विकिपीडिया:चौपाल/पुरालेख 10
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श्रेणियाँ
जैसा कि कई लोगों ने देखा ही होगा, कि हिन्दी विकिपीडिया में श्रेणियाँ अव्यवस्थित पड़ी हैं। कई श्रेणियाँ कितने ही लेख होते हुए लाल पड़ी हैं, जो कि ढूंढने पर मिलेंगी नहीं। कितनी ही श्रेणियाँ गलत या अलग वर्तनी के कारण एक से अधिक पड़ी हैं। अतएव हमें चाहिए कि उन्हें सुधारें, व ठिकाने पर व करीने से लगाएं। इस कार्य को एक परियोजना रूप में आरंभ किया जा सकता है। इसे मैं आरंभ तो कर रहा हूं। किंतु सभी के सुझाव व राय आदि का सुस्वागत है। हां कोई वॉलंटियर करना चाहे तो अत्यधिक स्वागत है। कृपया राय, सुझाव आदि दें। कोई खास ध्यान योग्य बात हो तो वो भी बताएं।--आशीष भटनागरसंदेश १५:४९, २२ अप्रैल २००९ (UTC)
बर्तन्
भारतीय भोजन और वर्तनों के जो चित्र विकि पर दिए जा रहे हैं ये सब आधुनिक अधिक हैं, कुछ चित्र पुराने दिए जाएँ तो उचित रहेगा। जैसे- सूप, चलनी{छलनी}, तसला, करछली, कटोरा, कटोरी, कटोरदान, कढ़ाई आदि आदि..... आलोचक ०३:५९, २५ अप्रैल २००९ (UTC)
- आपके सुझाव का बहुत बहुत धन्यवाद। किंतु शायद आपने देखा नहीं, छलनी, कड़छी, कटोरा, कटोरी, कड़ाही आदि आपके संदेश से पहले ही बने हुए हैं। हां सूप को बना दिया जाएगा। तसला शायद परात को ही कहते होंगे। मेरे ज्ञान के अनुसार तसला मजदूरों द्वारा रेत, सीमेंट आदि उटाए जाने हेतु प्रयोग होने वाली वस्तु है। हमारी भाषा में यही होता है। उसका आकार परात से मिलता है, इसलिए सोचा कि उसे परात पर पुनर्निर्देशित किया जा सकता है। वर्ना वो बर्तन की श्रेणी में नहीं आता है। अधिक जानकारी हेतु देखें भारतीय खाना बनाने में इस्तेमाल होनेवाले बर्तन और श्रेणी:भारतीय खाना बनाने में इस्तेमाल होनेवाले बर्तन।--आशीष भटनागरसंदेश १४:४९, २६ अप्रैल २००९ (UTC)
- विकी को तमाम लोग प्रतिदिन देखते हैं और पढ़ते हैं। विकी के पन्ने तेजी से बढ़े यह तो ठीक है पर जो लिखा जाए वह पूरी सावधानी के साथ ही लिखा जाना चाहिए, नहीं तो इसकी विश्वसनीयता कम हो जाएगी। जैसे---- परात और तसला दोनों अलग हैं। दोनों का प्रयोग खाना बनाने में होता है। आटा गूँथने के लिए। घर का खाना बनाने के लिए तसला में आटा गूँथा जाता है और जब कोई बड़ा भोज (वरात आदि) होता है तब आटा परात में गूँथा जाता है। वर्तनों के जो चित्र आपने लगाए हैं वे बहुत आधुनिक हैं, यहाँ पुराने परंपरगत चित्र ही लगाइए। विकी पर जो लेख होते हैं वह शोध लेख की श्रेणी में आते हैं, और शोध लेख लिखने में बहुत समय और विशेष परिश्रम की आवश्यकता है। भारत गाँवों में बसा हुआ है, गाँव ही लोक है, वहीं लोक संस्कृति है, वहीं लोक कलाएँ हैं। इसलिए वर्तनों के चित्र वहीं से खोज के लगाइए हाँ उन चित्रों के साथ नए और आधुनिक वर्तनों के चित्र साथ में दे दिए जाएँ तो इसकी सार्थकता रहेगी। विकी से जुड़े सभी प्रबंधक स्तर के लोग इस पर ध्यान दें और कृपया इसे गंभीरता से लें। गति थोड़ी धीमी हो जाए तो कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ेगा पर जो कुछ प्रकाशित किया जाए वह ठीक ठाक हो। --आलोचक ०४:२७, २८ अप्रैल २००९ (UTC)
