विकिपीडिया:चौपाल/पुरालेख 18
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Wiktionary Hover: a JavaScript on double-click
नमस्ते, Wikinews proposes a script to display the Wiktionary definition in a small board, when one double-click on a word. It's already been installed in at least 15 sister projects.
Before voting to install it here, I just invite you to test it individually on the site by copying my सदस्य:JackPotte/monobook.js into yours.
To add it here, we should vote for an administrator, who in:
- MediaWiki:Gadget-dictionaryLookupHover.js, copies without the guillemets : "importScriptURI('http://en.wikinews.org/w/index.php?title=MediaWiki:Gadget-dictionaryLookupHover.js&action=raw&ctype=text/javascript');"
- MediaWiki:Gadgets-definition, adds "* dictionaryLookupHover|dictionaryLookupHover.js"
- MediaWiki:Gadget-dictionaryLookupHover, describes the gadget.
JackPotte १२:४६, २८ नवंबर २००९ (UTC)
- As a sysop of Marathi and Hindi wiktionary I would welcome such a technology. As you said making it operational would not be a defficult thing , before that I would like to bring certain points to attention of Hind Wikipedians that first of all is presently Hindi Wiktionary pages are more of lists (ofcourse Marathi wiktionary still does not have that too) and lot of pages supported by non hindi bot so until we have atleast a good vocabulory how much real benefit we do get out of this.Secondly I want Hindi wikipedians with java background get the proposed script tested for security issues and last but not least I would request a consensus from Hindi languge wikipedians before we implement this.Can some one help me, translate proposal and reply in Hindi for further discussion to take place in Hindi Languge , please. (And why some of the above links are showing red? any guesses can some one help them to be corrected)
Thanks and Regards
- Mahitgar १४:५५, १ दिसंबर २००९ (UTC)
- Hi. I'm the maintainer of the gadget in question. You are correct that if the Hindi wiktionary is less developed, the gadget will be less beneficial. However it will still be somewhat beneficial, and would perhaps encourage people to fill in the gaps in the Hindi Wiktionary's coverage. The red links above are links not yet created. (you have to copy apropriate pages to these red links). As for security review - I would welcome that. Well there are no issues currently (There was a minor issue in an earlier version, that if you could find an exploit in mediawiki, you could potentially get an XSS in the script. thats now fixed, and it was not really an issue to begin with, as you would first have to find an issue in mediawiki to abuse it. Other than that there have been no security issues found so far in the scripts history), I am far from perfect, and would love if someone else to checks it. Just as a note, you'd want someone familiar with Javascript, not java to review it (java and javascript are very different from each other). Hope that answers your question, if you have any concerns, please don't hesistate to ask me. Bawolff २०:०९, ३ दिसंबर २००९ (UTC)
टंकण में परेशानी
पिछले दो तीन दिन से मुझे टाईपिंग में बहुत परेशानी हो रही है शब्द अपने आप ही कभी बॉक्स या अजीब आकार ले रहे हैं, इसका क्या कारण है? और इसका समाधान कौन करेगा?
दिनेश १०:०५, ४ दिसंबर २००९ (UTC)
- कैसे है दिनेश,
आपको बताना चाहूँगा की ऐसी दिक्कत आने का मतलब हो सकता है की आप से लिखने में कही कोई गलती हो रही हो, क्या आपने अपना ब्राउज़र आदि तो नहीं बदला? खेर यह कर के देखे, विकिपीडिया के हिंदी में लिखने वाले टूल का इस्तेमाल करते समय जगह छोड़ने के लिए (दो लाइनों के बीच में) <br> का प्रयोग करे. कई बार लाइन की शुरुआत में स्पेस छोड़ देने से पूरी लाइन एक बॉक्स का आकर ले लेती है. यह भी जाचे. और अगर दिक्कत दूर नहीं होती है तो कृपया मुझे गलत बने लेखो के लिंक दे में उनका कोड देखूंगा.
धन्यवाद --सिद्धार्थ गौड़ वार्ता १३:२७, ४ दिसंबर २००९ (UTC)
निर्वाचित चित्र नामांकन
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कृपया ध्यान दें
वर्षों से सोए एक प्रबंधक हिमांशु जी अचानक जागृत हुए हैं और उन्होंने मुखपृष्ठ के समाचारों को लाल कड़ियों से भर दिया है। क्या यह उचित है? या इसको ठीक किया जाना चाहिए?--सुरुचि ११:५७, १४ दिसंबर २००९ (UTC)
- क्या ही अच्छा हो अगर हिमांशु जी यह निरंतर कर सकें। कोई कड़ी तो बनाए। रंग कोई और चढ़ा लेंगे। विकिया को निरंतर समाचारों में शामिल ऐतिहासिक घटनाओं पर नजर रखने वाले प्रबंधक की सख़्त जरूरत है। आशीष और मुनिता जी के अलावा शेष प्रबंधकों में से कोई या हिमांशु जी यह आवश्यकता पूरी कर सकें तो निस्संदेह प्रशंसा के हकदार होंगे।
अनिरुद्ध वार्ता १७:०९, १४ दिसंबर २००९ (UTC)
- भगवान ऐसी जागृति सभी प्रबंधकों को दे। अनिरुद्ध जी की बात का पूर्ण समर्थन करूंगा। सुरुचि जी की चिंता भी सही ही है, किंतु प्रबंधक महोदय कि भाशा और कंटेन्ट को देखते हुए व पूर्व कार्यवृत्त के मद्देनज़र ये कार्य सराहनीय ही कहलायेगा। वैसे उन लाल कड़ियों को पूर्णिमा जी ने बहुत चतुराई से छिपा कर समाचार प्रदर्शित कर दिये।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता १७:५१, १४ दिसंबर २००९ (UTC)
उत्कृष्ट सामग्री से युक्त हिन्दी साइट
यात्रा सलाह
-- अनुनाद सिंहवार्ता ११:३९, १६ दिसंबर २००९ (UTC)
विकिपीडिया पर वर्तनी सुधार हेतु प्लगइन (बॉट)
मित्रों, विकिपीडिया पर पाई जाने वाली कुछ सामान्य वर्तनी सुधारों को दूर करने के लिये कोई प्लगइन या बॉट टाइप है अथवा बनाया जा सकता है जो कि किसी शब्द विशेष की गलत वर्तनी को सही वर्तनी से रिप्लेस कर दे। Find and replace की तरह काम करे। उदाहरण विकि पर सभी जगह मौजूद इन्डिया को इण्डिया से रिप्लेस कर दे, कुन्जी को कुञ्जी से, श्रृंगार को शृंगार से रिप्लेस कर दे आदि।
यदि ऐसा बॉट बनाया जा सके तो गलत शब्दों की सर्वसम्मति से एक सूची बनाकर प्रबंधक बॉट को उस सूची पर रन कर दें। --ePandit ०४:१०, १७ दिसंबर २००९ (UTC)
Hurry Up German Wikipedia
I'm eagerly waiting for German wiki to cross 1 million mark. They have reached 994,500 mark already. Hurry up de wiki. keep it up di na...z --Saar ०९:१०, १७ दिसंबर २००९ (UTC)
प्रबन्धक लोग ध्यान दें
