नमस्कार आशीष जी! कैसे हैं? क्या सूक्ष्मजैविकी को अगले महीने, दिसम्बर में निर्वाचित लेख बनाने का इरादा है। कृपया वार्तालाप करें. --Munita Prasadवार्ता ०५:००, १८ नवम्बर २००८ (UTC)

सूक्ष्मजैविकी के बारे में, अभी तक कोई समय रेखा तो सोची नहीं थी। परंतु आपकी बात से लगा, कि यदि कुछ आवश्यकताएं पूरी हो पाएं, तो जनवरी तक तो ऐसा किया ही जा सकता है। दिसंबर तक तो समय बहुत ही कम लगता है। ये आवश्यकताएं, वैसी ही होंगीं, जैसी कि वार्ता:विदिशा में, पूर्णिमा जी ने बताईं हैं, काफी कुछ मिलती जुलती हीं। हां, सन्दर्भ सूक्ष्मजैविकी का ही लें।
  1. वर्तनी व्याकरण पर और ध्यान दिया जाना चाहिए।
  2. ध्यान रखा जाए कि जब हम कोई सहयोगी पृष्ठ बनाएँ तो मुख्य पृष्ठ की बातों को दोहराव एक दो पंक्तियों से ज्यादा न हो। भूमिका बनाने के लिए एक दो पंक्तियाँ काफ़ी हैं। इस दृष्टि से इतिहास वाला सहयोगी पृष्ठ भी फिर से देखा जाना चाहिए।
  3. नियमानुसार तीन पंक्तियों से कम का कोई अनुच्छेद नहीं होना चाहिए। इसको या तो दूसरे उपयुक्त स्थान पर विलय कर दें।
  4. इस पूरे लेख में कोई संदर्भ नहीं है। १०-१२ तो ढूँढ कर लगा ही देने चाहिए।
  5. कुछ और शीर्षक भी होने ज़रूरी हैं ।
  6. साँचों में एकरूपता के लिए देहरादून विस्तार में के रूप में ही विदिशा विस्तार में बनाना चाहिए और रंगों में भी एकरूपता रहनी चाहिए। हो सके तो मध्यप्रदेश पर्यटन का साँचा भी नीले सफेद में हो जाए तो बहुत अच्छा।
मैंने आवश्यक बिंदु यहां डाल ही दिए हैं। मैं तो प्रयासरत हूं ही, आप भी मदद करें। बाकी वरिष्ठों का निर्देशन मिलेगा ही। तब यह लेख अवश्य निर्वाचन तक पहुंचेगा।

--आशीष भटनागरसंदेश ०२:५२, २० नवम्बर २००८ (UTC)
आशीष जी,

मेंरे विचार से समय कम नहीं है यदि हम दोनों प्रयाश करें। दस दिनों में, एक पहले से लिखे लेख को निर्वाचन स्तर तक पहुंचाया ही जा सकता है। धन्यवाद।

--Munita Prasadवार्ता ०४:१३, २० नवम्बर २००८ (UTC)

क्या जी, पीरामिड क्यों बना रहें हैं, जीवाणु विषाणु बनाईए। हा हा हा हा हा ???????

--Munita Prasadवार्ता १५:४५, २१ नवम्बर २००८ (UTC)