- आपने जो कहा है, वह बहुत कुछ सही होगा, किंतु कुछ गलत भी है। एक तो यहां शोध श्रेणी के ही लेख होते हैं, ऐसा नहीं है। यदि ऐसा ही होता, तो यह मुक्त विश्वकोष ना होता, ना ही यहां आधार होते। दूसरा पाइंट, मेरे ज्ञान अनुसार तसला जैसा कि मैंने कहाथा, निर्माण कार्य में ही प्रयोग होता है, और हम घर में आटा गूथने के लिए बर्तन हेतु परात शब्द प्रयोग करते हैं। इसीलिए मैंने ऐसे नाम प्रयोग किए। हां हिन्दी में बहुत से डायलेक्ट हैं, फर्क भी होसकता है। यदिआपको फर्क लगता है, तो उस लेख के संवाद पृष्ठ पर चर्चा करें। नाम बदलने के लिए सुझाव दें। तीसरा, मैंने अपने घर से चित्र लिए हैं। मेरे विचार से उनमें से कोई अत्याधुनिक नहीं है। यदि इनसे बेहतर और मुक्त चित्र आपको मिले तो सहर्ष लगाइए। या सुझाव दीजिए। तीसरा भारत गांवों में बसता है, किंतु हम मिट्टी या पीतल के बर्तन तक तो सीमित नहीं रह सकते हैं ना। भारत की हड़प्पा सभ्यता विश्व की एकमात्र प्राचीन शहरी सभ्यता थी, यह भी ध्यान देने योग्य बात है। किंतु फिर भी आपकी आलोचनाओं का सहर्ष स्वागत है।--आशीष भटनागरसंदेश ०९:५१, २८ अप्रैल २००९ (UTC)
३००००
क्या हिंदी विकी ने ३०००० लेखो का आकडा पार कर लिया है? --गुंजन वर्मासंदेश १०:१८, २८ अप्रैल २००९ (UTC)
- नहीं, अभी तो 29609 लेख ही हुए हैं। ऊपर सारणी में हिन्दी के नाम के आगे लेख संख्या को क्लिक करो, तो वर्तमान स्थिति पता चलेगी।--आशीष भटनागरसंदेश १२:४३, २८ अप्रैल २००९ (UTC)
विकिसमाचार आरंभ किया जाए
अन्य भाषाओं के विकिसमाचार उपलब्ध हैं। मुझे लगता है की हिन्दी में भी विकिसमाचार आरंभ किया जाना चाहिए। या कैसे करना है कोई सुझाव दे तो मैं करने का प्रयास कर सकता हूँ, और साथ ही साथ मुखपृष्ठ पर भी समाचार अद्यतित (अपडेट) किए जाते रहने चाहिए। --रोहित रावतसंदेश २३:०८ ०१ मई, २००९ (IST)
- हिंदी विकिन्यूज़ का अवेदन अप्रैल 2008 में किया गया था (आवेदन देखें) जिसे पर्याप्त समर्थन मिले थे। इसका मुखपृष्ठ (यहाँ) है। श्याम नामक एक सदस्य ने इस पर कुछ काम भी किया (विकिन्यूज़ हिंदी में श्याम का योगदान) लेकिन इसका विकास जैसा होना था अभी तक हो नहीं सका है। जो भी इसका विकास करना चाहे उसका स्वागत है। --पूर्णिमा वर्मन १८:२६, १ मई २००९ (UTC)
उपरोक्त विषय पर किसी को जानकारी हो तो कृपया लेख को सही कर दें। मेरे विचार से उसमें सही नहीं लिखा है।--आशीष भटनागरसंदेश ०८:५१, २ मई २००९ (UTC)
नए गैर-योगदान सदस्य
विकिपीडिया पर ढेरों नए सदस्यों के वार्ता पृष्ठ बनाए जा रहे हैं, जिन सदस्यों के ना तो सदस्य पृष्ठ हैं, ना ही एक भी योगदान ही है। सदस्य गण कृपया ध्यान दें, कि ऐसे गैर-योगदान कर्ता सदस्यों के वार्ता पृष्ठ ना बनाएं। और सभी प्रबंधकगण भी इस बात का कृपया ध्यान रखें कि ऐसे फालतू पृष्ठ ना बढ़ें। हां यदि किसी खास कारण से हों तो कारण बताया जाए। ऐसे कुछ सदस्य वार्ताओं की सूची यहां दे रहा हूं।
