विकिपीडिया:चौपाल

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    विकिपीडिया पर क्या चल रहा है


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    चौपाल पर अनर्गल टिप्पणी बाबत

    चौपाल पर लाजिक द्वारा की गयी दलित संबंधित टिप्पणी को हटाया जाना चाहिये ऐसी टिप्पणियो को देखकर वर्ग विशेष के लोगो को विकि हिन्दी के विषय मे गलतफहमी हो सकती है --अरूणेश दवे ०७:५४, २२ नवंबर २०१० (UTC)

    इस बात का पूर्ण समर्थन है, किन्तु पर्याप्त समर्थन या कुछ समय किसी भि वार्ता को हटाने से पूर्व मिलना चाहिये। --ये सदस्य हिन्दी विकिपीडिया के प्रबंधक है।प्रशा:आशीष भटनागर  वार्ता  ०८:०३, २२ नवंबर २०१० (UTC)
    लाजिक को यह अन्तिम चेतावनी है कि इस प्रकार की अनर्गल टिप्पणियाँ चौपाल पर मत लिखे, अन्यथा इसकी आई पी रेंज को अवरोधित करना पड़ सकता है--यह सदस्य हिन्दी विकिपीडीया के प्रबंधक है।Mayur(TalkEmail)  ०८:०६, २२ नवंबर २०१० (UTC)

    लाजिक के तथ्य एवं उनका जवाब

    1. मयूर ने मेरे और राजीव मास के दलित योगदानो पर खींज के साथ टिप्प्णि की ।
      1. उत्तर- जिस लिंक ने आपको यह सोचने पर विवश किया वह मुझे विकिमीडीया स्टीवर्ड jyothis ने दिया था। अत आपका आरोप निराधार है।
    2. आशीष ने सर्व्प्रथम "आरक्षण" शब्द का प्रयोग किया, जो दलितो पर सीधी जातिगत टिप्प्णी थी ।
      1. उत्तर-आशीष जी ने केवल आपको विकिनीतियों से अवगत कराया
    3. जानबुझकर मेरे पुराने संवादो को क्षिपा दिया गया, ताकि संवाद का संदर्भ ना लिया जा सके ।

    इस प्रकार के के तथ्य सिद्ध करते है कि हिन्दि विकि पर किस प्रकार का घिनोना कुचक्र चल रहा हैं । मयूर और आशीष दोनो ही हिन्दी तो जानते नही उल्टा हिन्दी विकि पर अपनी तानाशाही चला रहे हैं ।