आशीष जी,
कल से 4 या 5 दिन योगदान नहीं कर पाउंगी। कुछ व्यस्त हूँ। सूक्ष्मजैविकी की कुछ कड़ियों को नीला किया है, बाकी आप देख लिजिएगा। और हां संभव हो और समय मिले तो सूक्ष्मजैविकी को निर्वाचित बनाने के निए आवश्यक कार्य करिएगा (please)। मेरा मानना है कि हम सभी को मिलकर एक निर्वाचित लेख तो हर महीने तैयार करना ही चाहिए और मुखपृष्ठ का लेख हर महीने बदलना भी चाहिए। धन्यवाद।
--Munita Prasadवार्ता १८:५२, २१ नवम्बर २००८ (UTC)
याहू या जी का मैसेंजर नहीं है, download करने के बाद बोलूंगी| ....सूक्ष्मजैविकी लेख अच्छा बना है, कड़ियां भी नीली हैं। प्रकार शीर्षक को बदलकर विविध क्षेत्र किया जा सकता है,सूक्ष्मजीवों के प्रकार एक अलग से अनुच्छेद जोड़ सकते हैं।--Munita Prasadवार्ता ०२:४६, २२ नवम्बर २००८ (UTC)
याहू में चैट हेतु मैसेंजर लोड करने की आवश्यकता नहीं है। वैसे ही गूगल में भी जी-चैट की आवश्यकता नहीं है। आप याहू-न्यू में सीधे वहीं से चैट कर सकते हैं। वैसे ही जी-मेल से भी सीधे मेल पेज से ही मेरे एड्रेस पर माउस लेजाकर, वहां चैट क्लिक करके चैट कर सकतीं हैं, बशर्ते कि मैं ऑनलाइन होऊं, उस समय। अन्यथा, मुझे ऑफलाइन सन्देश भी मिल जाएगा। जीमेल चैट सबसे सरल है। दूसरा, मैं प्रकार शीर्षक बदल देता हूं। आप भी बदल सकतीं थीं, ऐसा नहीं कि मेरा लेख है, तो मुझे अच्छा न लगे। क्योंकि अब वह लेख तो विकि की संपत्ति हो चुका है। हां वह सूक्ष्मजीवों के प्रकार डाला जा सकता है, हालांकि वह सूक्ष्मजीव लेख का भाग है, किन्तु मेरे विचार से उसे यहां शॉर्ट में डाल दें, मुख्य क्लासेस डालें, व बाद में {{main|सूक्ष्मजीवों के प्रकार}} डाल कर उस लेख में पूर्ण ब्यौरा दे दें, या ना हो सके तो भी उस लेख को फिल्हाल सूक्ष्मजीव लेख के प्रकार शिर्षक पर पुनर्निर्देशिय्त कर सकते हैं। तीसरी बात यह है, कि ऐसे ही बहुत से विचार हम ऑनलाइन होकर चर्चा कर सकते हैं। इस कारण ही मैंने आपको चैट का आमंत्रण दिया था। मैंने पूर्णिमा जी से भि कई चैट सैशन किए हैं, व होते रहते हैं। जब भी ऑनलाइन मिलतीं हैं, दुआ सलाम तो हो ही जाती है। यदि आप भि जी-मेल पर आएं तो मजा आए। आज (२४ नवं) मैं 1330 तक यहां हूं। कल रात ८ बजे से होऊंगा। यदि आप फ्री हों तो बताएं। --आशीष भटनागरसंदेश ०३:०७, २४ नवम्बर २००८ (UTC)

आशीष जी,
नमस्कार, मेरा ई-मेल हैः कई दिनों से व्यस्त हूँ इसलिए संपर्क नहीं हो पा रहा है। धन्यवाद। --Munita Prasadवार्ता १३:३९, २६ नवम्बर २००८ (UTC)

Hello, I would like to ask you to have a look at this page at meta: m:Tell us about your Wikipedia. Could you inform others in this Wikipedia (village pump?), and to Wikipedians in other Indian Wikipedias where you edit? Thank you very much.--Ziko ११:१२, ३० दिसम्बर २००८ (UTC) आप विकि पर हैं क्या?--Munita Prasadवार्ता ०३:२१, ३१ दिसम्बर २००८ (UTC) gmail पर आइए--Munita Prasadवार्ता ०३:३०, ३१ दिसम्बर २००८ (UTC) नमस्कार --Munita Prasadवार्ता ०८:१४, २ जनवरी २००९ (UTC)

डमी खाता खोलकर सदस्यों को तंग करना संपादित करें

प्रबन्धक रवीमासने डॉ॰ रवी जैन नामका डमी खाता खोलकर सदस्योको तंग कीया ओर प्रबन्धक के टुल्सका गैर उपयोग भी कीया है। प्रबन्धक रवी मासके ईत गतीवीधी तथा प्रवृतीमें प्रबन्धक पुर्णीमा वर्मन तथा ओर कई प्रबन्धक ने पुर्ण सहयोग दीया है। --Vasantmore ०७:१८, ६ जनवरी २००९ (UTC)

आशीष जी आपके बिना तो जैसे हिन्दी विकि के लेखों की संख्या ही नहीं बढ़ रही है। आपकी कमी खल रही है। लौट आइए। सूक्ष्मजैविकी में कुछ बदलाव की हूं। --Munita Prasadवार्ता १७:५७, ८ जनवरी २००९ (UTC)
नमस्कार, आपको भी बहुत-बहुत बधाई। लेख तो आप ने ही लिखा है। इसलिए मुझसे अधिक आप बधाई के पात्र हैं। आज का आलेख उम्मीदवार शूरू हुआ है, विकिपीडिया:आज का आलेख उम्मीदवार उसमें कुछ लेख सुझाइए। मैंने आपके कुछ लेख सुझाएं हैं। आप जल्दी लौटें इसकी आशा में: --Munita Prasadवार्ता १३:१०, १८ जनवरी २००९ (UTC)