फिर से कई लेखों की पुरानी सामग्री को गूगल अनुवाद से सृजित हिन्दी सामग्री से दबा दिया गया है। कुछ नये सदस्य यह काम कर रहे हैं। शायद इन सदस्यों को इससे सम्बन्धित सम्यक नीति का ज्ञान नहीं है। प्रबन्धक लोग इस पर उचित कार्यवाही करें। -- अनुनाद सिंहवार्ता ०६:२५, १८ दिसंबर २००९ (UTC)
- मैं आपकी चिन्ता का समर्थन करती हूँ। आप कृपया ध्यान आकर्षित कीजिए जिससे कि इसको रोका जा सके। मैं जहाँ भी ऐसा देखती हूँ उचित कार्यवाही करती ही हूँ।--Munita Prasadवार्ता १२:०२, १८ दिसंबर २००९ (UTC)
वर्तनी संबंधित
जिन शब्दों में यदि कही पर ड आता है और उस शब्द में आधा न की ध्वनि उच्चारित होती है उन शब्दों में बिन्दी ना लगाकर ण् प्रयुक्त किया जाता है। यह मानक वर्तनी है। जैसे कुछ शब्द हैं:
- पाण्डव नाकि पांडव या पान्डव
- उत्तराखण्ड नाकि उत्तराखंड या उत्तराखन्ड
- दण्ड नाकि दंड या दन्ड
- कर्मकाण्ड नाकि कर्मकांड या कर्मकान्ड
- पिण्ड नाकि पिंड या पिन्ड
- ठण्ड नाकि ठंड या ठन्ड इत्यादि
इसलिए वर्तमान और नए सदस्यों से निवेदन है की इस मानक का ध्यान रखें और वर्तनी दोष को सुधारने का प्रयास करें। धन्यवाद। रोहित रावत १४:१३, १९ दिसंबर २००९ (UTC)
- जी हाँ, बिल्कुल ठीक कह रहे हॅ आप --- पर आपने जो "निवेदन है की इस मानक का" में की का प्रयोग किया हॅ वहाँ कि होना चाहिए ----- क्या आप इसे जानते हॅं ? --122.177.205.81 १५:३३, १९ दिसंबर २००९ (UTC)
देवनागरी के मानकीकरण के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की 1963 में गठित वर्तनी समिति की महत्वपूर्ण और सर्वमान्य संस्तुतियों में शामिल संबंधित नियम-
जहाँ किसी वर्ग के पंचमाक्षर के बाद उसी वर्ग का कोइ वर्ण हो वहाँ अनुस्वार का ही प्रयोग किया जाय. जैसे- गंगा, अंत, वंदना, संपादक आदि। अनिरुद्ध वार्ता १७:५२, १९ दिसंबर २००९ (UTC)
इस शब्द की हिन्दी है चिट्ठा इसलिए मेरे विचार में इस लेख का नाम परिवर्तित करके चिट्ठा रख देना चाहिए या इस प्रकार भी लिख सकते हैं चिट्ठा(ब्लॉग)। जैसी सर्वसम्मति हो। रोहित रावत १४:१७, १९ दिसंबर २००९ (UTC)
- हा भाई, चिट्ठा को बदल कीजिये - टैक्सवाला १७:२१, २१ दिसंबर २००९ (UTC)
taxmanji "बदल कीजिये" नहीं "बदल दीजिये".--Yogendra.rai १८:४५, २१ दिसंबर २००९ (UTC)
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान
ध्यान दें, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ के बारे में एक नई चर्चा शुरू हुई है। कृपया अपनी राय देने के लिए वार्ता:उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ पर जाएँ। |
--गुंजन वर्मासंदेश ०९:५२, २४ दिसंबर २००९ (UTC)
Today's featured article
Like everything else in India, this wikipedia has also been politicized (and thats why India can't progress and so the Hindi wikipedia). Why do I think so? Because in Today's featured articles only a few admins' articles are being published but no interest is being shown to feature members' articles. So from now onwards I'll stop editing Hindi wikipedia articles and I'll be editing articles on either En wiki or Simple En wiki, because they people are far better than you bloody Indians. What is the reson I don't know but you people always take pride in politicizing everything. Please be more open and receptive to members' articles too because one by one everyone will leave this wiki and then only those few admins will be left to do whatever they feel like doing. In fact I'm looking to request to wikimedia foundation to terminate this project.
- आपको अपना नाम देना चाहिए, खैर में आपकी बातों से सहमत हूँ। यह बात मेरे भी अनुभव में आई है की केवल कुछ प्रशासक अपने मन से अपने बनाये लेखो को छापे जा रहे है भले ही इसके लिए उन्हें लेखो को पुनः प्रकाशित क्यों ना करना पड़े। मैं भी कुछ और दिन देखता हूँ फिर मैं भी इस विकी को छोड़ने का मन बना रहा हूँ। हाँ में इस परियोजना को बंद करने का निवेदन नहीं करूँगा, क्योंकि देखते है की कितना और राजनीतिकरण इस विकी का होता है। धन्यवाद। रोहित रावत १३:५४, २४ दिसंबर २००९ (UTC)
- हाँ मैं आपके बनाये लेखो की तो नहीं जानता लेकिन मेरे बनाये लेख आप या तो मेरे योगदानों में देख सकते है या मेरे सदस्य पृष्ठ पर भी देख सकते हैं। इन सभी लेखो को देखिये और बताइयें की इनमें से एक एक लेख को बनाने में आपको कितना समय लगेगा। मुझे लगता है की यदि में किसी अन्य विकी पर होता तो मेरी मेहनत को देखते हुए मुझे अब तक कदाचित प्रशासक भी बनाया जा चुका होता लेकिन भारत देश की तो राजनीति महान है ना। इस विकी पर तो मुझे अब तक किसी सदस्य ने ये तक नहीं कहा की मैं अच्चा काम कर रहा हूँ, प्रशासक बनाना तो खैर दूर की कौड़ी है। खैर में कुछ दिन और देखता हूँ फिर आगे निर्णय लिया जायेगा। रोहित रावत १३:५८, २४ दिसंबर २००९ (UTC)
- मैं इस पचड़े में कभी पड़ता ही नहीं। मेरा बस एक उद्देश्य है कि अधिकाधिक विषयों पर लेख हिन्दी में लिखे जांय। रोहित जी एवं अन्य से यही कहूँगा कि यदि कोई भेदभाव है भी तो उसे अनदेखा करके अपने मुख्य उद्देश्य में लग जाँय। प्रशासक बनने से क्या लाभ है, मुझे आज तक समझ में नहीं आया। यदि हम कुछ अच्छा लिखे हैं तो आज नहीं तो कल कोई उसे पढ़ेगा, उससे लाभान्वित होगा और मन-ही-मन लेखक की प्रशंसा करेगा। हाँ वह हमे पता नहीं चलेगी। तो क्या हुआ? -- अनुनाद सिंहवार्ता १४:१४, २४ दिसंबर २००९ (UTC)
विकिपीडिया स्वयं इतनी खूबसूरत और उपयोगी संकल्पना है कि समय के साथ उसकी प्रगति सुनिश्चित है। किसी एक सदस्य के होने या न होने का फर्क वैसे ही है जैसे हम किसी एक किताब को पढ़ लंप या न पढ़े हों। मुझे तारीफ की अपेक्षा नहीं है इसलिए धन्यवाद को दायित्व की तरह निभाने की भी मैने कभी कोशिश नहीं की। शायद यह संभव भी नहीं कि हर सौ संपादन के बाद कोई वार्ता पृष्ठ पर शाबासी दे। साथ ही विकिया पर काम कर कोई हिंदी जाति समाज या भारत देश पर अहसान जताए तो मैं स्वयं को कृतज्ञता के बोझ से मुक्त मानुँगा किंतु यदि किसी भी जाति, प्रांत या राष्ट्र की सतही निंदा करने से बचें इसके लिए मैं जरुर कृतज्ञ रहूँगा। वैसे किसी को शुक्रिया प्रबंधक बना दिया जाय जो सबका शुक्रिया अदा करते रहें तो मुझे आपत्ति नहीं होगी। ब्लडी वे हो सकते हैं जो नींव रखकर निर्माण का श्रेय चाहते हैं। चार कदम चलकर चाँद पर न पहुँचें तो चाँद को गालियाँ देने पर उतर आते हैं किसी समाज के सभी लोग नहीं। अनिरुद्ध वार्ता १६:०१, २४ दिसंबर २००९ (UTC)
- यहां शिकायत शायद हिन्दी विकिपीडिया के आलेख नामक स्तंभ के बारे में है, जिसे प्रथम शिकायतकर्त्ता ने अंग्रेज़ी में टुडेज़ फ़ीचर्ड आर्टिकल के नाम से लिखा है, जो कि टुडे होने के कारण आलेख व बाद के दो अक्षर निर्वाचित लेख का आभास दे रहे हैं।
- प्रथम तो ये कहना चाहूंगा कि शिकायतकर्त्ता ये स्पष्ट करें, कि ये शिकायत निर्वाचित लेख के बारे में है या आज का आलेख के बारे में है?