      1. उत्तर- सदस्य अरुणदवे के सुझाव एवं आपकी टिप्पणियाँ अनुचित होने के कारण ऐसा किया गया
    • Steward ने मुझे बताया है कि जिस प्रकार के आरोप मयुर ने मुझ पर लगाए हैं ऐसा तो विकि पर आम है ।
      • उत्तर- पहली बात आपने किसी Steward से बात नहीं की, परन्तु आपकी एक बात सही है कि चेक युजर टेस्ट एवं इसके बिनाह पर सदस्यों को ब्लाक करना हर श्रेष्ठ विकि पर आम है
    1. भारत जैसे देश में जहां कम्प्युट इन्टनेट के लिए डिवोटिड लाइन नही है वहां पर नेट का आई पी अडेस बदलता रहता है । शायद तुक्के मे मयूर ने जानबुझ कर कोई आई पी अडेस मैच कर लिया होगा और षडयन्त्र बना कर मुझे लपेट लिया और मुझे प्रतिबन्धित कर दिया ।
      1. उत्तर-इसका जवाब चेक युजर टेस्ट ही है समान ब्राउजर, समान कम्पयूटर एवं समान आई पी और समान लेखन त्रुटियाँ बस इतना काफि है।
    2. Steward ने यह भी बताया कि अंगरेजी विकि में तो कोलेजो के एक ही कम्प्युटर पर ५०-५० प्रबन्धक और प्रशासक और लेखक प्रयोग करते हैं ।
      1. उत्तर- हाँ पर ये तो हिन्दी विकि है जहाँ ऐसा नहीं होता यहा तो कुल १६ प्रबंधक है। वैसे इसका जवाब भी चेक युजर टेस्ट ही है समान ब्राउजर, समान कम्पयूटर एवं समान आई पी और समान लेखन त्रुटियाँ, एक साथ उपस्थिति।
    3. Steward ने यह भी बताय कि अनेक बार प्रशासक अपने को गुट मे बाटकर गुटबन्दी करते है और विपक्षी लेखको प्रबन्धको जो उनकी बाते नही मानते, को आरोपित करते रहते है । इसका उदाहरण है कि अनेक पुराने विकिभाई हिन्दी विकि को छोड गए हैं ।
      1. उत्तर-भाईयों का तो मुझे पता नहीं परन्तु हमारी कई बहनें आपकी लैंगिक टिप्पणियों की वजह से विकि छोड़ कर अवश्य चली गयी है।
    4. Steward ने बताया कि आपके केस में जाति भावना हावी हैं और आपको डा अम्बेडकर से इस प्रकार के कुचक्रो का सामना करना सिखना चाहिए ।
      1. उत्तर- हाँ पर क्या Steward ने यह नहीं बताया कि अम्बेडकर जी से शांति, सद्भावना एवं सत्य की सम्रद्धि सीखनी चाहिये।
    5. Steward ने मुझे बताया कि आप केवल मुफ्त के योगदानकर्ता है और विकि के संविधान में आप किसी भी प्रकार से बाहर्री सरकारी संस्थाओं को शिकायत नही कर सकते। विकि इस बारे में पहले ही डिस्लक्लेमर दे देता हैं । (इसि लैए मैने गैर् सरकारी संगठनो से सहायता मांगी हैं)
      1. उत्तर- बस इतना कहूँगा "सत्यमेव जयते"
    6. मयूर ने राजीव मास को प्रतिबन्धित करने का सही समय चुना जब वे यहां नही हैं ।
      1. उत्तर-- आज सुबह ही उन्होने मेरे ईमेल का जवाब भेजा मैनें उन्हे ईमेल पर चौपाल पर आकर अपनी सफाई देने को कहा है। वैसे राजीव मास ३ माह पूर्व भी नहीं थे आपका चेक युजर टेस्ट काफि पहले कराया जा चुका है परन्तु मैनें सोचा कि शायद आप सुधर जायें।

    -लौजिक

    लाजिक द्वारा ऊपर बताये गये वाक्य कोरी कल्पना के अलावा कुछ भी नहीं, मैं इन्हे पहले भी बता चुका हूँ कि इनका चेक युजर टेस्ट मैने नहीं अपितु दो विकिमीडीया स्टीवर्ड्स ने मिलकर किया था उस टेस्ट में उन्होने मुझे बताया कि यह सदस्य लाजिक राजीवमास है। किसी भी विकि में केवल चेक युजर टेस्ट की बिनाह पर किसी सदस्य के दोनों खातों को अवरोधित किया जा सकता है। मैनें ३ माह प्रतिक्षा की, देखा की लाजिक की उत्पत्ति कब और कैसे हुई तो पता चला कि जनवरी २०१० के आरम्भ में जब प्रबंधक मुनिता जी ने कई सदस्यों को बार्नस्टार देने के लिये नामांकित किया तब एकदम से एक नये सदस्य लाजिक एवं कई दिनों से सुप्त प्रबंधक राजीवमास प्रकट हुए। सदस्य लाजिक ने यह कहकर कि वो अंग्रेजी विकिपीडीया से है(जबकि अंग्रेजी विकि पर उसका कोई खाता नहीं) मुनिता जी समेत कई महिला सदस्यों पर लैंगिक टिप्पणी भी की(पर क्यों, क्योंकि राजीव मास जी को मुनिता जी ने बार्न स्टार के लिये नामांकित नहीं किया। इसलिये बार बार उन्होने लाजिक के रुप में अपने नाम की सिफारिश भी की (यहाँ देखें फिर एक और आई पी से अपने कार्य की अनुसंशा की(यहां देखें पहले लिखा फिर मिटा दिया कि कहीं आई पी पकड़ा न जाये)। राजीव मास भी उस समय अचानक प्रकट हुए उन्होनें सबको अपना समर्थन भी दिया परन्तु उनको किसी भी बार्न स्टार के लिये नामांकित न करने के कारण मुनिता जी को परेशान करना आरम्भ किया और साथ में यह भी देखा गया कि राजीव मास ने प्रस्ताव को समर्थन देने के १ घंटे बाद लाजिक के रुप में केवल मुनिता जी का विरोध किया।