आशीष जी, फ्रेंड लिस्ट में शामिल करने के लिए शुक्रिया । ऐसी कोई खास बात तो नहीं थी, पर यदि हुई तो सम्पर्क करूंगा । सोचा कि शामिल कर लूँ लिस्ट में, तो कई भी ज़रूरत पड़े तो झट से पूछ सकूंगा । --अमित प्रभाकर ०७:३२, १९ जनवरी २००९ (UTC)

  निरंतर गतिशील बार्न स्टार
सन २००८ में निरंतर कार्यशील रहने तथा अथक परिश्रम द्वारा विकिपीडियो में सहयोग करने के लिए सभी

सदस्यों व प्रबंधकों की ओर से। आशा है यह सहयोग आगे भी बना रहेगा। --पूर्णिमा वर्मन १३:३९, २३ जनवरी २००९ (UTC)


हां --Munita Prasadवार्ता १७:१८, २८ जनवरी २००९ (UTC)

  • आशीष जी आपके सुझाव का पालन कर के मैंने Flock download कर इंस्टाल भी कर लिया हैं | पर इससे मेरी समस्या हल नही हुई | अभी भी मैं अगर "संपादित करें " पर क्लिक करता हु तो टाइप रोमन मे ही होता हैं | क्या मैं कोई सेटिंग करना भूल गयां हूँ | कृपया मुझे अवगत कराएँ --- धन्यवाद Gunjan verma81 ०६:५४, २९ जनवरी २००९ (UTC)
    • अब मै Baraha Direct का उपयोग कर देवनागरी मे लिख सकता हु । पर अभी भी पुर्ण विराम के लिये मुझे vertical pipe "|" का उपयोग करना पडता है । Gunjan verma81 ०४:५४, ३० जनवरी २००९ (UTC)

आप ऑनलाइन है क्या? --Munita Prasadवार्ता ०९:५५, ३० जनवरी २००९ (UTC)

आशीष जी क्रुपया बताये कि क्या हम गूगल से खोजी हुई तस्वीरे विकि मे लागा सकते है । उदहारण के लिए इस कड़ी को देखे । क्या मैं इसे मैडम तुसाद संग्रहालय लेख में उपयोग कर सकता हु। गुन्जन वर्मा १०:०३, ३१ जनवरी २००९ (UTC)

aashish jee bahut jyada busy ho gaya thaa koi bhee lekh nahee likh paya ak-47 ke baad abhee soch raha hoo inflation pe jo english wiki ka lekh hai uska translation kar doo aap bhee sahyaog dijiyega --[[अभिमन्यु]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:Abhimanyu.singhyadav|संदेश</font>]]</sup> ०४:५५, ४ फरवरी २००९ (UTC)

नमस्कार,
प्रकाश-संश्लेषण को निर्वाचित करने के लिए आवश्यक कुछ बदलाव जरूरी हो तो करें और हो सके तो लेख को एकबार रुचि जी को दिखा दिजिए। --Munita Prasadवार्ता ०५:२२, ४ फरवरी २००९ (UTC)

मार्गदर्शन संपादित करें

मै कुछ आलेख लिखना चाहता हूँ जैसे स्पाईवेयर पर या ट्रोजन होर्स पर ,इनके नाम क्या रखू प्रचलित अंगरेजी नाम देवनागरी लिपि में या हिन्दी के अनुवाद जिन्हें कोई नही जांनता है ? इन्हे किस श्रेणी में डालू साफ्ट्वेयर या अंतरजाल ? --[[अभिमन्यु]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:Abhimanyu.singhyadav|संदेश</font>]]</sup> ०५:३५, ४ फरवरी २००९ (UTC)

कुछ फेर बदल संपादित करें

कुछ फेर बदल आशीश जी नमस्कार मैंने एक लेख लिखा है शंकरदयाल शर्मा पर आप देखे कि भारत के राष्ट्रपति हेतु कोई सांचा मौजूद नही है ,जरा अंगरेजी विकिपेडिया पर स्तर देखिये ,इस लेख में मैंने अनुवाद पूरा कर दिया है लिखने के लिए कुछ शेष नही है इसपे लिंक वगरह लगा दीजिये तथा सांचा भी बना दे बाकी रस्स्त्र्पतियो भी शीग्र ही लेख लिखूंगा --[[अभिमन्यु]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:Abhimanyu.singhyadav|संदेश</font>]]</sup> ०५:५९, ५ फरवरी २००९ (UTC)

उप श्रेनी बनाना संपादित करें

भटनागर जी मुझे कुछ आलेखो मे सांचा लगवाना है ,मुझे उपश्रेणी बनाना भी सीखना है मदद करे --[[अभिमन्यु]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:Abhimanyu.singhyadav|संदेश</font>]]</sup> ०९:१८, ५ फरवरी २००९ (UTC)

