ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम

भारत के पूर्व-राष्ट्रपति और परमाणु वैज्ञानिक (1931–2015)
(ए पी जे अब्दुल कलाम से अनुप्रेषित)
यह 21 नवम्बर 2024 को देखा गया स्थिर अवतरण है।

अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम[2] (अंग्रेज़ी: A P J Abdul Kalam), जो मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति नाम से भी जाने जाते हैं, भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे।[3] वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम

ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम


भारत के 11वें राष्ट्रपति
कार्यकाल
25 जुलाई 2002 – 25 जुलाई 2007
प्रधान  मंत्री अटल बिहारी वाजपयी
मनमोहन सिंह
उपराष्ट्रपति कृष्ण कान्त
भैरोंसिंह शेखावत
पूर्व अधिकारी के॰ आर॰ नारायणन
उत्तराधिकारी प्रतिभा देवीसिंह पाटिल

जन्म 15 अक्टूबर 1931
रामेश्वरम, रमानाथपुरम जिला, ब्रिटिश भारत (मौजूदा तमिलनाडु, भारत)
मृत्यु 27 जुलाई 2015( 2015-07-27) (उम्र 83 वर्ष)[1]
शिलोंग, मेघालय, भारत
विद्या अर्जन सेंट जोसेफ कॉलेज, तिरुचिरापल्ली
मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
पेशा प्रोफेसर, लेखक, वैज्ञानिक
एयरोस्पेस इंजीनियर
हस्ताक्षर ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम के हस्ताक्षर
वेबसाइट abdulkalam.com

इन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे। इन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में 'मिसाइल मैन' के रूप में जाना जाता है।[4]

इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई।[5]

कलाम सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए।[6] पांच वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। इन्होंने भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये।

प्रारंभिक जीवन

15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोडी गाँव (रामेश्वरम, तमिलनाडु) में एक मध्यमवर्ग मुस्लिम अंसार परिवार में इनका जन्म हुआ।[7] इनके पिता जैनुलाब्दीन न तो ज़्यादा पढ़े-लिखे थे, न ही पैसे वाले थे।[8] इनके पिता मछुआरों को नाव किराये पर दिया करते थे। अब्दुल कलाम संयुक्त परिवार में रहते थे। परिवार की सदस्य संख्या का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि यह स्वयं पाँच भाई एवं पाँच बहन थे और घर में तीन परिवार रहा करते थे।[5] अब्दुल कलाम के जीवन पर इनके पिता का बहुत प्रभाव रहा। वे भले ही पढ़े-लिखे नहीं थे, लेकिन उनकी लगन और उनके दिए संस्कार अब्दुल कलाम के बहुत काम आए।[9][10] पाँच वर्ष की अवस्था में रामेश्वरम की पंचायत के प्राथमिक विद्यालय में उनका दीक्षा-संस्कार हुआ था। उनके शिक्षक इयादुराई सोलोमन ने उनसे कहा था कि जीवन मे सफलता तथा अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए तीव्र इच्छा, आस्था, अपेक्षा इन तीन शक्तियो को भलीभाँति समझ लेना और उन पर प्रभुत्व स्थापित करना चाहिए। पांचवी कक्षा में पढ़ते समय उनके अध्यापक उन्हें पक्षी के उड़ने के तरीके की जानकारी दे रहे थे, लेकिन जब छात्रों को समझ नही आया तो अध्यापक उनको समुद्र तट ले गए जहाँ उड़ते हुए पक्षियों को दिखाकर अच्छे से समझाया, इन्ही पक्षियों को देखकर कलाम ने तय कर लिया कि उनको भविष्य में विमान विज्ञान में ही जाना है। कलाम के गणित के अध्यापक सुबह ट्यूशन लेते थे इसलिए वह सुबह 4 बजे गणित की ट्यूशन पढ़ने जाते थे।

अब्दुल कलाम ने अपनी आरंभिक शिक्षा जारी रखने के लिए अख़बार वितरित करने का कार्य भी किया था।[8] कलाम ने 1950 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलजी से अंतरिक्ष विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। स्नातक होने के बाद उन्होंने हावरक्राफ्ट परियोजना पर काम करने के लिये भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान में प्रवेश किया। 1962 में वे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में आये जहाँ उन्होंने सफलतापूर्वक कई उपग्रह प्रक्षेपण परियोजनाओं में अपनी भूमिका निभाई। परियोजना निदेशक के रूप में भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान एसएलवी 3 के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई जिससे जुलाई 1982 में रोहिणी उपग्रह सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया था।[7][5]

वैज्ञानिक जीवन

यह मेरा पहला चरण था; जिसमें मैंने तीन महान शिक्षकों-विक्रम साराभाई, प्रोफेसर सतीश धवन और ब्रह्म प्रकाश से नेतृत्व सीखा। मेरे लिए यह सीखने और ज्ञान के अधिग्रहण के समय था।

- अब्दुल कलाम[11]
 
आईआईटी, गुवाहाटी में अभियांत्रिकी के छात्रों को संबोधित करते अब्दुल कलाम
चित्र:A-p-j-abdul-kalam-2.jpg
ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए

1972 में वे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन से जुड़े। अब्दुल कलाम को परियोजना महानिदेशक के रूप में भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (एस.एल.वी. तृतीय) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल हुआ। 1980 में इन्होंने रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के निकट स्थापित किया था। इस प्रकार भारत भी अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब का सदस्य बन गया।[7] इसरो लॉन्च व्हीकल प्रोग्राम को परवान चढ़ाने का श्रेय भी इन्हें प्रदान किया जाता है। कलाम ने स्वदेशी लक्ष्य भेदी नियंत्रित प्रक्षेपास्त्र (गाइडेड मिसाइल्स) को डिजाइन किया। इन्होंने अग्नि एवं पृथ्वी जैसे प्रक्षेपास्त्रों को स्वदेशी तकनीक से बनाया था। कलाम जुलाई 1992 से दिसम्बर 1999 तक रक्षा मंत्री के विज्ञान सलाहकार तथा सुरक्षा शोध और विकास विभाग के सचिव थे।[7] उन्होंने रणनीतिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली का उपयोग आग्नेयास्त्रों के रूप में किया। इसी प्रकार पोखरण में दूसरी बार परमाणु परीक्षण भी परमाणु ऊर्जा के साथ मिलाकर किया। इस तरह भारत ने परमाणु हथियार के निर्माण की क्षमता प्राप्त करने में सफलता अर्जित की। कलाम ने भारत के विकासस्तर को 2020 तक विज्ञान के क्षेत्र में अत्याधुनिक करने के लिए एक विशिष्ट सोच प्रदान की।[7] यह भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार भी रहे। 1982 में वे भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान में वापस निदेशक के तौर पर आये और उन्होंने अपना सारा ध्यान "गाइडेड मिसाइल" के विकास पर केन्द्रित किया। अग्नि मिसाइल और पृथ्वी मिसाइल का सफल परीक्षण का श्रेय काफी कुछ उन्हीं को है। जुलाई 1992 में वे भारतीय रक्षा मंत्रालय में वैज्ञानिक सलाहकार नियुक्त हुये। उनकी देखरेख में भारत ने 1998 में पोखरण में अपना दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया और परमाणु शक्ति से संपन्न राष्ट्रों की सूची में शामिल हुआ।[7]

राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे। इन्हें भारतीय जनता पार्टी समर्थित एन॰डी॰ए॰ घटक दलों ने अपना उम्मीदवार बनाया था जिसका वामदलों के अलावा समस्त दलों ने समर्थन किया। 18 जुलाई 2002 को कलाम को नब्बे प्रतिशत बहुमत द्वारा भारत का राष्ट्रपति चुना गया था और इन्हें 25 जुलाई 2002 को संसद भवन के अशोक कक्ष में राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई।[12] इस संक्षिप्त समारोह में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य तथा अधिकारीगण उपस्थित थे। इनका कार्याकाल 25 जुलाई 2007 को समाप्त हुआ।[7] अब्दुल कलाम व्यक्तिगत ज़िन्दगी में बेहद अनुशासनप्रिय थे। यह शाकाहारी थे।[5] इन्होंने अपनी जीवनी विंग्स ऑफ़ फायर भारतीय युवाओं को मार्गदर्शन प्रदान करने वाले अंदाज में लिखी है। इनकी दूसरी पुस्तक 'गाइडिंग सोल्स- डायलॉग्स ऑफ़ द पर्पज ऑफ़ लाइफ' आत्मिक विचारों को उद्घाटित करती है इन्होंने तमिल भाषा में कविताऐं भी लिखी हैं।[7] यह भी ज्ञात हुआ है कि दक्षिणी कोरिया में इनकी पुस्तकों की काफ़ी माँग है और वहाँ इन्हें बहुत अधिक पसंद किया जाता है।

2000 वर्षों के इतिहास में भारत पर 600 वर्षों तक अन्य लोगों ने शासन किया है। यदि आप विकास चाहते हैं तो देश में शांति की स्थिति होना आवश्यक है और शांति की स्थापना शक्ति से होती है। इसी कारण प्रक्षेपास्त्रों को विकसित किया गया ताकि देश शक्ति सम्पन्न हो।

अब्दुल कलाम[12]
 
आई एन एस सिंधुरक्षक पर तत्कालीन भारतीय राष्ट्रपति कलाम

यूं तो अब्दुल कलाम राजनीतिक क्षेत्र के व्यक्ति नहीं थे लेकिन राष्ट्रवादी सोच और राष्ट्रपति बनने के बाद भारत की कल्याण संबंधी नीतियों के कारण इन्हें कुछ हद तक राजनीतिक दृष्टि से सम्पन्न माना जा सकता है। इन्होंने अपनी पुस्तक इण्डिया 2020 में अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया है। यह भारत को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में दुनिया का सिरमौर राष्ट्र बनते देखना चाहते थे और इसके लिए इनके पास एक कार्य योजना भी थी। परमाणु हथियारों के क्षेत्र में यह भारत को सुपर पॉवर बनाने की बात सोचते रहे थे। वह विज्ञान के अन्य क्षेत्रों में भी तकनीकी विकास चाहते थे। कलाम का कहना था कि 'सॉफ़्टवेयर' का क्षेत्र सभी वर्जनाओं से मुक्त होना चाहिए ताकि अधिकाधिक लोग इसकी उपयोगिता से लाभांवित हो सकें। ऐसे में सूचना तकनीक का तीव्र गति से विकास हो सकेगा। वैसे इनके विचार शांति और हथियारों को लेकर विवादास्पद हैं।[12]

राष्ट्रपति दायित्व से मुक्ति के बाद

कार्यालय छोड़ने के बाद, कलाम भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग, भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद, भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौरभारतीय विज्ञान संस्थान,बैंगलोर के मानद फैलो, व एक विजिटिंग प्रोफेसर बन गए।[13] भारतीय अन्तरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुवनंतपुरम के कुलाधिपति, अन्ना विश्वविद्यालय में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के प्रोफेसर और भारत भर में कई अन्य शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों में सहायक बन गए। उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और अन्ना विश्वविद्यालय में सूचना प्रौद्योगिकी, और अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान हैदराबाद में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पढ़ाया।[14][15]

