स्वागत!  नमस्कार Mehtaassociate जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है।

-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 07:40, 4 अगस्त 2021 (UTC)उत्तर दें

डिजिटल गब्बर पृष्ठ को शीघ्र हटाने का नामांकन संपादित करें

 

नमस्कार, आपके द्वारा बनाए पृष्ठ डिजिटल गब्बर को विकिपीडिया पर पृष्ठ हटाने की नीति के अंतर्गत शीघ्र हटाने के लिये नामांकित किया गया है।

ल2. साफ़ प्रचार: (अंग्रेज़ी विकि पर हटाया गया)

यदि यह पृष्ठ अभी हटाया नहीं गया है तो आप पृष्ठ में सुधार कर सकते हैं ताकि वह विकिपीडिया की नीतियों पर खरा उतरे। यदि आपको लगता है कि यह पृष्ठ इस मापदंड के अंतर्गत नहीं आता है तो आप पृष्ठ पर जाकर नामांकन टैग पर दिये हुए बटन पर क्लिक कर के इस नामांकन के विरोध का कारण बता सकते हैं। कृपया ध्यान रखें कि शीघ्र हटाने के नामांकन के पश्चात यदि पृष्ठ नीति अनुसार शीघ्र हटाने योग्य पाया जाता है तो उसे कभी भी हटाया जा सकता है।

यदि यह पृष्ठ हटा दिया गया है, तो आप चौपाल पर इस पृष्ठ को अपने सदस्य उप-पृष्ठ में डलवाने, अथवा इसकी सामग्री ई-मेल द्वारा प्राप्त करने हेतु अनुरोध कर सकते हैं।☆★संजीव कुमार (✉✉) 19:32, 4 अगस्त 2021 (UTC)उत्तर दें

@संजीव कुमार: आदरणीय संजीव जी, नमस्कार डिजिटल गब्बर भारत का एक मात्र ऐसा ब्लॉग है जो डिजिटल मार्केटिंग हिंदी और अंग्रेजी भाषा में सीखा रहा है, जिसका जिक्र विभिन समाचार स्रोतों ने भी अपने लेख में किया है। अतः पृष्ठ को हटाने के मुद्दे पर फिर से विचार करें। और जहां तक बात है अंग्रेजी विकी पे पेज हटाने की तो वो अपूर्ण था और सही रेफरन्स का इस्तेमाल भी नहीं किया था, ऐसे पे पेज हटना स्वभाविक था। धन्यवाद ! Mehtaassociate (वार्ता)
स्वाभाविक रूप से मैंने सभी सन्दर्भों का अध्ययन किया है। इसमें दो तरह की सन्दर्भ कड़ियाँ दी गयी हैं जिनमें पहली समाचार पत्रों की हैं और दूसरी सोशल मीडिया साइटों पर बनी प्रोफाइल की। चूँकि सोशल मीडिया पर प्रोफाइल कोई भी किसी भी नाम से बना सकता है अतः उसको सन्दर्भ नहीं माना जा सकता। जो समाचार चैनलों की कड़ियाँ हैं उनमें सबमें एक ही भाषा है और सम्बंधित वेबसाइट के निर्माता का साक्षात्कार समरूप कुछ लिख रखा है। यह विषय को उल्लेखनीय नहीं बनाता।☆★संजीव कुमार (✉✉) 08:45, 5 अगस्त 2021 (UTC)उत्तर दें
@संजीव कुमार: सोशल साइट्स की कड़ियाँ का आधार नहीं बनता है, ये मुझे भी पता है। दूसरी जो समाचार की कड़ियाँ है वो जाहिर सी बात डिजिटल गब्बर के बारे में जानने के लिए वेबसाइट निर्माता से ही वार्तालाप (दूरभाष और ईमेल) या उनकी साक्षात्कार के आधार पर है। जब भी कोई पत्रकार या मीडिया न्यूज़ बनती है तो वो साक्ष्य के लिए उस विषय के प्राधिकृत आदमी से ही बात करती है। ये उल्लेखनीय आपके लिए क्यों नहीं है ये मरी समझ से परे है। माफ़ कीजियेगा संजीव जी लेकिन आपने कथन अनुशार तो यही प्रतिक होता की समाचार चैनल और पत्रकारों को सभी खबरें अपने मन से ही लिखना चाहिए, वो खबर सही है गलत है उसके पीछे का क्या शाक्ष्य है ये जानने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। Mehtaassociate (वार्ता)
किसी वेबसाइट निर्माता का साक्षात्कार मात्र लिख देना पर्याप्त नहीं होता। यदि यह विषय इतना ही लोकप्रिय होता (विकिपीडिया की उल्लेखनीयता के अनुरूप) तो आपको पत्रकारों के ऐसे लेख भी मिल जाते जिनमें उन्होंने सम्बंधित विषय पर स्वयं से शोध किया है और फिर समाचार बनाये हैं। इस तरह के समाचार भी एक बार नहीं बल्कि एक वर्ष के दौरान कई बार ऐसा हुआ हो। अन्यथा समाचार पत्रों को मिलने वाले साक्षात्कार पर लेख बनाने लग गये तो हमेशा ऐसे विषय मिल जायेंगे जिनका कल कोई अर्थ नहीं रहेगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 11:52, 5 अगस्त 2021 (UTC)उत्तर दें
संजीव जी, ये डिजिटल गब्बर की अभी शुरुवात है आने वाले दिनों में आपको वैसे लेख भी मिल जायेगे जैसा आपके नजर में सही है। शुरुवात हमेशा साक्षात्कार से ही होता है फिर उसको देख कर दूसरे पत्रकार भी अपना लेख लिखते है। आप इस मुद्दे को व्यक्तिगत रूप से न लें, आपसे अनुरोध है एक बार और विचार करें। धन्यवाद ! Mehtaassociate (वार्ता)