” ये पढ़ने को मिलता है तो वह उसे सीधा अपनी गर्लफ़्रेंड से जोड़ लाता है, जो कि ठीक नहीं है। राधा जी की छवि उस युवा के मन में अच्छी बनी होगी, ये कोई नहीं कह सकता। जिन को श्री राधा जी के बारे में ज्ञान है उन की सोच में कोई अंतर नहीं आता। बहुत से घर होंगे जहां प्रेमिका अब पत्नी होगी परन्तु क्या उन्हें अब दूसरों द्वारा प्रेमिका कह कर बुलाते अच्छा लगेगा, यही भावना है मेरी। और फिर देवी के लिए तो बिलकुल भी नहीं।

मैंने भी हिन्दू पुराणों और वेदों का बहुत अध्ययन किया है, परन्तु किसी भी शास्त्र में ये शब्द ‘प्रेमिका’ सीधा प्रयोग नहीं हुआ है। फिर भी अगर आप को ज्ञात है कि किसी शास्त्र या पुराण-वेद में राधा जी के लिए प्रेमिका शब्द प्रयोग हुआ है तो कृपया आप उस का संदर्भ दे कर ये लिख सकते हैं, इससे मेरा भी ज्ञान बढेगा। उम्मीद है कि आप इस पर एक बार अवश्य ही विचार करेंगे और अपनी राय से हमें अवगत करायेंगे । राजेशतकयार (वार्ता)

राधाजी को प्रेमिका कहना उचित है

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@राजेशतकयार प्रथम तो कृष्णा से संबंधित किसी भी समकालीन या प्राचीन ग्रंथ राधा नाम की कोई गोपी का उल्लेख नहीं मिलता। इतिहासकारों का कहना है की राधा का पहला वर्णन गीत गोविंदम में मिलता है। बाद में राधा को ब्रह्मवेवर्त पुराण आदि में जोड़ा गया।

जिन काव्य ओर पुस्तको में राधा का उल्लेख मिलता है उनमें उनको कही भी लक्ष्मी नही कहा, बल्कि कृष्ण की श्रेष्ठ प्रेयसी( प्रेमिका) के रूप में दर्शाया गया है। महाभारत में रुक्मिणी आदि को लक्ष्मी कहा जाता है।

दूसरी बात की विकिपीडिया किसी धर्म या सम्प्रदाय विशेष का प्रचार साहित्य नही है। ये वेबसाइट सिर्फ वाचको के ज्ञान वृद्धि के लिए है। इसी लिए अपने सांप्रदायिक एजंदे को विकी पीडिया में स्थापित करने का दुष्कृत्य न करे। आशा है की आप निष्पक्ष रूप से कार्य करेंगे।

धन्यवाद 2401:4900:1918:2948:E635:E12:2F63:A3FC (वार्ता) 08:53, 25 जून 2024 (UTC)उत्तर दें