मई 2012 में, कलाम ने भारत के युवाओं के लिए एक कार्यक्रम, भ्रष्टाचार को हराने के एक केंद्रीय विषय के साथ, "मैं आंदोलन को क्या दे सकता हूँ" का शुभारंभ किया।[16]उन्होंने यहाँ तमिल कविता लिखने और वेन्नई नामक दक्षिण भारतीय स्ट्रिंग वाद्य यंत्र को बजाने का भी आनंद लिया।[17][18]

कलाम कर्नाटक भक्ति संगीत हर दिन सुनते थे और हिंदू संस्कृति में विश्वास करते थे।[19] इन्हें 2003 व 2006 में "एमटीवी यूथ आइकन ऑफ़ द इयर" के लिए नामांकित किया गया था।[20][21][22]

2011 में आई हिंदी फिल्म आई एम कलाम में, एक गरीब लेकिन उज्ज्वल बच्चे पर कलाम के सकारात्मक प्रभाव को चित्रित किया गया। उनके सम्मान में वह बच्चा छोटू जो एक राजस्थानी लड़का है खुद का नाम बदल कर कलाम रख लेता है।[23]2011 में, कलाम की कुडनकुलम परमाणु संयंत्र पर अपने रुख से नागरिक समूहों द्वारा आलोचना की गई। इन्होंने ऊर्जा संयंत्र की स्थापना का समर्थन किया। इन पर स्थानीय लोगों के साथ बात नहीं करने का आरोप लगाया गया।

इन्हें एक समर्थ परमाणु वैज्ञानिक होने के लिए जाना जाता है पर संयंत्र की सुरक्षा सुविधाओं के बारे में इनके द्वारा उपलब्ध कराए गए आश्वासनों से नाखुश प्रदर्शनकारी इनके प्रति शत्रुतापूर्ण थे।[24]

निधन

...मैं यह बहुत गर्वोक्ति पूर्वक तो नहीं कह सकता कि मेरा जीवन किसी के लिये आदर्श बन सकता है; लेकिन जिस तरह मेरी नियति ने आकार ग्रहण किया उससे किसी ऐसे गरीब बच्चे को सांत्वना अवश्य मिलेगी जो किसी छोटी सी जगह पर सुविधाहीन सामजिक दशाओं में रह रहा हो। शायद यह ऐसे बच्चों को उनके पिछड़ेपन और निराशा की भावनाओं से विमुक्त होने में अवश्य सहायता करे।

सूक्तियाँ - अब्दुल कलाम[25]

27 जुलाई 2015 की शाम अब्दुल कलाम भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग में 'रहने योग्य ग्रह' पर एक व्याख्यान दे रहे थे जब उन्हें जोरदार कार्डियक अरेस्ट (दिल का दौरा) हुआ और ये बेहोश हो कर गिर पड़े।[1][26] लगभग 6:30 बजे गंभीर हालत में इन्हें बेथानी अस्पताल में आईसीयू में ले जाया गया और दो घंटे के बाद इनकी मृत्यु की पुष्टि कर दी गई।[27][28]अस्पताल के सीईओ जॉन साइलो ने बताया कि जब कलाम को अस्पताल लाया गया तब उनकी नब्ज और ब्लड प्रेशर साथ छोड़ चुके थे। अपने निधन से लगभग 9 घण्टे पहले ही उन्होंने ट्वीट करके बताया था कि वह शिलोंग आईआईएम में लेक्चर के लिए जा रहे हैं।[29]

कलाम अक्टूबर 2015 में 84 साल के होने वाले थे। मेघालय के राज्यपाल वी॰ षडमुखनाथन; अब्दुल कलाम के हॉस्पिटल में प्रवेश की खबर सुनते ही सीधे अस्पताल में पहुँच गए। बाद में षडमुखनाथन ने बताया कि कलाम को बचाने की चिकित्सा दल की कोशिशों के बाद भी शाम 7:45 पर उनका निधन हो गया।[27][30]

अंतिम संस्कार

मृत्यु के तुरंत बाद कलाम के शरीर को भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर से शिलांग से गुवाहाटी लाया गया। जहाँ से अगले दिन 28 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का पार्थि‍व शरीर मंगलवार दोपहर वायुसेना के विमान सी-130जे हरक्यूलिस से दिल्ली लाया गया। लगभग 12:15 पर विमान पालम हवाईअड्डे पर उतरा। सुरक्षा बलों ने पूरे राजकीय सम्मान के साथ कलाम के पार्थिव शरीर को विमान से उतारा। वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल व तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने इसकी अगवानी की और कलाम के पार्थिव शरीर पर पुष्पहार अर्पित किये।

इसके बाद तिरंगे में लिपटे कलाम के पार्थि‍व शरीर को पूरे सम्मान के साथ, एक गन कैरिज में रख उनके आवास 10 राजाजी मार्ग पर ले जाया गया। [31] यहाँ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित अनेक गणमान्य लोगों ने इन्हें श्रद्धांजलि दी। भारत सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन के मौके पर उनके सम्मान के रूप में सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की।[32]