सदस्य वार्ता:Dayanand • सदस्य वार्ता:Ahivaran Singh • सदस्य वार्ता:Malchandkumawat • सदस्य वार्ता:Umashankar Mishra • सदस्य वार्ता:Btech.varun • सदस्य वार्ता:Mahaveer • सदस्य वार्ता:Amiable sourabh • सदस्य वार्ता:Ashok chhajed • सदस्य वार्ता:Jagdish.jiddi • सदस्य वार्ता:P.K. CHAUHAN • सदस्य वार्ता:Joebajwa • सदस्य वार्ता:Jessy • सदस्य वार्ता:Pawan pawar • सदस्य वार्ता:Pllv89 • सदस्य वार्ता:Majid nadaf • सदस्य वार्ता:Khushi • सदस्य वार्ता:Shashank Shukla • सदस्य वार्ता:Aganesh a • सदस्य वार्ता:JEEWAN SINGH • सदस्य वार्ता:Raja2u • सदस्य वार्ता:Suresh khoja • सदस्य वार्ता:Arun Kumar Ranka • सदस्य वार्ता:Sunish jain • सदस्य वार्ता:Bageeshwar • सदस्य वार्ता:Kamlesh thakur • सदस्य वार्ता:Sukhpalsinghs40 • सदस्य वार्ता:Pradeep.karotiya • सदस्य वार्ता:Udbhav3000 • सदस्य वार्ता:Surendra kheria • सदस्य वार्ता:Vikram anuradha • सदस्य वार्ता:Kanad • सदस्य वार्ता:Sckpsk • सदस्य वार्ता:Ayub • सदस्य वार्ता:Pratipal • सदस्य वार्ता:Saini harry007 • सदस्य वार्ता:Aadiverman • सदस्य वार्ता:Vikramishra • सदस्य वार्ता:Pepi • सदस्य वार्ता:R m patel • सदस्य वार्ता:आलोचक • सदस्य वार्ता:Uditkumarbhardwaj • सदस्य वार्ता:Ravindra chahal • सदस्य वार्ता:Dharmendra singh lodhi • सदस्य वार्ता:यादकबना • सदस्य वार्ता:Raju rajasthani • सदस्य वार्ता:Mahesh kushwaha • सदस्य वार्ता:Santosh.650 • सदस्य वार्ता:PAWAN KUMAR MEENA • सदस्य वार्ता:Sanjaynupur • सदस्य वार्ता:Mritunjay rai89 • सदस्य वार्ता:Ashok shukla • सदस्य वार्ता:Ashutoshballia • सदस्य वार्ता:Dalip • सदस्य वार्ता:Indianjby • सदस्य वार्ता:Raghu • सदस्य वार्ता:Rahulsakra • सदस्य वार्ता:Ajay1956 • सदस्य वार्ता:Ravi manav • सदस्य वार्ता:Ahmad siraj • सदस्य वार्ता:Manishyay • सदस्य वार्ता:Rajiv kulkarni12 • सदस्य वार्ता:Parmod87 • सदस्य वार्ता:Javedaliraj • सदस्य वार्ता:Gy • सदस्य वार्ता:Pankajkumarinom • सदस्य वार्ता:Jagatpura • सदस्य वार्ता:Dilipbhoyar • सदस्य वार्ता:Dilipbhoyar • सदस्य वार्ता:Sohnishmourya • सदस्य वार्ता:Xspradeep • सदस्य वार्ता:Hkk • सदस्य वार्ता:Ombillore • सदस्य वार्ता:Ashok Kumar Gupta • सदस्य वार्ता:Sajid13586 • सदस्य वार्ता:Utsav • सदस्य वार्ता:Pawan lariya • सदस्य वार्ता:Lariya • सदस्य वार्ता:Bablu negi • सदस्य वार्ता:Gianrana • सदस्य वार्ता:Rajeshwar Raj • सदस्य वार्ता:Saurababhel • सदस्य वार्ता:Sonu12 • सदस्य वार्ता:Krishan godara • सदस्य वार्ता:Mishra pn • सदस्य वार्ता:Sareen101 • सदस्य वार्ता:Krishna Murari pd. • सदस्य वार्ता:Faheemmirza • सदस्य वार्ता:Ankitjainhtn • सदस्य वार्ता:Narendar123 • सदस्य वार्ता:Sanjum78 • सदस्य वार्ता:Agjapiyush7999 • सदस्य वार्ता:Mahaveer bhaskar • सदस्य वार्ता:Jitender kumar • सदस्य वार्ता:Rjaggrawal • सदस्य वार्ता:Abhisheknagar • सदस्य वार्ता:ALOK GUPTA • सदस्य वार्ता:Bijoy • सदस्य वार्ता:Puru • सदस्य वार्ता:Beenasharma • सदस्य वार्ता:Virender rawal • सदस्य वार्ता:Ishuchandra • सदस्य वार्ता:Mkkawadkar • सदस्य वार्ता:Dr.vivek bhardwaj • सदस्य वार्ता:Jitukasera • सदस्य वार्ता:Rohit25 • सदस्य वार्ता:Aanand • सदस्य वार्ता:Bharat kumar •