- द्वितीय अपना हस्ताक्षर लिखें, जिससे कि उनका नाम या योगदान ज्ञात हो सके, अन्यथा कैसे पता चलेगा कि इस शिकायत की ऑथेन्टिसिटी क्या है। मात्र आई.पी. संख्या 120.56.168.225 से तो मुश्किल होगा।
- हां आलेख में कुछ लेख पुनरावृत्त प्रकाशित हुए हैं, किंतु एक तो इस बारे में स्तंभ की अर्हताएं पूरी करते हुए लेख बनें, उन्हें प्रस्तावित किया जाये, तभी उन पर विचार किया जा सकता है। दूसरा यदि इस स्तंभ के स्तर में गिरावट लायी गयी तो सीधे सीधे हिन्दी विकी के स्तर पर भी फर्क दिखेगा। हां पुनरावृत्ति की शिकायत मैंने भी कई बार की है, जिस बारे में बेहतर मुनिता जी बता सकती हैं।
- रोहित जी का नाम मैंने प्रबंधक के लिए प्रस्तावित भी किया था। शायद उन्हें याद भी हो। साथ ही मैंने गुंजन जी का नाम भी प्रतावित किया था, जिसे उन्होंने स्वयं ही वापस ले लिया है।
- समय समय पर मैंने कार्यशील सदस्यों के योगदान को बार्न स्टार के रूप में सराहा भी है, जिसका उत्तर रोहित, गुंजन, और कुछ अन्य सदस्य दे सकते हैं।
- अनुनाद जी ने अपने संदेश में इतनी मूल्यवान बात लिखी है, कि उस पर किसी टिप्पणी की आवश्यकता है ही नहीं। वैसे भी वे वरिष्ठ सदस्य हैं।
- हां निर्वाचित लेख के बारे में मेरी इस प्रकार की वार्ता बहुत पहले पूर्णिमा जी से हो चुकी है। तब उन्होंने स्पष्ट किया था, कि निर्वाचित लेख के लिए क्या अर्हताएं व आवश्यकताएं होनी चाहियें। इसे सदस्यगण विकिपीडिया:निर्वाचित लेख आवश्यकताएं पर पढ़ सकते हैं। यदि कोई लेख इस पर खरा उतरता हो, तो अवश्य बतायें। मेरे भी कई बनाये लेख अभी भि परख पर प्रतीक्षारत हैं, जैसे लखनऊ। और अकबर के बारे में तो विस्तृत चर्चा हुई थी, जिसका भरपूर विरोध अकबर को विवादित कहकर कर दिया गया था। पर ठीक है, मैं भी तब चुप रहा कि बहुमत का आदर करना ही चाहिये। वैसे वहां बहुत से ऐसे लोग भी थे, जिन्हें कुछ प्रबंधक खास सम्मान देते हैं, हालांकि उन सदस्यों ने कुछ खास कार्य नहीं किया है यहां।
- इस प्रकार आलेख या निर्वाचित लेख के लिए सदस्यगण अपने प्रत्याशी सुझायें, साथ ही कुछ दृष्टिकोण अनुनाद जी जैसा भी बनायें। सब्र का फल सदा ही मीठा होता है।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०३:०९, २५ दिसंबर २००९ (UTC)
- यहां शिकायत शायद हिन्दी विकिपीडिया के आलेख नामक स्तंभ के बारे में है, जिसे प्रथम शिकायतकर्त्ता ने अंग्रेज़ी में टुडेज़ फ़ीचर्ड आर्टिकल के नाम से लिखा है, जो कि टुडे होने के कारण आलेख व बाद के दो अक्षर निर्वाचित लेख का आभास दे रहे हैं।
हिन्दी विकिपीडिया पर २१ व्यक्तियों को प्रबंधन का अधिकार प्राप्त है जिनमें से ३ प्रशासक हैं। प्रशासकों के नाम हैं: Hemanshu, Mitul0520 एवं Wolf, इसमें से प्रशासकों के लेख तो कभी मिलते नहीं है आज का आलेख के लिए। मितुल जी कभी कभार कुछ लिखते हैं। रोहित जी की ये बात कि केवल कुछ प्रशासक अपने मन से अपने बनाये लेखो को छापे जा रहे है भले ही इसके लिए उन्हें लेखो को पुनः प्रकाशित क्यों ना करना पड़े सटीक नहीं है। ये प्रतिक्रिया कल के लेख वास्को द गामा के लिए यदि थी जो कि पुनः प्रकाशित हुआ था तो मेरा जवाब यह है कि २४ दिसंबर वास्को द गामा की पुन्य तिथि थी जिस के अवसर पर यह लेख पुनः प्रकाशित हुआ था। यह पुनः प्रकाशित लेख किसी प्रशासक का बनाया हुआ नहीं है। इसके बदलाव इतिहास के आकड़े बताते हैं कि इसमें सबसे अधिक संपादन सदस्य:रोहित ने किए हैं। यदि कोई सदस्य इस विकि को छोड़कर जाना चाहते हैं तो मेरा नम्र निवेदन है कि वे ऐसा न करें। मेरा यह भी पूर्ण विश्वास है कि छोड़कर जाने के बाद भी उनका हिन्दी एवं विकि प्रेम उन्हें वापस यहाँ ले आएगा।--Munita Prasadवार्ता ०४:५९, २५ दिसंबर २००९ (UTC)
- मुनिता जी ने नम्र, सटीक और सीमित शब्दों में सही बात कही है। मेरा पूरा समर्थन उनके साथ इस बात पर है। हां इतना अवश्य कहना चाहूंगा, कि यदि किसी सदस्य निर्मित लेख को आलेख के उपयुक्त बनाना हो तो अवश्य किसी अन्य सदस्य/प्रबंधक आदि को उस पर मेहनत करनी पड़ेगी। और लेख उर स्तर को पार करने पर अवश्य आलेख में दिखायी देगा। हां मेरी ओर से ये आश्वासन भी लें, कि यदि कोई लेख किसी सदस्य को लगता है, कि उस स्तर पर पहुंचने लायक है, तो मेरी वार्ता पर बतायें, मैं स्वयं उसे यथाशीघ्र और आवश्यक सुधार कर मुनिता जी से आग्रह करूंगा कि उसे आलेख में स्थान दें। शायद मुनिता जी भी इस का समर्थन यहां दें। किन्तु हिन्दी विकी में जहां सक्रीय सदस्यों की इतनी कमी है, वहां कार्यरत रहना अपना दायित्व समझें। हां कुछ सदस्यों के लिए अवश्य दुःख होता है, कि वे प्रबंधक बनते ही कहां गायब हो गये, पता नहीं। --प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०५:४२, २५ दिसंबर २००९ (UTC)
सभी सदस्यों से निवेदन है, कि वे यथासंभव योगदान देकर इस सांचे की लाल कड़ियों को नीला करने में मदद करें। ये सांचा लेख भारत के लिये अतयंत महत्त्वपूर्ण है।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०१:५७, २७ दिसंबर २००९ (UTC)
- भारत हम भारतवासियों का पसंदीदा विषय है। इसकी लाल कड़ियों को नीला करने में मेरा पूरा सहयोग है।--Munita Prasadवार्ता ०६:२९, २७ दिसंबर २००९ (UTC)
ब्लॉगिंग संबंधी श्रेणियों का विलय
कोई प्रबन्धक कृपया निम्न श्रेणियों का विलय कर दें।
इस विषय में मेरा सुझाव है कि पहली तीन श्रेणियों को चौथी पर पुनर्निदेशित कर दिया जाये।-- श्रीश e-पण्डित वार्ता ०७:१९, २७ दिसंबर २००९ (UTC)
- श्रेणियों का विलय या पुनर्निदेशन कोई भी सदस्य कर सकता है इसके लिए प्रबंधक की आवश्यकता नहीं है। वैसे भी यह कोई सरल कार्य नहीं है। श्रेणियों को पुनर्निदेशित करने का परिणाम कुछ खाश अच्छा नहीं होता है। बेहतर होगा कि प्रत्येक श्रेणी के पृष्ठों में जाकर पुरानी श्रेणियों को हटा कर नई श्रेणियाँ लगाई जाएँ एवं यह कार्य कोई आसान काम नहीं है।--Munita Prasadवार्ता ०८:२१, २७ दिसंबर २००९ (UTC)
चिट्ठाकारी, चिट्ठाकारिता और ब्लॉगिंग श्रेणी में अब कोई लेख नहीं है। इन श्रेणियों के लेखों में उपर्युक्त श्रेणी चिट्ठा लगा दिया गया है। अतः शेष तीन श्रेणियों को यदि उचित समझें तो मिटा दें। अनिरुद्ध वार्ता २०:४५, २७ दिसंबर २००९ (UTC)
हिन्दी विकिपीडिया के किसी चित्र को अंग्रेजी विकिपीडिया के लेख पर लगाना
मैंने हिन्दी विकिपीडिया के लेख - हिन्दी चिट्ठाजगत पर एक फाइल अपलोड की। मैं उसे अंग्रेजी विकिपीडिया के लेख en:Hindi Blogosphere पर लगाना चाहता हूँ। मैंने कई तरीके से ट्राइ किया पर सफल नहीं हुआ। क्या फाइल दोबारा अंग्रेजी विकिपीडिया पर डालनी पड़ेगी। एक विकल्प है कि विकिमीडिया कॉमन्स पर डाल कर दोनों जगह प्रयोग हो सकती है पर वहाँ फाइल अपलोड करने के लिये लंबी-चौड़ी जन्मपत्री भरनी पड़ती है। क्य़ा इसी चित्र को अंग्रेजी विकि पर लगाया जा सकता है?-- श्रीश e-पण्डित वार्ता १०:५३, २९ दिसंबर २००९ (UTC)
- हाँ फाइल को दुबारा अंग्रेजी विकिपीडिया पर डालनी पड़ेगी। या फिर जैसा कि आपने ही कहा कामन्स पर अपलोड कर लीजिए। धन्यवाद।--Munita Prasadवार्ता ११:२२, २९ दिसंबर २००९ (UTC)