29 जुलाई की सुबह वायुसेना के विमान सी-130जे से भारतीय ध्वज में लिपटे कलाम के शरीर को पालम एयर बेस पर ले जाया गया जहां से इसे मदुरै भेजा गया, विमान दोपहर तक मदुरै हवाई अड्डे पर पहुंचा। उनके शरीर को तीनों सेनाओं के प्रमुखों और राष्ट्रीय व राज्य के गणमान्य व्यक्तियों, कैबिनेट मंत्री मनोहर पर्रीकर, वेंकैया नायडू, पॉन राधाकृष्णनऔर तमिलनाडु और मेघालय के राज्यपाल के॰ रोसैया और वी॰ षडमुखनाथन ने हवाई अड्डे पर प्राप्त किया। एक संक्षिप्त समारोह के बाद कलाम के शरीर को एक वायु सेना के हेलिकॉप्टर में मंडपम भेजा गया। मंडपम से कलाम के शरीर को उनके गृह नगर रामेश्वरम एक आर्मी ट्रक में भेजा गया। अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए उनके शरीर को स्थानीय बस स्टेशन के सामने एक खुले क्षेत्र में प्रदर्शित किया गया ताकि जनता उन्हें आखिरी श्रद्धांजलि दे सके।[33][34]

30 जुलाई 2015 को पूर्व राष्ट्रपति को पूरे सम्मान के साथ रामेश्वरम के पी करूम्बु ग्राउंड में दफ़ना दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी, तमिलनाडु के राज्यपाल और कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों सहित 3,50,000 से अधिक लोगों ने अंतिम संस्कार में भाग लिया।[35][36]

प्रतिक्रिया

 
अब्दुल कलाम के निधन पर काला रिबन दिखाता गूगल का मुख्यपृष्ठ

कलाम के निधन से देश भर में और सोशल मीडिया में पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि देने के लिये अनेक कार्य किये गए।[37] भारत सरकार ने कलाम को सम्मान देने के लिए सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की।[38] राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक व्यक्त किया।[39] प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "उनका (कलाम का) निधन वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है। वह भारत को महान ऊंचाइयों पर ले गए। उन्होंने हमें मार्ग दिखाया।" पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जिन्होंने कलाम के साथ प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की थी[40]। उन्होंने कहा, "उनकी मृत्यु के साथ हमारे देश ने एक महान मनुष्य को खोया है जिसने, हमारे देश की रक्षा प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए अभूतपूर्व योगदान दिया है। मैंने प्रधानमंत्री के रूप में कलाम के साथ बहुत निकटता से काम किया है। मुझे हमारे देश के राष्ट्रपति के रूप में उनकी सलाह से लाभ हुआ। उनका जीवन और काम आने वाली पीढ़ियों तक याद किया जाएगा। "[41]

दलाई लामा ने अपनी संवेदना और प्रार्थना व्यक्त की और कलाम की मौत को "एक अपूरणीय क्षति" बुला, अपना दुख व्यक्त किया। उन्होंने यह भी कहा, "अनेक वर्षों में, मुझे कई अवसरों पर कलाम के साथ बातचीत करने का मौका मिला। वह एक महान वैज्ञानिक, शिक्षाविद और राजनेता ही नहीं, बल्कि वे एक वास्तविक सज्जन थे, और हमेशा मैंने उनकी सादगी और विनम्रता की प्रशंसा की है। मैंने सामान्य हितों के विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला पर हमारी चर्चाओं का आनंद लिया, लेकिन विज्ञान, अध्यात्म और शिक्षा के साथ मुख्य रूप से हमारे बीच चिंतन किया जाता था।" [42]

दक्षिण एशियाई नेताओं ने अपनी संवेदना व्यक्त की और दिवंगत राजनेता की सराहना की। भूटान सरकार ने कलाम की मौत के शोक के लिए देश के झंडे को आधी ऊंचाई पर फहराने के लिए आदेश दिया, और श्रद्धांजलि में 1000 मक्खन के दीपक की भेंट किए। भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने कलाम के प्रति अपना गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, "वे एक महान नेता थे जिनकी सभी ने प्रशंसा की विशेषकर भारत के युवाओं के वे प्रशंसनीय नेता थे जिन्हें वे जनता का राष्ट्रपति बुलाते थे।"[43]

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उनकी व्याख्या करते हुए कहा, "एक महान राजनेता प्रशंसित वैज्ञानिक और दक्षिण एशिया के युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत के संयोग" उन्होंने कलाम की मृत्यु को "भारत के लिए अपूरणीय क्षति से भी परे बताया।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत के सबसे प्रसिद्ध बेटे, पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर हमें गहरा झटका लगा है। ए॰पी॰जे॰ अब्दुल कलाम अपने समय के सबसे महान ज्ञानियों में से एक थे। वह बांग्लादेश में भी बहुत सम्मानित थे। उनकी विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की वृद्धि करने के लिए अमूल्य योगदान के लिए वे सभी के द्वारा हमेशा याद किये जायेंगे। वे दक्षिण एशिया की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत थे जो उनके सपनों को पंख देते थे।" बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की प्रमुख खालिदा जिया ने कहा, "एक परमाणु वैज्ञानिक के रूप में, उन्होंने लोगों के कल्याण में स्वयं को समर्पित किया।"अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, ने कलाम को, "लाखों लोगों के लिए एक प्रेरणादायक शख्सियत बताया" ये नोट करते हुए "हमे अपने जीवन से बहुत कुछ सीखना है।" नेपाली प्रधानमंत्री सुशील कोइराला ने भारत के लिए कलाम के वैज्ञानिक योगदानों को याद किया। "नेपाल ने एक अच्छा दोस्त खो दिया है और मैंने एक सम्मानित और आदर्श व्यक्तित्व को खो दिया है।" पाकिस्तान के राष्ट्रपति, ममनून हुसैन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर उनके प्रति दु: ख, शोक व संवेदना व्यक्त की। [44][45][46]