  • आशीष, मेरे विचारे से पहले अभिमन्यु उपश्रेणी की सही वर्तनी सीखें उसके बाद श्रेणी बनाना सीखें। अभी उनका काम स्तरीय नहीं है। व्याकरण, वर्तनी, रचना की गलतियाँ बहुत हैं। बिना ठीक से समझे काम सिखाने से विकि में काम कम और कूड़ा ज्यादा भरने से कोई लाभ नहीं है। उनके काम को जाँच कर उसमें सही श्रेणी लगा दी जाए।--पूर्णिमा वर्मन ११:५१, ५ फरवरी २००९ (UTC)
  • बहुत अच्छा मैंने भी मुनिता को शुभकामनाएँ दे दीं।--पूर्णिमा वर्मन १८:४९, ५ फरवरी २००९ (UTC)

प्रवेशद्वार संपादित करें

आशीष जी,
धन्यवाद। प्रवेशद्वार पर आपका काम बहुत बेहतरीन हो रहा है। हिन्दी विकि जिसमें लेखों की संख्या 25000 से अधिक हो गई है पर उसमें प्रवेशद्वारों की बहुत कमी थी। प्रवेशद्वार बनाना एक कठिन काम है। आपके प्रयास से हम इस दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं। आपका बहुत धन्यवाद। --Munita Prasadवार्ता ०८:३८, ६ फरवरी २००९ (UTC)

मुख्य समाचार संपादित करें

आशीष, आप मुख्य समाचार मे योगदान दे रहे है, यह अच्छा हैं। मगर कुछ बातों की तरफ मैं आपका ध्यान दिलाना चाहता हूँ।

  • समाचार जानकारी होने चाहिए, जरूरी नही कि सनसनीखेज। जैसे - "भारत ने क्रिकेट का नया कीर्तिमान बनाया" या "सानिया मिर्ज़ा ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई।" सही खबर को सनसनीखेज करना हैं। जानकारी है कि "भारत ने श्रीलंक के खिलाफ ४थे एकदिवसीय क्रिकेट मैच में जीत हासिल की, यह भारत की लगातार ९वी जीत हैं"। या "ऑस्ट्रेलियन ओपन के पुरूष एकल मे रफ़ाएल नडाल विजयी हुए, मिश्रित युगल महेश भूपति और सानिया मिर्ज़ा ने जीता।"
  • कम से कम ५ समाचार मुखपृष्ठ पर रहें, अगर नए महिने मे ५ समाचार नही है तो पिछले महिने के समाचार रहने दें।
  • समाचार की वेबसाईट से आप कॉपी-पेस्ट न करें। यह कॉपीराईट का उल्लंघन हो सकता हैं।

आपके जवाब का इंतजार रहेगा। --मितुल १५:०४, ६ फरवरी २००९ (UTC)

नमस्कार! मैं वही पुराना उत्तर दे रहाहूं। कि
  • समाचार के लिए एक अस्थायी लेख बनाया है, जिसे बाद में किसी लेख में विलय किया जाए, या हटा दिया जा सकता है। हां, इसके लिए उस लेख में कोई टैग लगा सकते हैं। जिससे कि कार्रवाई करना याद रहे।
मै इससे सहमत नही, जानकारी सही जगह नही लिखी जा रही, साथ-साथ किया हुआ काम बेकार हो जा रहा हैं| किसी जानकारी को सुधारना अलग बात है और किसी जानकारी को बेकार करना अलग|
  • दूसरा, समाचार, असल में साँचे में देखते हुए काफी लम्बा लग रहा था, जो बाद में छोटी फॉण्ट के कारण सिकुड़ कर छोटा हो गया। तब सोचा था, कि जनवरी के किसी समाचार को वापस लाने से अच्छा है, कि २ हाल के समाचार ढूंढ कर डाल दूं। बस वो पड़ने से रह गए। आगे से ध्यान रखूंगा।
आभार :)
  • तीसरा, शीर्षक लाइन, असल में समाचार से ही कॉपी करी थी, बस डेट संलग्न की थी। उसे भी फॉर्मैट आगे से ध्यान रखूंगा, वैसे समाचार पत्रों में भी तो ऐसे ही समाचार आते हैं, इस कारण से कुछ अटपटा नहीं लगा। किंतु वरिष्ठों के अनुभव से इस बहाने कुछ सीखने को मिला, जिसे आगे से याद रखूंगा।