नव वर्ष की कामनाएं
सम्मान
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सुस्वागतम २०१०
मेरी ओर से हिन्दी विकिपीडिया के सभी सदस्यों को नववर्ष २०१० की हार्दिक शुभकामनाएँ। रोहित रावत १८:१०, ३१ दिसंबर २००९ (UTC)
गत वर्ष की गरिमापूर्ण उपलब्धियों के लिए कर्मनिष्ठ और कर्तव्य परायण विकिपीडियनों का शुक्रिया तथा आने वाले वर्ष के लिए ढेरों शुभकामनाएँ। मैं कामना करता हूँ कि इस वर्ष के अंत तक सक्रिए सदस्यों की संख्या चार अंकों में तथा संपादनों की संख्या सात अंकों में पहुँच जाय। अनिरुद्ध वार्ता ०१:३०, १ जनवरी २०१० (UTC)
संकल्प 2010
वर्ष 2010 में विभिन्न क्षेत्रों में घटने वाली ऐतिहासिक महत्व की घटनाओं से हिंदी विकिया न तो वंचित रहेगी न ही इसकी पूर्ति अंगरेजी विकिया के लेखों के अनुवाद के जरिए होगी। विकिया पर मैं कुछ और भले ही फुरसत मिलने पर करुँ लेकिन इस काम को समय निकालकर करने का संकल्प लेता हूँ। मैं विश्वास करता हूँ कि आवश्यकता पड़ने पर एवं आग्रह करने पर इसे पूरा करने में मेरी मदद की जाएगी एवं विश्वास दिलाता हूँ कि सामान्य स्थिति में सहयोग का अनुरोध कम-से-कम पाँच महिनों के बाद ही करुँगा। अनिरुद्ध वार्ता ०१:३३, १ जनवरी २०१० (UTC)
- ईश्वर आपके लिये सहायक रहे और आपके संकल्प में हम सदा ही साथ हैं। नव वर्ष के संग ये शुभकामनाएं भी ग्रहण करें।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ११:१९, १ जनवरी २०१० (UTC)
- हिन्दी विकी पर योगदान करने वाले सभी सदस्यों और प्रबंधकों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।--डा० जगदीश व्योम ११:४९, १ जनवरी २०१० (UTC)
- किसी आलोचक को विशेष वार्न स्टार का सम्मान देना निश्चय ही इस दृष्टि का परिचायक है कि विकी पर कार्य करने वालों में गाम्भीर लोग हैं जो अपनी आलोचना को सकारात्मक दृष्टि से लेते हैं। धन्यवाद। सभी को नव वर्ष मंगलमय हो।--आलोचक ११:५५, १ जनवरी २०१० (UTC)
- मेरी ओर से भी सबको नव वर्ष की मंगल कामनाएँ।--मुक्ता पाठक ०६:३५, ५ जनवरी २०१० (UTC)
- किसी आलोचक को विशेष वार्न स्टार का सम्मान देना निश्चय ही इस दृष्टि का परिचायक है कि विकी पर कार्य करने वालों में गाम्भीर लोग हैं जो अपनी आलोचना को सकारात्मक दृष्टि से लेते हैं। धन्यवाद। सभी को नव वर्ष मंगलमय हो।--आलोचक ११:५५, १ जनवरी २०१० (UTC)
- हिन्दी विकी पर योगदान करने वाले सभी सदस्यों और प्रबंधकों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।--डा० जगदीश व्योम ११:४९, १ जनवरी २०१० (UTC)
प्रमुख चित्र
मुखपृष्ठ पर जो चित्र लगाया गया है वह ऑस्ट्रेलिया के सिडनी महानगर की आतिशबाजी का दृश्य है फ्लोरिडा का नहीं। कृपया भूल को सुधारा जाए। धन्यवाद। रोहित रावत ०८:२७, २ जनवरी २०१० (UTC)
अनिरुद्ध जी के द्वारा यह पृष्ठ नियमित रूप से विकसित किया जा रहा है। प्रबंधको से निवेदन है की इसे हाल की घटनाओ मे नियमित रूप से जोड़ दीया जाये। --गुंजन वर्मासंदेश १२:१०, ३ जनवरी २०१० (UTC)
प्रबन्धक मुनिता के खिलाफ् शिकायत=
मने एक आदर्श सद्स्य होने के नाते "सम्मान" शिर्श्क के अन्तर्गत अपनी टिप्प्णि दे थी लेकिन मुनिता प्रसाद ने अपने अधिकारो का दुरुपयोग करते हुए इस टिप्प्णि को हटा दिया । ऐसा क्यों --Logic ०४:१२, ४ जनवरी २०१० (UTC)
- श्रीमान आपकी टिप्पणी जैसी की तैसी है। मैं तो हटाई नहीं हूँ। यदि किसी और टिप्पणी की बात कर रहे हैं तो किसी माननीय सदस्य ने हटाई होगी, बेकार में मुझे दोष न दे। पूराने अवतरणों में इसकी जाँच कर लीजिए।--Munita Prasadवार्ता ०५:००, ४ जनवरी २०१० (UTC)
हा.... हा ...हा ... ऐसे प्रबन्धक है यहां जो अपनी गलती दूसरो पर थोप देते हैं और मजे से तर्क देते हैं । मै यहा नया नही हूं आत तक आई पी अदेस से काम किया मजबूरी में यहा पना खाता बनाना पडा मै मुलतः अंगेजी विकि से आता हूं । आप मेरे सवालो का जवाब दें और केरे पुराने अवतरण को पुनः स्थापित करें । आपको शायद प्रबन्धक गिरी से निचे लाना पदॅगा ।--Logic ०५:५६, ४ जनवरी २०१० (UTC) आपसे विनम्र निवेदन है कि इस पृष्ठ को एक बार पुनः देख लें। सम्मान शिर्षक के अंतर्गत की गई आपकी टिप्पणी नहीं मिटाई गई है। अनिरुद्ध वार्ता १०:०३, ४ जनवरी २०१० (UTC)
मुनिता प्रसाद अंग्रेजी विकिपिडिया पर ब्लोक
एक मित्र द्वारा सुचना मिलि है कि इस तनाशह प्रबन्धक को आं अग्रेजी विकिपिडिया पर ब्लोक कर दिया गया हैं । स्रोत [1]Logic ०४:४३, ४ जनवरी २०१० (UTC) या जाए http://en.wikipedia.org/wiki/User_talk:Munita_Prasad
- श्रीमान भारत के गाँवों में सभी के आइ पी एड्रेस परमानेन्ट नहीं होते हैं। मेरा भी नहीं है। एक आइ पी किसी बॉट ने ब्लोक किया था किसी और का चूंकि मेरा आइ पी डायनामिक है जो कि बदलता रहता है इसलिए एक समान आइ पी सेयर होने के कारण मेरा आइ पी भी ब्लोक हो गया था। इसके लिए मैंने तुरन्त अंग्रेजी विकि के एक प्रबंधक को ई मेल किया। मेरा आइपी बदलते ही ब्लोक अनब्लोक हो गया। किसी ने मुझे जानबुझकर ब्लोक नहीं किया है जैसा कि आप चौपाल पर सूचना देकर लोगो को भ्रमित करके देना चाह रहे हैं।--Munita Prasadवार्ता ०४:५८, ४ जनवरी २०१० (UTC)
मैडम जी शायबद आप विकि को नही जानती । आप अपने शंवाद पर देखे कि आपको व्क नही दो बार चेतावनी मिल चुकी है। और बता दुं कि आपका नाम ब्लोक हुवा है कुछ और नही समझी प्रभन्ध्क जी
आपके लिए --Logic ०६:३७, ४ जनवरी २०१० (UTC)
- आप पूरी बात पहले समझिए एवं मेरी बात सुनिए, फिर किसी फैसले पर आइएगा, एक आई पी ब्लोक हुआ था एवं मेरा कन्कश्न डायनामिक आई पी होने की बजह से हो सकता है कभी वही आई पी मेरा एकाउन्ट भी सेयर किया हो इसलिए कुछ समय के लिए जब तक कि मैं कनेक्टेड थी दस मिनट या आधे घंटे मेरा आई पी भी ब्लोक हुआ हो। मैं अंग्रेजी विकि पर ब्लोक नहीं हूँ महाराज। आप को यदि साक्ष्य चाहिए तो ठीक है मैं एक पेज में एडिट कर रही हूँ उसका लिंक यहाँ दे रही हूँ एवं आप जाँच कर लीजिए।[2] आपने यह मसला चौपाल पर उठाया था एवं मैं नहीं चाहती कि आपके या किसी और के मन में मेरे प्रति कोई गलतफहमी जन्म ले इसलिए मैंने सफाई दी है एवं मैं समझती हूँ कि मैंने अपनी बात स्पष्ट कर दी है। यदि इसके बाद भी आप मेरी आलोचना जारी रखते हैं तो फिर मुझे कुछ नहीं कहना है।--Munita Prasadवार्ता ०६:३९, ४ जनवरी २०१० (UTC)
- ) आपको दो बातर चेतावनी लिकि थी सही या गलत
- ) आपने अपने को ब्लोक से हटाने के ले आवेदन किया थ सही या गलत
- ) तदुपरान्त ही आपको एक समय दिया गया था अपने बर्ताव को थीक करने के लिए। http://en.wikipedia.org/wiki/Category:Wikipedia_blocking
- ) आपने ऊपर लिखे मेरे सवालो का जवाब अभी तक नहि दिया है ।
- ) आपने पुरस्कारो का वितरण अपने तक सिमित सखा और बेवजह अपने प्संद के सद्स्यों को बाटाँ इस बार से अन्य प्रबधक भट्नागर भी आहत हैं ।
- ) मैने अद्र्श्य होकर योगदान किया था और आपने अलंकृत कर दिया हिन्दी को
- ) अगर आप कहती है कि आपने मेरा लेख नही हटाया तो किसने हटाया और क्यों ???