श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने कहा, "कलाम दृढ़ विश्वास और अदम्य भावना के आदमी थे। मैंने उन्हें दुनिया के एक उत्कृष्ट राजनेता के रूप में देखा था। उनकी मौत भारत के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए अपूरणीय क्षति है।"[47]

इंडोनेशियाई राष्ट्रपति सुसीलो बम्बनग युधोयोनो, मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लूंग , संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नहयान सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय नेताओं, , और संयुक्त अरब अमीरात के प्रधानमंत्री और दुबई के शासक ने भी कलाम को श्रद्धांजलि अर्पित की।[48][49] रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत सरकार, भारत के सभी लोगों के लिए और मृतक नेता ले प्रियजनों के लिए अपनी गंभीर संवेदना व्यक्त की और अपनी सहानुभूति और समर्थन से अवगत कराते हुए कहा, "कलाम को हमारे देशों के बीच लगातार मैत्रीपूर्ण संबंधों के एक प्रतिपादक के रूप में याद किया जाएगा, उन्होंने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने में सामाजिक, आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति के लिए व्यक्तिगत योगदान दिया। उन्होंने पारस्परिक रूप से लाभप्रद रूसी-भारतीय सहयोग जोड़ने के लिए बहुत कुछ किया।"[50]

संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा," अमेरिकी लोगों की ओर से, मैं पूर्व भारतीय राष्ट्रपति ए॰पी॰जे॰ अब्दुल कलाम के निधन पर भारत के लोगों के लिए अपनी गहरी संवेदना का विस्तार करना चाहता हूँ। एक वैज्ञानिक और राजनेता, कलाम ने अपनी विनम्रता से घर में और विदेशों में सम्मान कमाया और भारत के सबसे महान नेताओं में से एक बने। भारत-अमेरिका के मजबूत संबंधों के लिए, डा कलाम ने सदा वकालत की। 1962 में संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा के दौरान नासा के साथ अंतरिक्ष सहयोग को गहरा करने के लिए काम किया। भारत के 11 वें राष्ट्रपति के रूप में इनके कार्यकाल के दौरान अमेरिका-भारत संबंधों में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई। उपयुक्त रूप से नामित "पीपुल्स प्रेसिडेंट" (जनता के राष्ट्रपति) ने सार्वजनिक सेवा, विनम्रता और समर्पण से दुनिया भर के लाखों भारतीयों और प्रशंसकों को एक प्रेरणा प्रदान की।" [51]

व्यक्तिगत जीवन

कलाम अपने व्यक्तिगत जीवन में पूरी तरह अनुशासन का पालन करने वालों में से थे। ऐसा कहा जाता है कि वे क़ुरान और भगवद् गीता दोनों का अध्ययन करते थे।[5] कलाम ने कई स्थानों पर उल्लेख किया है कि वे तिरुक्कुरल का भी अनुसरण करते हैं, उनके भाषणों में कम से कम एक कुरल का उल्लेख अवश्य रहता था।[5] राजनीतिक स्तर पर कलाम की चाहत थी कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की भूमिका का विस्तार हो और भारत ज्यादा से ज्यादा महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाये। भारत को महाशक्ति बनने की दिशा में कदम बढाते देखना उनकी दिली चाहत थी। उन्होंने कई प्रेरणास्पद पुस्तकों की भी रचना की थी और वे तकनीक को भारत के जनसाधारण तक पहुँचाने की हमेशा वक़ालत करते रहते थे। बच्चों और युवाओं के बीच डाक्टर क़लाम जी अत्यधिक लोकप्रिय थे। वह भारतीय अन्तरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के कुलपति भी थे। वे सदाय स्मित करते थे चाहे वो दफतर का नौकर ही क्यूँ न हो। वे जीवनभर शाकाहारी रहे।[52]

किताबें

कलाम ने साहित्यिक रूप से भी अपने विचारों को चार पुस्तकों में समाहित किया है, जो इस प्रकार हैं: 'इण्डिया 2020 ए विज़न फ़ॉर द न्यू मिलेनियम', 'माई जर्नी' तथा 'इग्नाटिड माइंड्स- अनलीशिंग द पॉवर विदिन इंडिया'।[5] इन पुस्तकों का कई भारतीय तथा विदेशी भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। इस प्रकार यह भारत के एक विशिष्ट वैज्ञानिक थे, जिन्हें 40 से अधिक विश्वविद्यालयों और संस्थानों से डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त हो चुकी है।

"सबसे उत्तम कार्य क्या होता है? किसी इंसान के दिल को खुश करना, किसी भूखे को खाना देना, जरूरतमंद की मदद करना, किसी दुखियारे का दुख हल्का करना और किसी घायल की सेवा करना..."
-अब्दुल कलाम[53]

कलाम साहब की प्रमुख पुस्तकें निम्नवत हैं:[54]

चिंतनपरक रचनायें

  • इग्नाइटेड माइंडस: अनलीशिंग द पावर विदीन इंडिया : (पेंग्विन बुक्स, 2003) ISBN 0-14-302982-7
  • इंडिया- माय-ड्रीम : (एक्सेल बुक्स, 2004) ISBN 81-7446-350-X
  • एनविजनिंग अन एमपावर्ड नेशन: टेक्नालजी फार सोसायटल ट्रांसफारमेशन : (टाटा मैक्ग्राहिल प्रकाशन, 2004) ISBN 0-07-053154-4

आत्मकथात्मक रचनायें

    • विंग्स ऑफ फायर: एन आटोबायोग्राफी ऑफ एपीजे अब्दुल कलाम : सह लेखक - अरुण तिवारी, (ओरियेंट लांगमैन, 1999) ISBN 81-7371-146-1
    • साइंटिस्ट टू प्रेसिडेंट : (ज्ञान पब्लिशिंग हाउस, 2003) ISBN 81-212-0807-6
    • माय जर्नी (मेरी जीवनयात्रा), प्रभात पेपरबैक्स, नयी दिल्ली