--आशीष भटनागरसंदेश १५:४१, ६ फरवरी २००९ (UTC)

--मितुल ०६:०३, १० फरवरी २००९ (UTC)
नमस्कार मितुल जी! आपके ध्यान देने, एवं उत्तर देने का धन्यवाद, विशेषतया क्रमवार उत्तर का। हां मैं अब भी यही कहूंगा, कि एक तो आगे से ध्यान रखूंगा, कि कोई सूचना यदि कुछ दिन लेख रूप में रहे , जिसकी पर्याप्त पाठ सामग्री हमारे पास उपलब्ध हो, तो अच्छा है। हां, जैसे ही, वह समाचार हटाया जाए, मुखपृष्ठ से, तब उस लेख को हटा कर वांछित अंश उस से संबंधित लेख में डाल सकते हैं। जैसे कि इस लेख का अंश भारतीय क्रिकेट शृंखला में डाल सकते हैं। किंतु यदि मेरा विचार सही ना लगे , तो कोई बात नहीं, मैं प्रयास करूंगा, कि जब तक कि कोई नया ही विषय ना हो, तब तक कोई नया लेख ना बनाया जाए। हां कोई नया विषय, जैसे बराक ओबामा का राष्ट्रपति बनना हो-- तब बराक ओबामा का लेख बना सकते हैं। जैसे कि मैंने मिशेल ओबामा का लेख बनाया था। यह बात पूर्णतया सही लगती है। शेष फिर। आगे भी ऐसी ही शिक्षाओं का वरद हस्त रहे, इस आशा के साथ, आपका--आशीष भटनागरसंदेश ०६:३४, १० फरवरी २००९ (UTC)

उपश्रेणी बनाना सीख लिया एक उपश्रेणी को दो श्रेणी में कैसे डाले ?मसलन राजस्थान के विश्व एक उपश्रेणी को दो श्रेणी में कैसे डाले ?मसलन राजस्थान के विश्विद्यालय की उपश्रेणी को मै भारत के विश्विद्यालय तथा राजस्थान दोनों में दिखाना चाहता हूँ जरा समझा दीजियेग--[[अभिमन्यु]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:Abhimanyu.singhyadav|संदेश</font>]]</sup> ०४:१२, ७ फरवरी २००९ (UTC)

लेख मे चित्र लगाना संपादित करें

मैने एक लेख रागीलिखा है मूल लेख का यानि finger millet का अनुवाद किया है इस्मे सान्चे और चित्रो को लगने का काम कर दे बहुत बहुत धन्यवाद इसे आज का आलेख श्रेणी मे भी डाल दे --अभिमन्युसंदेश १२:५६, १२ फरवरी २००९ (UTC) अन्न श्रेणी मे कई लेख लिखून्गा

आशीष महर्षि एक पत्रकार है पहले टीवी में था आजकल भास्कर में है। टीवी के लोग आजकल स्टार ही होते हैं। उसका पन्ना बनाने में खास कोई हर्ज नहीं। लेकिन वह यहाँ आकर पहले अपना पन्ना बनाता है तो इसका मतलब है कि उसको विकि के विकास से कोई मतलब नहीं है। शायद ही दुबारा यहाँ आए। हाँ जो कुछ लिखा है वह विकि के मानदंडों के अनुसार होना चाहिए। नहीं है तो उसको हटाना या सुधार करना ज़रूरी है। इस दृष्टि से तुम्हारा टैग और वार्ता संदेश ठीक है। बहुत विस्तार में किसी से कुछ कहने से फायदा नहीं। विवाद ज्यादा होते हैं काम कम होता है। अगर वह दुबारा आया तो वार्ता पढ़कर अपना लेख सुधार सकता है। शायद लिखने में भी दिलचस्पी बने। अगर लिखने में दिलचस्पी बनती है तो शायद भारत में पत्रकारिता का इतिहास और भारत के प्रसिद्ध पत्रकारों पर अच्छा काम हो सकता है। इसलिए मैंने कुछ मिटा दिया है कुछ रखा है। सोच धनात्मक रखनी चाहिए। आशा करनी चाहिए कि आशीष ने जैसे टीवी और अखबार में अच्छा काम किया है वैसा ही जबरदस्त काम विकिपीडिया में भी करे।--पूर्णिमा वर्मन ०५:४३, १३ फरवरी २००९ (UTC)