उपरोक्त सूची तो एक बार के १०७ सदस्यों की ही है। --आशीष भटनागरसंदेश ०३:३६, ३ मई २००९ (UTC)
- आप किस भावना से सिर्फ आलोचनात्मक संदेश दे रहे हैं ये तो आप ही जाने। मुझे ही नहीं और भी लोगो के बारे में भी आपका यही रवैया है। मैं किसी नए सदस्य का स्वागत करती हूँ तब भी आपको बुराई लगती है। कोई भी खाता तो योगदान करने के लिए ही खोलता है। आज योगदान नहीं करता तो कभी तो लौट कर आएगा तब स्वागत संदेश देखकर उसका उत्साह बढ़ेगा एवं जानकारी भी मिलेगी। यदि अब भी आपको संदेह है तो उदाहरण रोहित जी हैं। उनको स्वागत संदेश मैंने ही दिया था 12 फरवरी 2009 को जबकि उनका कुछ भी योगदान नहीं था। लेकिन उसके बाद जब रोहित जी ने 6 मार्च 2009 से योगदान शुरू किया तो देखिए समय गवाह है वो आज सबसे सक्रिय सदस्यों में से एक है। अगर आप इस बात को फ़ालतू समझते हैं तो शायद इसकी उपयोगिता आपको समझाना बेकार है।
--Munita Prasadवार्ता १७:३५, ४ मई २००९ (UTC)
- इसका उत्तर अपनी वार्ता पर देखिए।--आशीष भटनागरसंदेश ११:५७, ६ मई २००९ (UTC)
उचित कार्यवाही करें
कृपया इस लेख इस्लाम की आलोचना को देखे एवं उचीत कार्यवाही करें --गुंजन वर्मासंदेश ०७:२२, ४ मई २००९ (UTC)
- लेख ठीक तो है, बस उसका विस्तार करना है। यह लेख किसी धर्म की भर्त्सना करने के नहीं लिखा गया है बल्कि वास्तविक तथ्यों पर आधारित है। इस शीर्षक का लेख अन्य विकिपीडियाओं में भी हैं। --रोहित रावतसंदेश १२:२२ ०४ मई, २००९ (IST)
- रोहित जी मैंने जब यह लिखा था तो लेख अपनी आरंभिक अवस्था में था. अनुनाद सिह ने बाद में उसे ठीक कर दिया --गुंजन वर्मासंदेश ०७:०७, ५ मई २००९ (UTC)
भारतीय संस्कृति लेख पर बतमीज़ी
किसी ने इस लेख की अंतर्वस्तु को हटाकर बतमीज़ी वाली बातें लिख दी थी, जिन्हे मैंने मिटाकर लेख को पूर्ववर्ति कर दिया है, लेकिन ऐसी हरकतों पर नज़र रखी जाए और इनकी सही जगह शिकायत की जाए। बतमीज़ी करने वाले का आई पी ऐड्रेस है 88.195.115.188। इसने क्या लिखा था इसके योगदान पृष्ठ पर देख लें। --रोहित रावतसंदेश १२:२७ ०५ मई, २००९ (IST)
कृपया इस पृष्ठ को हटाएँ
कृपया इस पृष्ठ को हटाएँ सदस्य वार्ता:88.195.115.188 --गुंजन वर्मासंदेश ०७:१०, ५ मई २००९ (UTC)
- पृष्ठ हटाया गया --राजीवमास ०७:३४, ५ मई २००९ (UTC)
कृपया इन लेखो को हटाए
कृपया इन लेखो को हटाए पादरी पादरी Neha Ritu और Sukhwinder singh । धन्यवाद --गुंजन वर्मासंदेश ०३:४१, ८ मई २००९ (UTC)
- तीनों हटाए गए। --आशीष भटनागरसंदेश १४:३१, ८ मई २००९ (UTC)
इस पृष्ठ को देखे और मई २००९ शिर्षक के निचे लिखे अप्रसंगिक वाक्य को हटाए धन्यवाद --गुंजन वर्मासंदेश ०३:४७, ८ मई २००९ (UTC)