- ) अब आप प्रबन्धक है आप पता लगाईए और दोषी का नाम बता कर इसे चेतावकि दें ।--Logic ०७:०१, ४ जनवरी २०१० (UTC)
- थोड़ी देर के लिये मान लेते हैं कि मुनिता जी को अंग्रेजी विकिपिडिया पर रोका गया था। तो क्या हुआ? उसका हिन्दी विकिपिडिया पर उनके योगदान को नकारने के लिये उपयोग किया जा सकता है क्या?
आप अदृष्य या गुप्त रहकर हिन्दी में योगदान दे रहे हैं, यह तो बहुत अच्छी बात है। किन्तु 'सम्मान' के लिये झगड़ा कर रहे हैं यह चरित्र का दोगलापन है (एक तरफ अदृष्य रहना, दूसरी तरफ पुरस्कार नहीं मिला)
-- अनुनाद सिंहवार्ता ०८:४१, ४ जनवरी २०१० (UTC)
- थोड़ी देर के लिये मान लेते हैं कि मुनिता जी को अंग्रेजी विकिपिडिया पर रोका गया था। तो क्या हुआ? उसका हिन्दी विकिपिडिया पर उनके योगदान को नकारने के लिये उपयोग किया जा सकता है क्या?
भैइया मै 'सम्मान' के लिए नहि लड रहा बल्की न्याय के लिए लड रहा हुँ। च्लो सम्मान नही मिला कोई बात नही लेकिन मेरे लेख को मिटाने का क्या मतलब । 'सम्मान' तो एक बहाना है ये प्रबन्धक लोग अपना वर्चस्व कायम रखने के लिए ऐसा खेल खेलते हैं । --Logic ०८:४९, ४ जनवरी २०१० (UTC) • ) आपने पुरस्कारो का वितरण अपने तक सिमित सखा और बेवजह अपने प्संद के सद्स्यों को बाटाँ विकिपीडिया पर सम्मान चिन्हों का वितरण किसी विशिष्ठ व्यक्ति के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। ऐसा उपयुक्त तर्क के साथ आप भी कर सकते हैं। • इस बार से अन्य प्रबधक भट्नागर भी आहत हैं । आशीष जी की टिप्पणी से ऐसा तो नहीं लगता है! वैसे उनके जैसे वरिष्ठ और जिम्मेदार प्रबंधक से इसकी आशा भी नहीं की जा सकती है। • ) मैने अद्र्श्य होकर योगदान किया था और आपने अलंकृत कर दिया हिन्दी को आपने योगदान किया था इसका यह अर्थ तो नहीं कि हिंदी ने योगदान नहीं किया था और उनका सम्मान करना गलत है। • ) अगर आप कहती है कि आपने मेरा लेख नही हटाया तो किसने हटाया और क्यों ??? अगर संपादन हटाए गए हैं तो उसकी जाँच आप पुराने अवतरण में तो कर ही सकते हैं। यदि लेख हटाया गया है और कोई असावधानी हुई है जिसकी गुँजाइश नहीं के बराबर है, तो यह सार्वजनिक क्षति है इसे व्यक्तिगत मानकर द्वेष न रखें।
कृप्या अपनी टिप्पमी को व्यक्तिगत होने से बचाएँ। हिंदी विकिया के मात्र दो सौ सक्रिए सदस्यों तथा मात्र दो या तीन सक्रिए प्रबंधकों में से किसी कि भी क्षति अपूर्णिए होगी।
अनिरुद्ध वार्ता १०:३१, ४ जनवरी २०१० (UTC) तो क्या हम यहा अन्याय सहने को मजबूर हैं । मुनिता जी को अब अपने किए गए कामो का दंभ हो चला है । ऊपर जिन्हे पुरस्कार दिए गए है आधे से ज्याद ते उन्हि के ग्रुप के है । उल्ता जिन्के न्याय के लिए मै लड रहा हु वो भी इन दंभी प्रबन्धिका का साथ दे रहे है । मुझे तो अपने हिस्से का पुरस्कार ही चाहिए । काम मेरा और पुरस्क्र्त हो कोई और । ये अन्याय है घोर अन्याय --Logic ०५:२३, ५ जनवरी २०१० (UTC)
- सदस्य:Logic की बातें हास्यास्पद और अज्ञान से भरपूर है। उनको विकि पर ब्लॉक की पद्धति का ठीक से ज्ञान नहीं है। जिस भाषा में वे टिप्पणियाँ लिख रहे हैं वह अशुद्ध और अशोभनीय है। ऐसी भाषा में विकि पर काम करना भी अनुचित है। प्रबंधक आशीष भटनागर और मुनिता प्रसाद पर उनके आरोप उनकी अपरिपक्वता ही प्रकट करते हैं। प्रबंधक आशीष भटनागर आहत हैं? कमाल है लगता है इनसे ही मरहम पट्टी करवाने गए थे। वे साफ साफ लिखते हैं कि बार्न स्टार देने के लिए चर्चा की आवश्यकता नहीं कोई भी किसी को भी दे सकता है। वे तो इतनी बड़ी बात लिख गए। जहाँ तक मुनिता का सवाल है वे अपनी मर्जी से किसी को भी कभी भी बार्न स्टार दे सकती थी लेकिन उनका बड़प्पन है कि उन्होंने इस सार्वजनिक किया और सबकी राय माँगी। इसमें घमंड और दंभ कहाँ से आ गया। आपको अपने हिस्से का पुरस्कार चाहिए यह बात ही गलत है। पुरस्कार माँग कर और रुवाब दिखाकर मिलता नहीं। अपना अपना नज़रिया है। और यहाँ ग्रुप कौन से हैं जिनकी आप बात कर रहे हैं? मुझे काम करते एक साल हो गया मुझे कोई ग्रुप नहीं दिखाई दिये। हमें याद रखना चाहिए कि हम यहाँ काम करने के लिए आते हैं पुरस्कार के लिए झगड़ने के लिए नहीं। जो लोग इस प्रकार झगडने का रवैया अपनाएँ उनका सबको विरोध करना चाहिए।--मुक्ता पाठक ०६:१२, ५ जनवरी २०१० (UTC)
सम्मान जबर्दस्ति हासिल नहीं किया जा सकता। जो सचमुच काम करते हैं अगर उसपर (आपकी भाषा में) दंभ करें तो मैं उसका समर्थन ही करूँगा। जो सोए हैं उनका जिक्र भी नहीं, जो कभी कभी आते हैं उनके लिए पुरस्कार की ज़िद और जो निरंतर क्रियाशील हैं उनपर लांक्षन! धन्य है अन्याय के खिलाफ न्याय के लिए आपका संघर्ष। 15,000 संपादनों को कभी मिनट, घंटे और वर्ष में बदल कर देखिएगा। शायद आप समझ सकें कि टिप्पणियाँ आपके पक्ष में क्यों नहीं आ रही है।
क्षमा करें। मैं अपने हस्ताक्षर करना भूल गया था ।अनिरुद्ध वार्ता ०७:४३, ५ जनवरी २०१० (UTC)
आप सही लोगो की राय थीक हो सकती है लेकिन हिन्दी को अद्श्य होने पर खिताब देना कहा तक सही है । (भटनागर साहब के लेख को ठीक से देखो अक्ल के दुश्मनो) । यहां सभू वर्तमान क्रियाशील लोग इसे अपना ब्लोग बना बैठे हैं और इसमे से ज्यादातर ये औरते हैं (लेंगिक टिप्प्णि के लिए क्ष्मा पर य्या करू)। --Logic ०६:५१, ५ जनवरी २०१० (UTC)
- जिस भाषा और शैली का प्रयोग सदस्य Logic कर रहे हैं वह सभ्य शिक्षित समाज में स्वीकृत नहीं होना चाहिए। शर्म! शर्म! मैं उसका विरोध करती हूँ और प्रबंधकों से निवेदन करती हूँ कि उन्हें तुरंत ब्लॉक किया जाना चाहिए। वे अशिष्टता की सभी सीमाएँ पार कर चुके हैं। ऐसे सदस्यों को यहाँ रहने की अनुमति नहीं होनी चाहिए।--सुरुचि ०७:३१, ५ जनवरी २०१० (UTC)