    मेरे विचार से इतने सबुत काफि थे आज सुबह ही राजीव मास जी का ईमेल मुझे प्राप्त हुआ जिसमें उन्होने अपने अकाउन्ट को अनब्लाक करने को कहा मैनें उन्हे चौपाल पर आकर अपनी सफाई देने को कहा है क्योंकि जब तक राजीव मास खुद आकर कोई सफाई नहीं देते, मेरे लिये क्या किसी के लिये भी यह विश्वास करना बहुत मुश्किल है कि ये दोनों सदस्य एक नहीं । क्योंकि विकि पर पाये जाने वाले समस्त परीक्षण यही सिद्ध करते है और जिस लिंक पर लाजिक एवं राजीवमास के समान रुचि वाले लेखों को प्रदर्शित किया गया था वह भी मुझे विकिमीडीया स्टीवर्ड jyothis ने दिया था। आप सभी जिसको इस परीक्षण के विषय में थोड़ा बहुत भी संदेह हो तो विकिमीडीया स्टीवर्ड jyothis' से इसका प्रमाण ले सकते है। दूसरी बात कि लाजिक ने किसी भी स्टीवर्ड से बात नहीं की, लाजिक महोदय के वाक्यों में झुठ की सफेदी के अलावा कुछ नजर नहीं आ रहा।

    परन्तु अब लगता है कि वी के वोहरा वाला इतिहास फिर से दोहराने के मोड़ पर है(क्योंकि लाजिक ने नया खाता logic1 खोल लिया है) जिसमें सदस्य लाजिक कई खाते बनायेंगे और हिन्दी विकि की प्रबंधक अपना समय बर्बाद करते रहेंगे, परन्तु मैं विश्वास दिलाता हूँ कि इस बार ऐसा कुछ नहीं होगा हिन्दी विकि किसी भी तरह की बर्बरताकारी से निपटने के लिये तैयार है। अभी हाल के लिये मैनें लाजिक का नया खाता लाजिक२ भी ब्लाक कर दिया है, शेष इसके बाद देखते है।--यह सदस्य हिन्दी विकिपीडीया के प्रबंधक है।Mayur(TalkEmail)  १८:४३, २२ नवंबर २०१० (UTC)