जीवनी

अन्य लेखकों द्वारा कलाम की जीवनी अथवा जीवन के विविध पहलुओं पर पुस्तकें लिखी गयीं हैं, जिनमें कुछ प्रमुख निम्नवत हैं:

  • इटरनल क्वेस्ट: लाइफ ऐंड टाइम्स ऑफ डाक्टर अबुल पकिर जैनुलाआबदीन अब्दुल कलाम एस चंद्रा कृत - (पेंटागन पब्लिशर्स, 2002) ISBN 81-86830-55-3
  • प्रेसिडेंट एपीजे अब्दुल कलाम आर॰ के॰ पूर्ति - (अनमोल पब्लिकेशन्स, 2002) ISBN 81-261-1344-8
  • ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम: द विजनरी ऑफ इंडिया' के॰ भूषण एवं जी॰ कात्याल -(एपीएच पब्लिशिंग कार्पोरेशन, 2002) ISBN 81-7648-380-X

पुरस्कार एवं सम्मान

कलाम के 79 वें जन्मदिन को संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया गया था।[55] इसके आलावा उन्हें लगभग चालीस विश्वविद्यालयों द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्रदान की गयी थीं[56][57] भारत सरकार द्वारा उन्हें 1981 में पद्म भूषण और 1990 में पद्म विभूषण का सम्मान प्रदान किया गया जो उनके द्वारा इसरो और डी आर डी ओ में कार्यों के दौरान वैज्ञानिक उपलब्धियों के लिये तथा भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में कार्य हेतु प्रदान किया गया था[58]

1997 में कलाम साहब को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया जो उनके वैज्ञानिक अनुसंधानों और भारत में तकनीकी के विकास में अभूतपूर्व योगदान हेतु दिया गया था[59]

वर्ष 2005 में स्विट्ज़रलैंड की सरकार ने कलाम के स्विट्ज़रलैंड आगमन के उपलक्ष्य में 26 मई को विज्ञान दिवस घोषित किया।[60] नेशनल स्पेस सोशायटी ने वर्ष 2013 में उन्हें अंतरिक्ष विज्ञान सम्बंधित परियोजनाओं के कुशल संचलन और प्रबंधन के लिये वॉन ब्राउन अवार्ड से पुरस्कृत किया।[61]