e लैंगिक टिप्पणी अक्षम्य है। व्यक्ति चाहे क्षमा कर भी दे किंतु समय अपराधियों को कभी माफ नहीं करता। लोग अपराध करने से नहीं डरते क्योंकि उन्हें लगता है कि उनका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता। समझदार लोगों के लिए इतना संकेत कर देना काफी है कि याद रखें कि विकिया पर एक बार दर्ज कर दी गई टिप्पणी फिर कभी नहीं मिटती। और दुनिया में जिनियसों की कमी नहीं है। हर मिनट आईपी पता बदलने वाली तकनीक भी काम नहीं आएगी। इसलिए यह बेहतर है कि प्रतिभा निर्माण में लगाई जाय। अनिरुद्ध वार्ता ०७:३६, ५ जनवरी २०१० (UTC)
सदस्य लॉजिक की टिप्पणी
मैंने अपने पिछले सत्र कल प्रातः ०७३० के बाद आज अपराह्न २ बजे सत्रारंभ किया है। उसी बीच उपरोक्त चर्चाएं अस्तित्व में आयीं हैं। इस कारण अभी ही देखी हैं। इस बारे में मेरे विचार कुछ इस प्रकार से हैं:-
- सदस्य लॉजिक
- सदस्य लॉजिक को जो कुछ कहना है, वे सभ्यता की सीमा के अंदर स्वतंत्र हैं।
- अभी तक शायद वो सीमा उन्होंने लांघी नहीं है, अतएव उन्हें प्रतिबंधित करना, वो भी बिना किसी भी चेतावनी के एकदम गलत होगा। शायद ये एक और वी.के.वोरा मामले को जन्म दे।
- लॉजिक का योगदान वी.के.वोरा से अधिक ही है, व साथ ही वे अंग्रेज़ी के भी सदस्य हैं।
- मुनिता जी
- इन्होंने जो भी पुरस्कार या सम्मान की चर्चा की है, उनके बारे में मैंने पहले ही लिखा है, कि कोई भी किसी को भी दे सकता है, और जैसा कि मुक्ता जी ने भी कहा है कि मुनिता जी ने चर्चा की तो मात्र सर्व सम्मति और कोई छूट न जाये, इसलिये।
- मैं आहत हूं या नहीं, इस बात को अभी अलग रख दें, तो कहीं मैंने कुछ ऐसा लिखा नहीं है (लॉजिक जी क्षमा करें, उन्होंने मेरे बारे में सोचा और मैं ही बात को काट रहा हूं) और यदि मैं आहत हूं भी, तो ये मेरा और मुनिता जी का आपसी मामला है, यदि हम दोनों में से कोई भी इसे सार्वजनिक चर्चा में लाता है तो तब ही किसी को अधिकार होगा कि इस बात का प्रयोग करे। और शायद ये हम दोनों के लिये ही गलत होगा।
- मुनिता जी को भी मेरी बहुत सी बातें गलत लगती होंगीं, किंतु उसी प्रकार वे या तो सब्र करती हैं, या सभ्यता के भीतर रहकर बताती हैं, या हम निजी मेल पर चर्चा कर लेते हैं। यहां बात करना उचित नहीं होता।
- यदि मुनिता जी ने कोई लेख हटाया भी है, तो
- प्रथम तो ये उसे वापस ला सकते थे (इतिहास से देखकर),
- द्वितीय मुनिता जी से उस बारे में निवेदन करते।
- तीसरा कम से कम एक बार उस लेख का नाम तो बताते।
- हां यदि किसी टिप्पणी के बारे में ये बात है, तो भी उसे इतिहास से वापस लाया जा सकता है।
- सम्मान के बारे में
- इस बारे में मैं पहले भी लिख चुका हूं, कि कोई भी किसी को भी दे सकता है, हां मांग या दावा नहीम कर सकता है। ध्यान रहे कि मुनिता जी ने अपने स्वयं को इस गिनती से हटा लिया है, जो वे दूसरों के लिये गिना रहींहैं। मैंने भी आज तक बहुत काम किया है और बहुतों को बार्न स्टार भी दिये हैं, किंतु स्वयं अपने लिये तो नहीं मांगा।
- ये तो जिसे सही लगता हो, व उसके लिये पर्याप्त कारण देखे वो दे सकता है। हां अंग्रेज़ी विकी में पर्याप्त कारण के लिये जस्टीफाई शब्द मोटे अक्षरों में लिखा गया है। अतः उसे वही वरीयता मिलनी चाहिये, न कि खुले आम आलू प्याज बन जायें।
- इस प्रकार सदस्य लॉजिक को प्रतिबंधित करने का पर्याप्त कारण नहीं दिखता है। साथ ही उन्हें भी इस प्रकरण को भुला देना चाहिये( मेरे विचार से) और रुचि व लगन से यहां कार्यरत हो जाना चाहिये।
- किसी कारणवश यदि मुनिता जी को अंग्रेज़ी में प्रतिबंधित किया भी गया है, तो उससे हम हिन्दी वालों का सरोकार क्या है। हां यहां तो उन्होंने लगन व निषठा के साथ काम किया है, जिसके लिये उन्हें धन्यवाद स्वरूप कुछ सम्मान देना चाहिये। इस बारे में विशेष कहना चाहूंगा कि मैं पिछले संवाद में उनके लिये सम्मान की अनुशंसा करना भूल गया था। कारण शायद गुंजन जी द्वारा पहले ही प्रस्तावित करना रहा होगा। खैर अब करता हूं। हां मुक्ता जी को धन्यवाद देना चाहूंगा कि मैंने चौपाल पर मुनिता जी के प्रस्ताव में इनके नाम पर पर्याप्त योगदान की कमी की बात कही थी, फिर भि उसे भुला कर उन्होंने मेरी बाट का सही ही अर्थ लगाया है। (क्षमा करें ये मात्र योगदान मात्रा के बारे में था) इस आशा के साथ कि सदस्य लॉजिक मुझे या किसी को भी अन्यथा न लेंगे व संभव गलतियों के लिये मन ही मन क्षमा करेंगे, संवाद समाप्त करता हूं। --प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०९:१९, ५ जनवरी २०१० (UTC)
मशीनी अनुवाद अथवा अनुवादक बॉट से बने लेख
हे मित्रों मैंने देखा कि हिन्दी विकि पर कुछ लेख मशीनी अनुवाद करके बनाये गये हैं या फिर किसी बॉट के द्वारा उन्हें बनाया गया है। ऐसा एक-दो जगह wikitrans नामक बॉट के द्वारा भी किया गया है। मैं यह जानना चाहता हूँ कि इस प्रकार के लेख का क्या औचित्य है? मशीनी अनुवाद करके बने लेख जरा भी पठनीय नहीं होते, उन्हें समझने से आसान होता है कि मूल अंग्रेजी लेख पढ़ लिया जाय। तो मैं यह जानना चाहता हूँ कि इस बारे हिन्दी विकिपीडिया पर क्या पॉलिसी है? अगर मशीनी अनुवाद से ही लेख लिखने हैं तो फिर लोग-बाग क्यों मेहनत कर रहे हैं। पचास-साठ बॉट बनाकर छोड़ दीजिये, वे पूरे अंग्रेजी विकिपीडिया का हिन्दी अनुवाद कर देंगे।-- श्रीश e-पण्डित वार्ता ११:१८, ४ जनवरी २०१० (UTC)
- श्रीश जी इस प्रकार के मशीनी अनुवादों को रोका जाना चाहिए। इस प्रकार के स्तरहीन लेखों से अच्छा है कि अंग्रेजी विकिपीडिया के लेखों के पढ़ा जाएँ। आपके विचारों से सहमत हूँ। मैं ऐसे लेखों को पूर्ववत करती ही रहती हूँ। क्या करें हमारे यहाँ सक्रिय सदस्यों की भी तो बड़ी कमी है न जी।--Munita Prasadवार्ता ११:२७, ४ जनवरी २०१० (UTC)