    सदस्य लॉजिक की तर्कहीन टिप्पणियाँ

    लॉजिकजी आप एक बात समझ लीजिए कि यहाँ कोई राजनीति का मैदान नहीं है जो आप वोट बटोरने के लिए जातिवाद को बीच में ले आए हैं। आपको क्या लगता है कि ऐसी तर्कहीन बातें लिखकर आप किसी की सहानुभूती बटोर पाएंगे? ऐसा नहीं है। आज भारत के लोग पहले से कहीं अधिक समझदार हैं और वे जानते हैं कि आप जैसे ओछे लोग अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए कभी जात तो कभी धर्म विशेष को बीच में ले आते हैं, जैसे कुछ वर्ष पूर्व इमरान हाशमी ने किया था मुम्बई में किसी सोसायटि में बंगला मिलने को लेकर। यदि आपको जातिभेद अनुभव हुआ था तो आपने पहले यह बात क्यों सबके सामने नहीं रखी? अब इस बात को बीच में लाना वास्तव में आपकी ही सोच का परिचायक है। आप कुछ भी लिख लें हिन्दी विकिपीडिया तो प्रगति करती ही रहेगी और आप जैसे विध्वंसात्मक सदस्यों पर प्रतिबन्ध भी लगता रहेगा। मैं लॉजिक जी के किसी भी कथन पर अन्तिम बार टिप्पणी कर रहा हूँ क्योंकि इनकी बातों पर टिप्पणी करना समय बर्बाद करना ही है। लॉजिक के एक कथन पर न जाने कितने सदस्यों को उत्तर देना पड़ जाता है और लम्बी-चौडी बहस आरम्भ हो जाति है जो व्यर्थ है क्योंकि ये तो अपनी हरकतों से बाज आने वाले नहीं हैं। और जहाँ तक रही बात महान दलित लोगों पर लेखों की तो बाबा भीमराव अम्बेडकर पर और अन्यों पर भी लेख बनें हुए हैं। आप बताइये की आपने कितने लेखों में या लेखों का योगदान दिया है? आपने एक तर्क दिया है गुटबाजी का जिसके कारण (आपके अनुसार) बहुत से विकिभाई और विकिबहने यहाँ से चले गए हैं। तो इसका कारण यह है कि विकिपीडिया एक स्वतन्त्र और निष्पक्ष मंच है जिसपर लिखते रहने के लिए कोई भी बाधित नहीं किया जाता। लोग अपनी इच्छा से आते है, योगदान देते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। ऐसे तो अंग्रेजी, जर्मन, रूसी, जापानी जैसी विकियों पर भी सैकडो में नहीं बल्कि हजारों की संख्या में सदस्य आते-जाते रहते है। तो क्या वहाँ भी जातिवाद कारण है? नहीं न? तो फिर। आपके द्वारा जातिभेद का व्यर्थ आरोप आपको प्रतिबन्ध मुक्त तो नहीं करेगा, हाँ उल्टे आप पर ही मानहानि का मुकद्दमा दायर किया जा सकता है हिन्दी विकि के सदस्यों और प्रबन्धकों पर आधारहीन आरोप लगाने का। और यदि आपको जातिभेद फिर भी लगता है तो क्यों नहीं आप यह मुद्दा विकिमीडिया बैठकों में उठाते, जो समय-समय पर भारत में भी आयोजित होती रहती हैं?रोहित रावत १५:४८, २२ नवंबर २०१० (UTC)

    हाँ यहां पर मेरी मानहानि हुई है,और साथ ही राजीव मास कि भी मै इसका भी जवाब लुंगा। मजे की बात ये है कि दलित लेखो के मामले में आप भी केवल डा अम्बेडकर का नाम ही गिना पाए । अगर वास्तव में आप इस समस्या का कारण खोजेंगे तो आपको पता लगेगा कि यही समस्या है । मै दलित लेखो को बढाने के लिए कृत्संकल्प हुं ।
    मुझे उपर लिखे तथ्यों का जवाब चाहिए बस, ऐसा इन दोनो ने कैसे किया और क्युं ?

    -लाजिक्

    प्रिय लाजिक जी। मुझे लगता है कि अनेक एकाउंट बनाने के कारण और उसमें बहुत जादा इनभाल्भ होने के कारण आप मल्टिपल परसनालिटी डिसआर्डर के शीकार हो गए/गई हैं। अगर आपने ध्यान नहीं दिया तो शायद कल आप जेंडर आइडेंटिटी डिसार्डर के भी शिकार हो जाएंगए। कम से कम आपकी अनर्गल प्रलापों को देखकर तो यही लगता है कि अभी आपका रोग आरंभिक अवस्ता मे है और आपको आराम करना चाहिए। मैं भी एक दलित लेखक हूँ और आपके इस फालतू प्रपंच में नहीं पड़ना चाहता (विकी पर मुझे कभी भी जातिगत बेइमानी नहीं दिखी सिवा आपके चपड़ चपड़ के) फीरभी आपको एक नेक सलाह दे रहा हूँ कि कृपया विकी की इस ज्ञान सरिता को अपने सड़े हुए विचारों से दुषीत न करे। करोड़ो लोगा इसे रेफेरेंस के रूप में पढत है। अगर आपके दिल दिमाग में तनिको भी राष्ट्रभक्ति भाषा सेवा की भावना हो तो अब बस करें। आपका भलाई चाहने वाला - मेटालॉजिक