सम्मान का वर्ष सम्मान/पुरस्कार का नाम प्रदाता संस्था
2014 डॉक्टर ऑफ़ साइन्स एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम[62]
2012 डॉक्टर ऑफ़ लॉज़ (मानद उपाधि) साइमन फ़्रेज़र विश्वविद्यालय[63]
2011 आइ॰ई॰ई॰ई॰ मानद सदस्यता आइ॰ई॰ई॰ई॰[64]
2010 डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग यूनिवर्सिटी ऑफ़ वाटरलू[65]
2009 मानद डॉक्टरेट ऑकलैंड विश्वविद्यालय[66]
2009 हूवर मेडल ए॰एस॰एम॰ई॰ फाउण्डेशन, (सं॰रा॰अमे॰)[67]
2009 वॉन कार्मन विंग्स अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, (सं॰रा॰अमे॰)[68]
2008 डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग (मानद उपाधि) नानयांग टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय, सिंगापुर[69]
2008 डॉक्टर ऑफ साइन्स (मानद उपाधि) अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़[70]
2007 डॉक्टर ऑफ साइन्स एण्ड टेक्नोलॉजी की मानद उपाधि कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय[71]
2007 किंग चार्ल्स II मेडल रॉयल सोसायटी, यूनाइटेड किंगडम[72][73]
2007 डॉक्टर ऑफ साइन्स की मानद उपाधि वूल्वरहैंप्टन विश्वविद्यालय, यूनाईटेड किंगडम[74]
2000 रामानुजन पुरस्कार अल्वार्स शोध संस्थान, चेन्नई[75]
1998 वीर सावरकर पुरस्कार भारत सरकार[76]
1997 इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस[76][75]
1997 भारत रत्न भारत सरकार[7][75][77]
1994 विशिष्ट शोधार्थी इंस्टीट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स (इण्डिया)[78]
1990 पद्म विभूषण भारत सरकार[75][7][79]
1981 पद्म भूषण भारत सरकार[75][7][79]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. "पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का निधन". बी॰ बी॰ सी॰ हिन्दी. 28 जुलाई 2015. मूल से 30 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  2. कलाम, अवुल पकिर जैनुलब्दीन अब्दुल (2021). अग्नि की उड़ान: आत्मकथा. PRABHAT PRAKASHAN PVT Limited. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-5186-449-3. अभिगमन तिथि 15 अप्रैल 2022.
  3. "भारत के पूर्व राष्ट्रपति". http:/presidentofindia.nic.in/ (अंग्रेज़ी में). मूल से 27 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  4. http://books.google.com/?id=Kpd9lLY_0-IC&dq=abdul+kalam+first+worked+drdo
  5. "बच्चों और युवाओं में काफी लोकप्रिय थे कलाम". नई दिल्ली: लाइव हिन्दुस्तान.कॉम. 28 जुलाई 2015. मूल से 29 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  6. "'With him at the helm, there is hope that things might change'". मूल से 29 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 जून 2018.
  7. "अब्दुल कलाम - प्रोफ़ाइल". http://www.abdulkalam.nic.in/ (अंग्रेज़ी में). मूल से 9 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015. |website= में बाहरी कड़ी (मदद)
  8. "Early life and education" [प्रारंभिक जीवन और शिक्षा] (अंग्रेज़ी में). इण्डियन एक्सप्रेस. नामालूम प्राचल |ural= की उपेक्षा की गयी (मदद); गायब अथवा खाली |url= (मदद); |access-date= दिए जाने पर |url= भी दिया जाना चाहिए (मदद)
  9. "संग्रहीत प्रति". मूल से 29 अप्रैल 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  10. "संग्रहीत प्रति". मूल से 8 जून 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  11. "संग्रहीत प्रति". मूल से 9 मार्च 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  12. "नहीं रहे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, 7 दिनों का शोक - आई एन एस सिंधुरक्षक राष्ट्रपति कलाम". 28 जुलाई 2015. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  13. "संग्रहीत प्रति". मूल से 9 जुलाई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  14. "संग्रहीत प्रति". मूल से 14 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  15. "संग्रहीत प्रति". मूल से 2 अप्रैल 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अप्रैल 2019.
  16. "संग्रहीत प्रति". मूल से 22 मई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  17. "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 सितंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  18. "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 सितंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  19. "संग्रहीत प्रति". मूल से 30 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  20. "संग्रहीत प्रति". मूल से 13 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  21. "संग्रहीत प्रति". मूल से 13 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  22. "संग्रहीत प्रति". मूल से 6 अगस्त 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  23. "संग्रहीत प्रति". मूल से 23 मई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  24. "संग्रहीत प्रति". मूल से 6 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  25. ...I will not be presumptuous enough to say that my life can be a role model for anybody; but some poor child living in an obscure place in an underprivileged social setting may find a little solace in the way my destiny has been shaped. It could perhaps help such children liberate themselves from the bondage of their illusory backwardness and hopelessness! "- अब्दुल कलाम" (अंग्रेज़ी में). मूल से 9 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  26. "Remembering APJ Abdul Kalam: Five stories on the Missile Man's legacy" (अंग्रेज़ी में). इण्डियन एक्सप्रेस. 28 जुलाई 2015. मूल से 28 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  27. "End of an era: 'Missile man' Dr APJ Abdul Kalam passes away after cardiac arrest" (अंग्रेज़ी में). फ़र्स्टपोस्ट.कॉम. 28 जुलाई 2015. मूल से 28 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  28. "संग्रहीत प्रति". मूल से 29 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जुलाई 2015.
  29. "अब्दुल कलाम ट्विटर खाता". मूल से 27 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जुलाई 2015.
  30. "President APJ Abdul Kalam Dies at 83" [राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का ८३ वर्ष की आयु में निधन] (अंग्रेज़ी में). एन॰ डी॰ टीवी. 28 जुलाई 2015. मूल से 29 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  31. "कलाम का अंतिम संस्कार गुरुवार को रामेश्वरम में होगा, श्रद्धांजलि देने के लिए लगा तांता". ज़ी न्यूज़. 28 जुलाई 2015. मूल से 30 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  32. "Seven-day state mourning but no holiday" [सात दिनों का राजकीय शोक, कोई अवकाश नहीं]. टाइम्स ऑफ इण्डिया. पी॰ टी॰ आइ. 28 जुलाई 2015. मूल से 31 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  33. "संग्रहीत प्रति". मूल से 14 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जून 2020.
  34. https://en.m.wikipedia.org/w/index.php?title=Special:ZeroRatedMobileAccess&from=A._P._J._Abdul_Kalam&to=http://www.thehindu.com/news/national/live-kalams-body-to-be-flown-to-rameswaram-from-delhi/article7476407.ece%3Fhomepage%3Dtrue[मृत कड़ियाँ]
  35. https://en.m.wikipedia.org/w/index.php?title=Special:ZeroRatedMobileAccess&from=A._P._J._Abdul_Kalam&to=http://www.business-standard.com/article/news-ani/people-s-president-kalam-laid-to-rest-with-full-state-honours-115073000426_1.html[मृत कड़ियाँ]
  36. https://en.m.wikipedia.org/w/index.php?title=Special:ZeroRatedMobileAccess&from=A._P._J._Abdul_Kalam&to=http://www.thehindu.com/news/nation-bids-adieu-to-abdul-kalam/article7480951.ece%3Fhomepage%3Dtrue[मृत कड़ियाँ]