- मुनिता प्रसाद विकि पर जितनी मेहनत ऑर लगन से कार्य कर रही हँ उसकी जितनी तारीफ की जाए वह कम ही होगी। इस तरह की टीका टिप्पणी करना ठीक नहीं हॅ।--आलोचक ०४:०६, ५ जनवरी २०१० (UTC)
सदस्य लॉजिक पर प्रतिबंध
प्रतिबंध के लिए अत्यधिक कारण उपलब्ध कराने के बावजूद प्रबंधकों से आग्रह है कि सदस्य लॉजिक को प्रतिबंधित न किया जाय। यह कदम समस्या का समाधान नहीं बल्कि नई समस्याएँ पैदा करेगा। पूर्व में उठाए गए प्रतिबंध के कदम इसके प्रमाण हैं। और विकिया पर प्रतिबंधित कर भी दें तो समाज में मौजूद यह सोच मिट नहीं जाएगी। हाँ हम सर्वसम्मति से लॉजिक की चौपाल सहित किसी भी पृष्ठ पर की गई अभद्र टिप्पणियों को मिटाने का अधइकार ले सकते हैं। अनिरुद्ध वार्ता ०७:५३, ५ जनवरी २०१० (UTC)
- मेरा भी यही विचार है कि 'लॉजिक' की बातों पर ध्यान न दिया जाय - यहीं इनके लिये पर्याप्त है। हम लोग काम में लगे रहें। आगे की कार्यवाही दो-तीन दिन और देखने के बाद की जाय। -- अनुनाद सिंहवार्ता ०८:०४, ५ जनवरी २०१० (UTC)
मुझे प्रतिबन्ध करने से पहले ये देखना जरूरी है कि मै किस प्रकार के दोष कर रहा हुं । मेने अन्याय के खिलाफ् आवाज उथाई है। मै पहले ऐसा नही था ना मेरी हिन्दी इतनी खराब है कि मै थिक से लिख भी ना सकुँ । और बिना मुझे विधिवत चेताननी दिए मुझे निलंबित करने की बात कहना भाषैइ आतंववाद है । आप सही कथित लोगो को भी निलंबित किया जा सकता हैं याद रखें । मने पहले भी माफी मांग ली थी (चाहे मेरी ट्प्प्णि देख लो) । --Logic ०८:३३, ५ जनवरी २०१० (UTC)
यह क्या हॅ लाजिक-
- इस बारे में मेरी राय भी ऋणात्मक है। पूर्ण विचार ऊपर सदस्य लॉजिक की टिप्पणी उपशीर्षक के अंतर्गत लिखे हैं।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०९:२२, ५ जनवरी २०१० (UTC)
- लाजिक जी इतना उछल कूद क रहे हॅ हिन्दी विकी के पाठक यह जानना चाहते हँ कि आखिर इनका हिन्दी विकी के लिए क्या योगदान हॅ अंग्रेजी विकी पर कुछ कर रहे होंगे ----- इससे हिन्दी विकी का क्या लेना देना हॅ-------122.177.202.1 ०४:१५, ७ जनवरी २०१० (UTC)
Needs a bit of translation but could be a great choice for featured article since sources and all are present.सेल्वराजबात २०:०४, ५ जनवरी २०१० (UTC)
मुखपृष्ठ पर छोटी सी भूल
तात्या टोपे भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के एक प्रमुख सेनानायक थे जनकी भूमिका महत्त्वपूर्ण, प्रेरणादायक और बेजोड़ थी। अनिरुद्ध वार्ता १८:५७, ६ जनवरी २०१० (UTC)
कृपया जनकी भूमिका में जनकी को जिनकी कर दें। अनिरुद्ध वार्ता ०८:०२, ७ जनवरी २०१० (UTC)
हिन्दी विकि पर धोखा धडी
प्रबन्धक मुनिता प्रसाद द्वारा पिक्ष्क्षले कई महिनो से गलत और भ्रामक सूचना दी जा रही है । उन्होने अपने सद्स्य पेज पर बताया है कि दाढीकेश प्रबन्धक है लेकिन वो प्रबन्धक नही है । जब मैने इस बारे में रिवाज के अनुसार उनके वर्ता प्रष्ठ पर उनसे बात की तो उन्होने दर के मारे अपना प्रष्ठ ही सेव कर दिया। आप सही से गुजारिश है कि इस बारे मिं मुनिता से बात करे । --Logic ०७:२५, ७ जनवरी २०१० (UTC)
शब्दार्थ जैसे लेख होने चाहिये?
मित्रों विकिपीडिया पर एक लेख है अमित, जरा इसे देखें और बतायें कि क्या विकिपीडिया पर इस तरह के लेख होने चाहिये? मेरे विचार से यह लेख विक्षनरी पर होना चाहिये। इस बारे क्या परम्परा है?-- श्रीश e-पण्डित वार्ता २३:३७, ८ जनवरी २०१० (UTC)
महिलाओं का अपमान करने और सहने वालों के लिए
काफी पुराने संवादों का अध्ययन कर के यह लिख रही हूँ-
- आशीष जी का विचार है कि सदस्य logic ने "अभी तक शायद वो सीमा उन्होंने लांघी नहीं है, अतएव उन्हें प्रतिबंधित करना, वो भी बिना किसी भी चेतावनी के एकदम गलत होगा। शायद ये एक और वी.के.वोरा मामले को जन्म दे।"
- शायद आप याद नहीं कर सकते है कि टैक्समैन ने वी के वोहरा को कैसे नियंत्रित किया था। हो सकता है कि आप टैक्समैन वाली नियंत्रण-पद्धति न जानते हों लेकिन आप सीख सकते हैं या उनसे निवेदन कर सकते हैं।
- महिलाओं के संबंध में एक दूसरा विचार है कि "विकिया पर प्रतिबंधित कर भी दें तो समाज में मौजूद यह सोच मिट नहीं जाएगी।" ठीक बात है समाज (केवल पुरुष) तो नहीं बदलेगा पर महिलाएँ तो बदल चुकी है। इसलिए विकिपीडिया पर अब केवल वही महिलाएँ काम करेंगी जो गालियाँ खा-खाकर काम करने की आदी हैं। कोई भी सम्मानित महिला अब इस विकि पर काम नहीं करेगी।--सुरुचि ०४:३९, ९ जनवरी २०१० (UTC)
• समाज में मौजूद यह सोच मिट तो नहीं जाएगी। बात यही खत्म नहीं हो जाती। बल्कि वास्तव में यहाँ से कबतक, कैसे, आदि अनेक सवालों की शुरुआत होती है। लेकिन चौपाल उसके लिए शायद उचित मंच नहीं है। विश्वास रखिए महिलाओं के सम्मान की और अपमान के प्रतिकार की किसी भी कोशिश को विकिया का समर्थन और साथ मिलेगा। आशा है कि मुनिताजी, पूर्णिमाजी, मुक्ताजी, आदि और आप सरिखे सदस्यों के कर्मों की रौशनी और कई सदस्यों को विकिया पर खींच लाएगी।
किसी सदस्य पर प्रतिबंध लगाना मौत की सज़ा के समान है। और मेरी जानकारी में लैंगिक अपमान की केवल एक टिप्पणी के आधार पर ऐसी सज़ा का प्रावधान भारत के केवल एक संस्थान में है। वहाँ भी इसका इस्तेमाल समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए किया गया है, किसी को समाप्त करने के लिए नहीं।
अनिरुद्ध वार्ता ०७:१५, ९ जनवरी २०१० (UTC)
- अनिरुद्ध जी, यह आधा आशीष भटनागर और आधा मुनिता जी का डायलॉग आपके ऊपर कुछ जमा नहीं। आपका तो अपना अंदाज़ ही सही था- बात निकलेगी तो... पर आपने उस संवाद को ही कत्ल कर दिया।--सुरुचि ०५:१९, ११ जनवरी २०१० (UTC)
- सुरुचि जी, किसी ने कोई गलती की या गलत भाषा को प्रयोग किया तो भी उसे नजर-अन्दाज करके काम करते रहने में ही हिन्दी विकि की भलाई है। इसलिये सारे विवाद पीछे दफन करते हुए आगे बढ़ा जाय।-- अनुनाद सिंहवार्ता ०६:०४, ११ जनवरी २०१० (UTC)