- हटाया गया।--पूर्णिमा वर्मन ०४:२०, ८ मई २००९ (UTC)
विकी पर हिन्दी में वर्तनी की अशुद्धियाँ बहुत खटकती हैं........ उदाहरण के लिए-
" शिर्षक के निचे लिखे अप्रसंगिक वाक्य को हटाए " इसमें मात्र ०७ शब्द हैं और अशुद्धियाँ हैं पूरी ०४, वह भी चौपाल पर..... होना चाहिए- ""शीर्षक के नीचे लिखे अप्रासंगिक वाक्य को हटाएँ"" --आलोचक ०४:३०, ८ मई २००९ (UTC)
वर्तनी में गलतियों को सुधारने के लिए उपरोक्त पृष्ठ का निर्माण किया गया है। जो सदस्य शुद्ध लिखना चाहें, इस पृष्ठ की सहायता ले सकते हैं।--पूर्णिमा वर्मन ०६:२५, ८ मई २००९ (UTC)
- मानव शरीर पर आलेख लिखने चाहता हूं। इसके लिए एक पृथक श्रेणी की जरूरत है, क्योंकि ये बहुत जटिल तथा बडे होंगे, लेकिन पता चला है कि इस प्रकार की कोई श्रेणी या उपश्रेणी ही नही है। आखिर ये सब क्या है? कृपया नई श्रेणी या उपश्रेणी बना दें। --abhimanyu ०१:५३, ४ मई २००८ (UTC)
आप देख सकते है कि गुर्दा,हिप्पोकैम्पस जैसे ना जाने कितने अंग हैं, जिन पर कोई लेख ही नही है।[व्याकरण सुधार;Subhash 2453, १४ जुलाई०८] abhimanyu ०१:५३, ४ मई २००८ (UTC) कृप्या ध्यान दे--abhimanyu ०१:५३, ४ मई २००८ (UTC)
गहराई
सभी सदस्यों और प्रबन्धकों को बधाई जिनके निरंतर प्रयत्नों से हिन्दी विकिपीडिया में गहराई 9 तक पहुँची है। हिन्दी विकिपीडिया से जुड़े सभी योगदानकर्ताओं को ढेर सारी बधाई। गहराई का 9 तक पहूँचना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। सभी योगदानकर्ताओं को एक बार फिर से बधाई। --Munita Prasadवार्ता १२:४१, ८ मई २००९ (UTC)
साँचा:वार्ता शीर्षक
जब साँचा:ईरान शहर लगाने से बने पृष्ठ किसी गिनती में नहीं आए थे (जैसा पूर्णिमा जी ने कहा था), तब वार्ता शीर्षक वाले पृष्ठ किस प्रकार पृष्ठ/लेख संख्या बढ़ा सकते हैं? इस ही प्रकार मात्र नाम के सदस्यों की वार्ता के पृष्ठों पर सांचे लगाने से किस प्रकार लेख संख्या में वर्धन होगा? --आशीष भटनागरसंदेश १५:१३, ८ मई २००९ (UTC)
- एक वार्ता शीर्षक आप बनाइए एवं देखिए कि गैर लेखों की संख्या बढ़ी है कि नहीं स्वंय ही पता चल जाएगा। कृपया इस चर्चा को आगे नहीं बढ़ा कर एवं मेरी व्याख्या का उल्टा अर्थ लगा कर विस्तृत लेख नहीं लिखें। नीचे दिए गए विषय पर कुछ लिखें तो ज्यादा बेहतर होगा शायद। आप इस जवाब को पढ़ लिजिए एवं पूरालेख 10 पर डाल दिजिए जिससे की नीचे की आवश्यक सूचना सामने रहे, एवं वृहद् चर्चा हो सके।
--Munita Prasadवार्ता १५:२३, ८ मई २००९ (UTC)
- आपके यह लिखने से पहले ही मैं नीचे लिख चुका हूं। दूसरा मैंने पहले ही यही बात कही थी, जिसे पूर्णिमा जी ने नहीं माना था। अब शायद मान जाएं। इस चर्चा को पुरालेख में डाल रहा हूं। वैसे अभी चौपाल की वार्ता इतनी लंबी नहीं हुई है, कि उसे पुरालेख में डाला जाता। इसका कुछ खास कारण है क्या? --आशीष भटनागरसंदेश १५:३२, ८ मई २००९ (UTC)
३०,००० लेख पुरे होने पर सभी योगदानकर्ताओं को हार्दिक बधाई