@Yogesh Rohi: @NXcrypto: @हिंदुस्तान वासी @रोहित साव27 नमस्कार 🙏🏻 आप सबको । मेरी विनीत है श्री योगेश रोही जी से कि मुझे आपने बिना किसी कारण से कह दिया कि मेरे पास कोई सांप्रदायिक एजंदा है, ये उचित नहीं है। ये व्यक्तिगत टिप्पणी कर के आपने विकिपीडिया के नियमों का तिरस्कार किया है।
रही बात राधिका नाम के साथ लगे ‘प्रेमिका’ शब्द को हटाने की तो मैंने प्रथम जो कहा है वह पूर्णतः सत्य ही है, वे कोई एजेंडा नहीं है। इसके लिए मैं बहुत विनम्रतापूर्वक कहना चाहता हूँ कि आप निम्नलिखित का संज्ञान लें।
1. राधा शब्द का उल्लेख माहेश्वरतंत्र में महादेव द्वारा किया गया है, और ये रचना पहली शताब्दी से भी पुरानी है।
2. ब्रह्माण्ड पुराण में राधा का ज़िक्र है (मध्यभाग, अध्याय 43, श्लोक 08) और इस पुराण की रचना 4वीं से 6वीं शताब्दी के बीच कहा गया है।
3. पद्म पुराण के पाताल खण्ड में भी राधा जी का ज़िक्र है, और इस पुराण को 4वीं से 6वीं शताब्दी के बीच का कहा गया है।
4. विष्णु पुराण के पंचम अंश (अ॰13,35) में भी राधा जी का ज़िक्र है और इस पुराण की रचना 3वीं से 5वीं शताब्दी के बीच हुई मानी जाती है।
5. भागवत पुराण के नवम स्कन्ध के दूसरे भाग में भी राधा जी का ज़िक्र है और ये पुराण 9वीं से 10वीं शताब्दी के बीच रचित माना जाता है।
और गीत गोविंदम की रचना 12वीं शताब्दी में कवि जयदेव द्वारा ओडिया भाषा में की गई थी, जिस का समयकाल ऊपर उल्लेखनीय पुराणों के बाद का है। यहाँ ये कहना कि गीत गोविंदम में सर्वप्रथम राधा जी का ज़िक्र आया है, बिलकुल ग़लत ही है। गीतगोविन्द का वर्णन श्रीमद्भागवत के वर्णन से साम्य रखता है, जो कि श्रीमद्भागवत के स्कन्ध 10, अध्याय 40 में (10-40-17/22) से लिया गया है।
हाँ, ब्रह्मवैवर्त पुराण की रचना 10वीं से 16वीं शताब्दी के बीच मानी जाती है।
आशा करता हूँ कि आप लोग मेरी भावना को समझेंगें, और उचित टिप्पणी देंगें। राजेशतकयार (वार्ता) 10:35, 25 जून 2024 (UTC)उत्तर दें
@Yogesh Rohi: @NXcrypto: @हिंदुस्तान वासी @रोहित साव27 नमस्कार 🙏🏻 योगेश रोही जी, आपको एक बार फिर याद दिलाना चाहता हूँ और आशा करता हूँ कि आप मेरे पीछे दिए हुए उत्तर से संतुष्ट होंगे। मुझे लगता है कि आप बहुत व्यस्त हैं, तभी आप अपनी कोई टिप्पणी मेरे कहे पर दुबारा नहीं दे पाए। आपसे मेरी एक बार फिर से प्रार्थना है कि आप राधा पृष्ट से ये प्रेमिका शब्द हटा दें, आप को बहुत पुण्य मिले गा, ये मेरी कल्पना है। नहीं तो फिर आप मुझे कहें तो मैं हटा दूँ । आशा करता हूँ कि आप जल्द उत्तर देंगे। राजेशतकयार (वार्ता) 14:07, 29 जून 2024 (UTC)उत्तर दें
@राजेशतकयार
अवश्य आपका सुझाव सामयिक है
प्रेम का विकृत अर्थ आज भक्ति का पर्याय नहीं रहा! Yogesh rohi (वार्ता) 14:14, 29 जून 2024 (UTC)उत्तर दें
Thanks, Yogesh Ji and to all. 🙏 राजेशतकयार (वार्ता) 03:13, 30 जून 2024 (UTC)उत्तर दें
Ping @राजकुमार नमस्कार राजकुमार जी, राधा पृष्ठ से जो प्रेमिका शब्द हटाया है, उस बारे में बहुत समय से सर्व श्री @Yogesh Rohi: @NXcrypto: @हिंदुस्तान वासी @रोहित साव27 से Yogesh rohi जी के वार्ता पृष्ठ पर बातचीत हो रही थी, आप सारी वार्तालाप उनके वार्ता पृष्ठ पर देख सकते हैं। रही बात बिना सूचना के कुछ हटाना मुझे मालूम नहीं कि आप किस संदर्भ में कह रहे हैं? और कैसे इसकी सूचना देते हैं, ये मुझे कृपया बता दें, ताक़ि आगे ये ग़लती ना हो। आप की बहुत कृपा होगी कि अगर आप अपना निर्णय Yogesh rohi ji के पृष्ठ पर जाने और इस वार्ता को यहाँ पर पढ़ने के बाद लें। राजेशतकयार (वार्ता) 17:18, 1 जुलाई 2024 (UTC)उत्तर दें