यह भी देखें। संपादित करें

हिन्दी विकि पर कायस्थ ब्राह्मण पर लेख।

यह ठीक है कि तुमने अभी प्रवेशद्वार पर लेख लगाए होंगे। पर ये लेख भी दैनिक या किसी नियम से बदलते रहते हैं। इसलिए इनकी अलग श्रेणी बनाने से कोई फायदा नहीं हैं। आज का आलेख इसलिए अंकित किए जाने का नियम रखा कि अच्छे लेखों को चुनकर निर्वाचिक के लिए काम किया जा सके। साथ ही लोगों को पता चले कि विकिपीडिया पर लेख कैसा होना चाहिए। अगर कोई निर्वाचित लेख प्रवेशद्वार के विषय से मेल खाता है तो उसको वहाँ रखा जा सकता है। या फिर प्रवेशद्वार का कोई अच्छा लेख निर्वाचित हो सकता है। एक बात और सदस्यों के पन्ने पर संदेश लिखते समय भाषा, व्याकरण, वर्तनी का ठीक से ध्यान रखो वर्ना पलट कर वार होगा कि खुद को नहीं आता हमें सिखाने चले हो। कम से कम दो बार ठीक से पढ़ लो वर्तनी से संदेह है तो शब्दकोश देख लो।--पूर्णिमा वर्मन १०:२२, १३ फरवरी २००९ (UTC)

Point noted.


आशीष जी,

मैं विकि पर नया हूं, अब से हस्ता़क्षर कर दूंगा।
'Point noted.' मैंने पूर्णिमाजी के लिये कहा था।
मैं भी विकि में प्रबन्धक बनना चाहता हूं, कैसे बनूं, बतायें ।
KayasthaShiromani २२:२३, १४ फरवरी २००९ (UTC)

प्रवेशद्वार संपादित करें

आशीष जी नमस्कार,
आपके प्रवेशद्वार का काम वाकई बहुत ही बेहतरीन चल रहा है। आपका कार्यों को देखकर बहुत खुशी हो रही है और आपकी मेहनत को देख कर आश्चर्य भी होता है। फिलहाल मैं थोड़ी व्यस्त हूँ, आपसे संपर्क नहीं हो पाया इसके लिए खेद है। आप प्रवेशद्वार बनाएँ मैं उसके लेखों को बड़ा और बेहतरीन करने की कोशिस करूँगी जब भी समय मिलेगा।
धन्यवाद --Munita Prasadवार्ता ०३:५३, १४ फरवरी २००९ (UTC)

आशीष जी, आपने जो आज का आलेख का काम किया है वो अति आवश्यक था। बस एक बात कहनी थी वो आपने 2011 तक के बनाए हैं जो मुझे अभी के लिए आवश्यक नहीं लग रहे हैं। पुरालेख में तो पुरानी चीजों को संग्रह करना है, भविष्य की नहीं। वो ऐसे ही लाल बने रहेंगे एवं जटिलता कुछ ज्यादा ही हो गई थी। इसलिए मैंने उसे आज के हिसाब से कुछ परिवर्तित कर दिया है। बाद में जब और लेख हो जाएंगे तो उसको फिर बना लिया जाएगा। --Munita Prasadवार्ता ०४:३९, १४ फरवरी २००९ (UTC)

आज का आलेख संपादित करें

आशीष जी मैंने अकबर लेख को पूर्ण कर लिया है,यह लेख "आज का आलेख" के उम्मीदवार सूचि में हैं कृपया इस लेख की समीक्षा करें एवं अगर आप को उपयुक्त लगे तो इसे "आज का आलेख" के लिए निर्वाचित करें। धन्यवाद गुन्जन वर्मा ०५:४९, १४ फरवरी २००९ (UTC)

इन में सांचा चित्र लगा दे संपादित करें

इन में सांचा चित्र लगा दे मैंने हल ही में कुछ आलेख अन्वादित किए थे पर इन पर चित्र या सांचा नही है कृपया समय मिलते ही लगा दे कँगनी[foxtail millet], जंगली चावल[Shama millet]] se --abhimanyu ०७:५५, १६ फरवरी २००९ (UTC)