  37. "संग्रहीत प्रति". मूल से 30 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  38. "संग्रहीत प्रति". मूल से 31 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  39. "संग्रहीत प्रति". मूल से 28 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  40. "संग्रहीत प्रति". मूल से 21 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  41. "संग्रहीत प्रति". मूल से 31 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  42. "संग्रहीत प्रति". मूल से 1 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  43. "संग्रहीत प्रति". मूल से 30 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  44. "संग्रहीत प्रति". मूल से 12 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  45. "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  46. "संग्रहीत प्रति". मूल से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  47. "संग्रहीत प्रति". मूल से 29 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  48. "संग्रहीत प्रति". मूल से 30 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  49. "संग्रहीत प्रति". मूल से 20 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  50. "संग्रहीत प्रति". मूल से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  51. "संग्रहीत प्रति". मूल से 9 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 जुलाई 2015.
  52. "Most Famous Vegetarians in India". Siliconindia. मूल से 7 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 फरवरी 2019.
  53. "डाक्टर कलाम की सूक्तियाँ" (अंग्रेज़ी में). मूल से 9 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  54. "अब्दुल कलाम द्वारा पुस्तकें" (अंग्रेज़ी में). मूल से 9 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2015.
  55. "Students recall Kalam's services" [विद्यार्थियों ने कलाम की सेवाओं को याद किया]. द हिन्दू (अंग्रेज़ी में). चेन्नई, भारत. 19 अक्टूबर 2010. मूल से 29 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015. Italic or bold markup not allowed in: |newspaper= (मदद)
  56. "Dr.Kalam's Page" (अंग्रेज़ी में). abdulKalam.com. मूल से 24 अप्रैल 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  57. दायेख, रिबल (16 अप्रैल 2011). "Dr Abdul Kalam former President of India arrives to Dubai" [भारत के पूर्व राष्ट्र्पति डाक्टर कलाम का दुबई आगमन]. Zawya. मूल से 4 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  58. "Kalam receives honorary doctorate from Queen's University Belfast" [कलाम को क्वींस विश्वविद्यालय, बेलफ़ास्ट द्वारा मानद उपाधि दी गयी] (अंग्रेज़ी में). Oneindia.in. 11 जून 2009. मूल से 15 मई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  59. "Bharat Ratna conferred on Dr Abdul Kalam" [अब्दुल कलाम भारत रत्न से सम्मानित] (अंग्रेज़ी में). रेडिफ़.कॉम. 26 नवंबर 1997. मूल से 19 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  60. "Kalam receives honorary doctorate from Queen's University Belfast" [कलाम को क्वींस विश्वविद्यालय, बेलफ़ास्ट द्वारा मानद उपाधि दी गयी]. द हिन्दू (अंग्रेज़ी में). चेन्नई, भारत. 26 मई 2005. मूल से 2 मई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  61. "एन॰एस॰एस॰ वॉन ब्राउन पुरस्कार". http://www.nss.org/ (अंग्रेज़ी में). मूल से 2 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015. |website= में बाहरी कड़ी (मदद)
  62. "Ex-President of India Abdul Kalam visits the Forum" [भारत के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने फ़ोरम की यात्रा की] (अंग्रेज़ी में). एडिनबर्ग विश्वविद्यालय. मूल से 28 मई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  63. "Honorary Degrees – Convocation" [मानद उपाधि दीक्षांत समारोह] (अंग्रेज़ी में). साइमन फ़्रेज़र विश्वविद्यालय. मूल से 29 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि =28 जुलाई 2015. |accessdate= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  64. "IEEE Honorary Membership Recipients" [आइ॰ई॰ई॰ई॰ मानद सदस्यता धारक] (पी॰डी॰एफ॰) (अंग्रेज़ी में). आइ॰ई॰ई॰ई॰. पृ॰ 1. मूल से 29 जून 2011 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  65. "Yet another honorary doctorate for Kalam" (अंग्रेज़ी में). रीडिफ.कॉम. 6 October 2010. मूल से 7 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  66. "A.P.J Abdul Kalam – Honorary Degree, 2009" [ए पी जे अब्दुल कलाम - मानद उपाधि, २००९] (अंग्रेज़ी में). ऑकलैंड विश्वविद्यालय. मूल से 7 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  67. "Former President Kalam chosen for Hoover Medal". टाइम्स ऑफ़ इण्डिया (अंग्रेज़ी में). न्यूयॉर्क. 27 March 2009. मूल से 13 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015. Italic or bold markup not allowed in: |work= (मदद)
  68. "Caltech GALCIT International von Kármán Wings Award" (अंग्रेज़ी में). galcit.caltech.edu. मूल से 30 मार्च 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  69. "Dr Abdul Kalam, former President of India, receives NTU Honorary Degree of Doctor of Engineering" (अंग्रेज़ी में). नानयांग टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय. 26 अगस्त 2008. मूल से 23 अगस्त 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  70. URL=http://articles.economictimes.indiatimes.com/2008-06-05/news/27702555_1_doctorate-amu-kalam "AMU to honour Kalam with doctorate" जाँचें |url= मान (मदद) (अंग्रेज़ी में). द इकोनॉमिक टाइम्स. 5 जून 2006. मूल से 1 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015. |url= में पाइप ग़ायब है (मदद); Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  71. "Carnegie Mellon University Awards Honorary Doctorate To Former India President A.P.J. Abdul Kalam". cmu.edu (अंग्रेज़ी में). कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय. 26 अक्टूबर 2015. मूल से 6 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  72. "King Charles II Medal for President". द हिन्दू (अंग्रेज़ी में). चेन्नई. 12 July 2007. मूल से 13 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015. Italic or bold markup not allowed in: |work= (मदद)
  73. "King Charles II Medal for Kalam". द इकोनोमिक टाइम्स (अंग्रेज़ी में). भारत. 11 जुलाई 2007. मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015. Italic or bold markup not allowed in: |work= (मदद)
  74. "Kalam conferred Honorary Doctorate of Science". द इकोनोमिक टाइम्स (अंग्रेज़ी में). भारत. 23 अक्टूबर 2007. मूल से 13 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015. Italic or bold markup not allowed in: |work= (मदद)
  75. "Dr. Abdul Kalam's Diverse Interests: Prizes/Awards" (अंग्रेज़ी में). आइ॰आइ॰टी॰ मद्रास. मूल से 28 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  76. "Bio-data: Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam". Press Information Bureau, भारत सरकार. 1 March 2012. मूल से 8 जून 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 March 2012.
  77. "List of recipients of Bharat Ratna" (PDF). गृह मंत्रालय, भारत सरकार. मूल (PDF) से 3 फ़रवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 March 2012.
  78. "List of Distinguished Fellows" (अंग्रेज़ी में). Institute of Directors. मूल से 10 नवंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2015.
  79. "Bharat Ratna conferred on Dr Abdul Kalam". रीडिफ.कॉम. 26 November 1997. मूल से 19 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 March 2012.

बाहरी कड़ियाँ