बैतूल ज़िला
बैतूल जिला मध्य प्रदेश के दक्षिण में स्थित है। बैतूल जिले के मुलताई तहसील पर पुण्य सलिला मां ताप्ती जी का उद्गम स्थल है। बैतूल के मुलताई तहसील पवित्र नगरी के रूप में भी पूजी जाती है यह सतपुड़ा पर्वत के पठार पर स्थित है। यह सतपुड़ा श्रेणी की संपूर्ण चौड़ाई को घेरे हुए है जो नर्मदा घाटी और उसके दक्षिण के मैदान तक फैला है। यह भोपाल संभाग को दक्षिणी छोर से छूता है। इस जिले का नाम छोटे से कस्बे बैतूल बाजार के नाम से जाना जाता है और जिला मुख्यालय से लगभग 5 किलो मीटर की दूरी पर है। मराठा शासन और अंग्रेजों के शासन के प्रारंभ में भी बैतूल बाजार जिला मुख्यालय था।
बैतूल जिला | |||||||
— जिला — | |||||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||||
देश | ![]() | ||||||
राज्य | मध्य प्रदेश | ||||||
राजा | |||||||
जनसंख्या • घनत्व |
1,575,247 (२०११ के अनुसार [update]) | ||||||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
10,043 कि.मी² • 65 मीटर (213 फी॰) | ||||||
विभिन्न कोड
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आधिकारिक जालस्थल: betul.nic.in |
इतिहाससंपादित करें
मराठाओं ने यह जिला 1818 में ईस्ट इंडिया कंपनी को सौंप दिया। 1826 में विधिवत रूप से यह ब्रिटिश अधिकार में चला गया। 1861 में यह "सागर" और "नर्मदा" प्रांत में चला गया। बैतूल जिला नर्मदा संभाग के अंतर्गत आता था। ब्रिटिश सेना ने मुलताई में छावनी बनाई थी। बैतूल और "शाहपुर" मराठा शासक अप्पा साहब के शासन से अलग हो गई थी। मराठा जनरल और सेना जून 1862 में बैतूल में रही। जिले के "मुलताई" शहर से "ताप्ती" का उदगम हुआ है। इसको पवित्र माना जाता है। और उनका प्रसिद्ध ताप्ती मंदिर भी यहां है। "बेैतुल" ही वो पहला जिला था जिसमे ९ मार्च को कवि दिवस के रूप मे मनाना प्रारम्भ किया गया था।
जनसांख्यिकीसंपादित करें
भारत की जनगणना -2011 के अनुसार बैतूल की आबादी 1,575,247 है। पुरुष जनसंख्या 799,721 है, जबकि महीला आबादी 775,526 है[1]
भूगोलसंपादित करें
बैतूल 27°06′N 73°33′E / 27.10°N 73.55°E.[2] पर स्थित है तथा समुंद्रतल से 657 मीटर (2158 फुट) की औसत ऊंचाई पर स्थित है।
शैक्षणिक संस्थाएसंपादित करें
- जयवंती हक्सर स्नातकोत्तर महाविद्यालय बैतूल भोपाल फोन 222244.
- शासकीय गर्ल्स डिग्री कालेज बैतूल भोपाल फोन 233071
- शासकीय डिग्री कालेज आमला फोन 285222
- विद्या आनन्द चिल्ड्रन अकादमी स्कूल आठनेर जिला बैतूल फोन 286572
- शासकीय उत्कृष्ट उ.मा. विद्यालय बैतूल फोन 233404
- शासकीय बहुताकनीक महाविद्यालय सोंना घाटी
दर्शनीय स्थलसंपादित करें
- शिव मंदिर, सोनाघाटी
- काजिली एवं कानीगिया,
- बालाजी पुरम मंदिर बैतूल बाजार
- मुक्तागिरी जैन मंदिर
- कुकुरू खामला
- शेरगढ़ का किला
- ताप्ती उदगम स्थल मुल्ताई
- पॉवर प्लांट सारणी
- सतलोक आश्रम[3]
इन्हें भी देखेंसंपादित करें
सन्दर्भसंपादित करें
- ↑ "भारत की जनगणना-2011". मूल से 31 मई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अगस्त 2011.
- ↑ "फ़ाल्लिंग रैन जिनोमिक्स, बैतूल". मूल से 3 सितंबर 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अगस्त 2011.
- ↑ "रामपाल ने खोला मध्यप्रदेश के आश्रम का 'अंदरुनी सच'". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 2021-11-12.
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