मोटा अन्न में बाजरा पे भी आलेख है इसमे भी सांचा चित्र लगा दीजियेगा , चेना जो कि proso millet  का अनुवाद है में भी यह काम करना है --abhimanyu ०७:१३, १७ फरवरी २००९ (UTC)
अभिमन्यु! आप लेख तो बना रहे हैं, किंतु कुछ बातों का सदा ही ध्यान रखें:
  • किसी भी लाइन के आरंभ में यदि स्पेस छूट जाता है, तो वह बाद में बुरा दिखाई देता है। इस काम को किसी खास वजह से आरक्षित किया गया है। किन्तु साधारण भाषा में इसका प्रयोग बुरा लगता है। इसी ही कारण ऊपर आपका लिखा हुआ सन्देश मैंने बदला नहीं है। आप स्वयं देखें व आगे से ध्यान रखें।
  • दूसरा, आप सांचों को जैसे का तैसा नकल /कापी कर पेस्ट कर दें, मात्र उसके दांई ओर का भाग हिन्दी में अनुवाद करें। ध्यान रहे कि यदि सांचे का रंग अंग्रेज़ी से बदल जाता है, तो kingdom को ना बदलें। क्योंकि यह ही रंग निश्चित करता है। इस प्रकार आपका लेख किसी के इंतजार में नहीं रहेगा।
  • चित्र को भी पेस्ट कर सकते हैं, मात्र उसके अंत में | के बाद दिया हुआ पाठ बदल दें।
  • कड़ी दें, यो ध्यान रखें कि उसके दोनों ओर [[ ]] लगे हैं, कि नहीं।
  • लेख सहेजने से पूर्व व बाद में भी एक बार उसे अवश्य पढ़ें। कोई गलती हो तो सुधार दें।
इन कुछ बातों का ध्यान दें तो लेख काफ़ी सुधर जाएगा।--आशीष भटनागरसंदेश ०८:१४, १७ फरवरी २००९ (UTC)

कृपया इस पृष्ठ को देखे ,इस पर असंदर्भित content हैं एवं यह विकी के अनुरूप भी नही है. गुन्जन वर्मा ०५:४६, १८ फरवरी २००९ (UTC)

धन्यवाद --गुंजन वर्मासंदेश ०६:५१, १८ फरवरी २००९ (UTC)

बोरागू सफ़ेद बाजरा वरूका ,ये तीन नए लेख मेने मोटा अन्न श्रेणी में लिखे है ,इनमे समय मिलते ही चित्र और सांचा लगा दीजियेगा ,२ आलेख और है वो पुरे करते ही श्रेणी पूर्ण हो जाएगे --abhimanyu ०८:२३, १८ फरवरी २००९ (UTC)

जयपुर विमान अड्डा संपादित करें

i create this article titaled as jaipur airport but link is still red please look recent change --abhimanyu ०४:५८, २० फरवरी २००९ (UTC) Jaipur Airport

आपने मुझे भारत में विमान क्षेत्र सांचा पे काम करने को कहा इस दिशा में मैंने काम करने की शुरुआत भी कर दी ,लेकिन यहाँ एक गलती है यहाँ श्रेणी और उपश्रेणी का जाल आपस में कुछ ऐसा उलझ गया है की लेखो को तर्कसंगत तरीके से रखा ही नही जा रहा ,कृपया आप तथा अन्य प्रबंधक इस उलझाव् को दूर कर दे श्रेणी : भारत की प्रमुख वायुयान सेवाएं एयर इंडिया भारत में विमानन क्षेत्र श्रेणी विमान क्षेत्र इन सभी पे एक नजर डाल ले --abhimanyu ०६:३४, २१ फरवरी २००९ (UTC) जयपुर हवाई अड्डा ,जैसलमेर हवाई अड्डा ,जोधपुर हवाई अड्डा इनमे सांचा ,संदूक आदि जोड़ दीजियेगा --abhimanyu ०७:११, २१ फरवरी २००९ (UTC)

कोई बात नहीं जब भी चालू हो तब बता देना। तब तक भूल मत जाना। बात पकवान की है न?--पूर्णिमा वर्मन १८:०९, २३ फरवरी २००९ (UTC)

भारत के प्रवेशद्वार मानचित्र में आपने हिन्दी में जगहों के नाम भड़े हैं वैसे ही एक लेख प्रकाश-संश्लेषण के कुछ चित्रों में भड़ने हैं। आप थोड़ी सहायता कर दें तो काम सरल हो जाएगा। हां आप से अनुरोध था कि इस लेख को जड़ा रूचि जी को दिखा दिजिएगा। निर्वाचित के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। पहले तो आप जलते बुझते रहते थे अच्छा था। आज बुझे ही हुए क्यो हैं। --Munita Prasadवार्ता ०२:०३, २४ फरवरी २००९ (UTC)

आशीष जी नमस्कार आज कल विकी पर थोडा कम ही आ पा रहा हूँ . अभी मैं जहा हु वहा internet connection काफी धीमा है थोड़े ही दिनों वापस पूरी शक्ति से विकी पर लौटूंगा धन्यावाद --गुंजन वर्मासंदेश १२:११, ९ मार्च २००९ (UTC)