३०,००० लेख पुरे होने पर सभी योगदानकर्ताओं को हार्दिक बधाई।
विकिपीडिया पर लेखो की गिनती किस प्रकार से होती है। मैंने देखा है की पिछले ५-६ दिनों में करीब ५०० वार्ता पृष्ठ बनायें गए फिर भी लेखो की संख्या ज्यादा नहीं बड़ी। प्रभंदक गण अगर किसी ऐसे लिंक से अवगत कराएँ जहाँ विकी पर लेखो की संख्या निकालने का सूत्र दिया हो तो बड़ी कृपा होगी। धन्यवाद --गुंजन वर्मासंदेश ०४:२८, ९ मई २००९ (UTC)
गुंजन जी,
वार्ता पृष्ठ बनाने से लेखों की संख्या नहीं बढ़ती है बल्कि गहराई बढ़ती है। इस सम्बन्ध में पहले भी चौपाल पर एक बार चर्चा हुई थी। उस समय आप आए नहीं थी। मैं उसको कापी करके यहाँ दे देती हूँ। एक महत्वपूर्ण चर्चा शूरू हुई है जो कि चौपाल पर लिखी हुई है उसमें आप भाग लिजिएगा इसकी आपसे पूरी उम्मीद है। --Munita Prasadवार्ता ०५:१२, ९ मई २००९ (UTC)
- गहराई एक माप है किसी भाषा के विकिपीडिया पर हो रही हलचल का अंदाज़ा लगाने के लिए। इसकी चर्चा सबसे पहले शुरु हुई जब अंग्रेजी विकिपीडिया के मुखपृष्ठ पर दर्शित भाषाओं की सूची में कुछ ऐसी भाषाओं के विकिपीडिया आ गए जिनके लेख मुख्यतया बॉट की सहायता से बनाए गए थे। उस समय इस सूची में केवल लेखों की संख्या के आधार पर नए विकिपीडिया जोड़े जाते थे। एक विकिपीडिया में तो ७५,००० से भी अधिक लेख थे, लेकिन अधिकांश लेख बॉट द्वारा बनाए गए एक-वाक्य लेख थे, जिनसे पाठकों को कुछ जानकारी मिले, इसकी संभावना बहुत कम थी। उस समय चर्चा शुरु हुई कि इस सूची में विकिपीडिया का नाम डालने से पहले लेखों की गुणवत्ता का भी कोई माप हो। लेखों की असल गुणवत्ता मापना तो बहुत मुश्किल है, लेकिन गहराई नामक माप से इतना तो पता लग जाता है कि विकिपीडिया पर सदस्य कितने सक्रिय हैं और लेखों को आपस में जोड़ने का कितना प्रयत्न किया गया है। इस चर्चा के अंत में निर्णय हुआ कि नए विकिपीडिया का नाम तभी जोड़ा जाएगा जब लेखों की संख्या २०,००० के पार होने के साथ-साथ गहराई ५ या उससे ज्यादा होगी।
- इसका फार्मूला है- (Edits/Articles) × (Non-Articles/Articles) × (Stub-ratio), हिन्दी में, (संपादन/लेख) * (अन्य पन्ने/लेख) * (स्टब अनुपात)। इस फार्मूले के पहले पद के अनुसार लेखों का जितना अधिक संपादन होगा, गहराई उतनी बढ़ेगी। दूसरे पद के अनुसार, लेखों के अलावा और पन्ने कितने हैं, इसका भी हिसाब रखा जाता है। इन अन्य पन्नों में शामिल हैं, वार्ता पन्ने, पुनर्निर्देशन पन्ने, श्रेणियों के पन्ने, साँचे, चित्र, विकिपीडिया नामस्थान के पन्ने (जैसे चौपाल का पन्ना, सहायता पन्ने, विकिपरियोजना पन्ने इत्यादि), ऐसे पन्ने लेखों की तुलता में जितने ज्यादा होंगे, गहराई भी उतना ज्यादा होगी। तीसरा पद है स्टब या आधार पन्नों के बारे में। मुझे इसके बारे में सही पता नहीं कि इस फार्मूले में आधार की परिभाषा क्या है, लेकिन इतना तो साफ है कि इसका सीधा संबंध लेखों के आकार से है। लेख जितने बड़े होंगे या आधार जितने कम होंगे, गहराई उतनी अधिक होगी। -- दाढ़ीकेश २०:५३, २५ जून २००८ (UTC)