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चौपाल पर संदेश
मैं विगत कुछ दिनों से बाहर गया हुआ था, जिसके कारण यहां की प्रगति से अनभिज्ञ रहा हूं। आज ११ जनवरी को रात्रि ८:३० के बाद से सत्रारंभ किया है।
- सदस्य लॉजिक ने लैंगिक टिप्पणी की अवश्य थी, इन्होंने लैंगिक टिप्पणी के लिये क्षमा याचना भी वहीं के वहीं की थी। इसलिये ये अपनी सीमा में रहे।
- सदस्य के लॉजिक के बारे में मैंने अवश्य लिखा था जो मुझे लगा। वो ये कि उस समय तक मेरे विचार से उन्होंने सीमा नहीं लांघी थी (ये मेरा विचार था, उस समय)।
- किंतु आगे चलकर इन्होंने मुनिता जी के पृष्ठ पर छेड़खानी की है, उनके पृष्ठ पर अवांछित सांचे लगाये हैं।
- इन्हें यदि मुनिता जी से कोई आपत्ति थी, तो
- उनकी वार्ता पर संदेश दे सकते थे,
- उन्हें ई-मेल कर सकते थे।
- अधिकतम उनकी शिकायत कर सकते थे।
किंतु इन्होंने ऐसा न करके, सीधे उनके बारे में अवांछित टिप्पणियां चौपाल पर सार्वजनिक रूप से कीं, व उनके सदस्य पृष्ठ को संपादित भी किया, जो सामान्य स्थिति में सदस्य के निजी संपादन अधिकार में आता है। उस अधिकार का हनन सर्वथा गलत एवं अशोभनीय है, और सामान्यतया वर्जित ही समझना चाहिये। हम किसी को बार्न सम्मान भी देते हैं, तो उसके वार्ता पर ही। ये आगे सदस्य की इच्छा है कि वो उसे सदस्य पृष्ठ पर लगाये या नहीं।
- मुनिता प्रसाद के वार्ता में मैने कोई गलत एवं अशोभनीय बात नही जोडी मेने कहा था कि "यह अंग्रेजी विकि पर ब्लोक्द रहीं है जो सही हैं । उल्टा एक आई पी अड्रेस से मेरे मुख्य पेज पर गलत बात लिखिइ गैइ है और मेरा शक इन मैडम पर ही हैं हाँ कि ना --Logic ०६:३२, १२ जनवरी २०१० (UTC)"
- सदस्य दाड़ीकेश के प्रबंधक होने के बारे में यदि कुछ गलत बताया भी हो, तो इसमें कोई गलत बात नहीं है। वे एक पुराने सस्दस्य हैं, जिनके बारे में मेरा भि विचार यही था। और कोई भी सदस्य उनके सदस्य पृष्ठ पर देख लें, या प्रबंधक पृष्ठ पर भी देख सकते हैं। इसके लिये किसी को दोष देना एकदम गलत है।
- मेरा मत - यह साँचा प्रबन्ध्को के नाम दर्शाने के लिए निर्मित हुवा था । दाड़ीकेश प्रबन्धक नही है अतः ये लेखको को भ्रमित करने वाला तथ्य हैं । दूसरी ओर अनुनाद तो दाड़ीकेश से भी जयादा हिन्दी विकि पर आते हैं और उनकी लेखनी किसी प्रभन्धक या प्रबन्धिका (माफ् करें) से कम नहीं तो फिर उनका नाम भी डाले (हांलाकि ये भी सांचे के नाम के साथ गलत ही होगा) । हाँ कि ना --Logic ०६:३२, १२ जनवरी २०१० (UTC)
- इस प्रकार इन्हें चेतावनी दी जाती है, कि इस गतिविधियों से दूर रहें। विकिपीडिया की गरिमा बनाये रखने में सहयोग दें। अन्यथा कुछ कार्यवाई प्रतीक्षारत रहेगी। मेरी व्यक्तिगत सलाह है कि आपके योगदानों की यहां अत्यावश्यकता है। सक्रिय सदस्यों की बहुत कमी है। अतः हमें एक सक्रिय सदस्य खोने का दुःख होगा। अतएव आप भी यहां रहें एवं अत्यंत कार्यशील सदस्य मुनिता जी को भी अपने काम में लगे रहने दें। हां यदि आपको लगता है, कि आपके योगदान किसी अन्य पुरस्कार के लिये चुने गये सदस्य से अधिक हैं, व आप उससे पहले अधिकारी हैं, तो व्यक्तिगत रूप से मुझे ई-मेल करें। आशा है दूसरी चेतावनी का अवसर नहीं मिलेगा। --प्र:आशीष भटनागर वार्ता १५:२७, ११ जनवरी २०१० (UTC)
- आपकी चेतावनी सिर माथे लिकिन भईया इनको भी तो समझाओ कि गलती और अमर्यादित वव्हार ना करें --Logic ०६:३२, १२ जनवरी २०१० (UTC)
- सुरुचि जी के लिये विशेष कहना चाहूंगा। किसी की टिप्पणी से एकदम इतना विचलित न हों। एक तो उन्होंने तत्काल क्षमा जोड़ी हुई है। दूसरा कुछ तो समय देंगीं न कार्रवाई हेतु। असल में मैं ५ दिन छुट्टी पर था। इसलिये देरी के लिए क्षमा चाहूंगा। मेरा विचार है कि हमें सदस्य खोए बिना हल निकालना चाहिये।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता १५:३५, ११ जनवरी २०१० (UTC)
- सुरुची को कहना चाघिए कि हिन्दी मे शोध करने से हिन्दी ही आती है मानवता की समझ नही । मानवता की लेखनी पर भाषा का बंधन नही --Logic ०६:३२, १२ जनवरी २०१० (UTC)
- "हिन्दी मे शोध करने से हिन्दी ही आती है मानवता की समझ नही....." यह टिप्पणी तो आपत्तिजनक है..... क्या हिन्दी में शोध करने वालों में मानवता नहीं होती ?? ...... यह कैसे कह दिया लाजिक ने...........--आलोचक १५:०१, १२ जनवरी २०१० (UTC)
- सुरुची को कहना चाघिए कि हिन्दी मे शोध करने से हिन्दी ही आती है मानवता की समझ नही । मानवता की लेखनी पर भाषा का बंधन नही --Logic ०६:३२, १२ जनवरी २०१० (UTC)
- वाह मुनिताजी कैसे कैसे रूप में आती हैं (मुझे लगता है बस) हिन्दी एक भाषा है मानवता नही जो बेचारे अपनी भाषा बोल नही सकरे अर्थात गुंगे है आप उन्गे क्या कहेगिं । आपत्तिजनक तो वह शब्द है जो मैडम सुरुचि ने कहा था कि जो इस्लाम के पेद के गिरने पर था । वक कैसे एक समउदाय विषेष के धर्म के बारे में इस प्रकार की तिप्प्णि कर सकती हैं । --०७:०६, १३ जनवरी २०१० (UTC)
प्रमुख चित्र
मुख्य पृष्ठ पर प्रदर्शित प्रमुख चित्र अभी भी जनवरी के प्रथम सप्ताह का चित्र दिखा रहा है. प्रबंधक गण कृपया ध्यान दे.--गुंजन वर्मासंदेश ०४:५७, १३ जनवरी २०१० (UTC)
News Update
Hope you Hindi wikipedians will update news status about the earthqueake in Haiti. See thats why you people can't progress. Burj building was inagurated on 4th Jan 2010 and its still on the main page which is for news updates. All you people are just involved in getting your articles published on the main page and which makes Hindi wiki the worst wiki in terms of quality and updates. All fools on one platform. You idiots get updates here: [3]