विकिपीडिया पर आपका सराहनीय कार्य देखकर बहुत ख़ुशी हुई

आशीष, क्या आप जीतेन्द्र की प्रकाशित पुस्तकों की सूची दे सकते हैं? क्या यहाँ पर हर ब्लॉगर का वैनिटी पृष्ठ बनाया जा सकता है? यदि हाँ तो हिन्दी में आज ६००० से ज्यादा ब्लॉग हैं, शायद इससे ज्यादा ब्लॉगर और हर रोज़ हज़ारों और लोग जुड़ रहे हैं। आप की ओर से मैं सभी को आमंत्रण दे सकता हूं अपना अपना पृष्ठ बना लेने का। क्या हर ब्लॉगर लेखक (परंपरागत शब्द लेखक की बात कर रहा हूँ) है? क्या खाड़ी देश की निवासी किसी एडमिन से परिचय उस व्यक्ति को खाड़ी देश का लेखक बना देता है? हिन्दी चिट्ठाकार का पृष्ठ व वार्ता भी देखें --देबाशीष ०९:४४, ११ मार्च २००९ (UTC)

आपका उत्तर आपने कहा कि यहीं दिया है पर मुझे दिख नहीं रहा।--देबाशीष १०:४५, ११ मार्च २००९ (UTC)
क्षमाप्रार्थी हूं। असल में मैंने आपके वार्ता पृष्ठ पर लिखा, और फिर जब यहां आया, तो कम्प्यूटर में कुछ खराबी के कारण यहां लिख नहीं पाया। फिर डिस्कनेक्ट हो गया। अच्छा, अब मुद्दे पर आते हैं:
आपका संदेश मैंने देखा, और साथ ही उससे संबंधित सभी वार्तालाप भी पढ़े। पूर्णीमा जी के, आपके वार्ता पृष्ठ इत्यादि पर। उस संबंध में मेरी भी एक निजि राय है। एक तो यह कि मुझे चिट्ठों के बारे में अधिक ज्ञान नहीं है, तो शायद मैं उस से दूर ही रहूं, तो बेहतर होगा। दूसरा यह कि कुछ बातें, यदि हम गूगल चैट, जी-टॉक पर कर लें, तो बेहतर होगा। तीसरा यह कि किसी भि आपत्तिजनक क्रिया, या प्रतिक्रिया, को यदि चर्चा उपरांत किया जाए, तो बहुत सी समस्याएं स्वतः ही समाप्त हो जाएंगीं। यह बात सभी पर समान रूप से लागू होती है, जिसमें चाहे कोई प्रबंधक हो, या साधारण सदस्य। हां अनामी, अपंजीकृत योगदानकर्ता, या वी के वोहरा जी जैसे कुछ अपवादों को छोड़कर। शेष तो यदि चैट पर हों, तो बात की जाए। मेरे विचार से आप ऑनलाइन हैं। मेरा ID: ashish0bhatnagar@gmai.com G-talk के लिए, व याहू मेल के लिए ashishbhatnagar00@yahoo.com है। अभी भी प्रतीक्षारत हूं, कृपया अपना जी मेल आई डी बताएं, या मुझे जी-टॉक पर संपर्क करें।--आशीष भटनागरसंदेश १०:५८, ११ मार्च २००९ (UTC)--आशीष भटनागरसंदेश १०:४८, ११ मार्च २००९ (UTC)
आशीष आफिस में तो सुविधा है ही नहीं, घर से भी मैं चैट का इस्तेमाल नहीं करता। आप मेरे प्रोफाईल पर दिये ईमेल पते पर संपर्क कर सकते हैं।--देबाशीष ११:०१, ११ मार्च २००९ (UTC)
त्वरित उत्तर हेतु धन्यवाद। असल में मैंने आपके प्रोफाइल पर सर्च से .com सर्च किया था, पर वहां debashish AT gmail DOT com दिया था। खैर कोई बात नहीं। मैं अभी एक मेल भेजता हूं। चैट पर बात सरलता से और जल्दी जल्दी हो जाती है, इसीलिए ये विकल्प ढूंढा था। संभव होता तो अच्छा था। नहीं भी तो कोई बात नहीं। मैं मेल करता हूं।--आशीष भटनागरसंदेश ११:०९, ११ मार्च २००९ (UTC)

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नमस्कार आशीष जी, जी मेल नही खुल रहा है। कल देखती हूँ। --Munita Prasadवार्ता १६:३६, १९ मार्च २००९ (UTC)

आशीष जी, नमस्कार राजस्थानी भाषा के साहित्यकार श्री सोभाग्य सिंह जी पर एक लेख मैंने जोड़ा है लेकिन फोटो सही नहीं लगा पा रहा हूँ कृपया आप लेख देख कर संपादित करदे | सादर धन्यवाद रतन सिंह

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