    लॉजिक काण्ड वाला अंश चौपाल से कहीं छुपाया नहीं गया है। यह अंश सामान्य चौपाल पुरालेख प्रक्रिया के यहय चौपाल/पुरालेख०२१ को भेजा गया है। ऐसा हर बार चौपाल पृष्ठ भर जाने पर किया जाता है।
    यहां अनेक दलित लोगों के लेख बने हुए हैं, किन्तु उन्हें किसी दलित दृष्टि स४ नहीं बनाया गया है, वरन जैसे कोई अन्य वैसे ही वे लोग। जैसे मीरा कुमार, अर्जुन मुडा, और अनेक अन्य। अतः किसी का नाम लिखने की आवश्यकता नहीं रह जाती।
    इसके अलावा यदि ये दलित लोगों पर लेख लिखने के कृतसंकल्प ही हैं तो इनका स्वागत है। मैं ये वादा करता हूं, कि यदि इन्होंने सांसद मीरा कुमार पर २५० शब्दों का आलेख अर्हक लेख बना दिया तो मयूर से कह कर इनका प्रतिबंध हटवा दूंगा।
    और यदि इतन्मा भि इनके बस की नहीं तो ये दलित दलित कहकर शब्द का अपमान न करें। इनका उद्देश्य मात्र इस शब्द को उछालकर सनसनी फैलाना और अपना उल्लू सीधा करना मात्र रह जाता है। इससे अधिक लिखने को कुछ नहीं है। --ये सदस्य हिन्दी विकिपीडिया के प्रबंधक है।प्रशा:आशीष भटनागर  वार्ता  ११:०२, २३ नवंबर २०१० (UTC)
    ध्नयावद माई बाप , सिफारिश के लिए । वैसे आपको पता हि होगा कि मीरा कुमार कौन हैं । उनका लेख बानाने में आप के हाथ भी मेले तो नही हो जाएंगे ना । आप ही क्यो नही लिख कर अपने पापो का प्राश्चित क्यों नही कर लेते । मुझे तो आपने कुचक्र चला कर प्रतिबन्धित कर दिया हैं

    -लौजिक्

    लाजिक जी अब आप हिन्दी विकि पर हमेशा के लिये अवरोधित कर दिये गये है। आपके बर्ताव में कोई परिवर्तन नहीं है। इसके साथ में समस्त प्रबंधकों एवं सदस्यों से अनुरोध करुँगा कि लाजिक के किसी प्रशन का कोई उत्तर मत दें जैसा रोहित जी ने कहा कि यह केवल समय की बरबादी होगी। मैनें लाजिक पर पूर्ण रुप से प्रतिबन्ध लगा दिया है। इसके वाबजूद यदि किसी तरीके से यह यहाँ अपनी टिप्पणी देता है तो उसे यहाँ से हटा या रोलबैक कर दें, अंग्रेजी विकि पर यही किया जाता है। अब तक लाजिक के कई खाते जैसे Rajeevmass, Logic, Logic1, Logicc, Anila आदि अवरोधित कर दिये गये है। इसके अब लाजिक को और कोई मौका नहीं दिया जायेगा मैनें अब तक सिर्फ इसलिये लाजिक पर पूरी तरह प्रतिबन्ध नहीं लगाया था कि शायद वह अपनी गलती स्वीकार करे परन्तु बार बार लीगल थ्रेट्स देकर उसने हिन्दी विकि की कई नीतियों को भंग किया है। परन्तु अब यह मामला वीके वोहरा की तरह होता चला जा रहा है जिसमें लाजिक ने कई खाते खोलना आरम्भ कर दिया है अत: अब मैं लाजिक पर पूर्ण रुप से प्रतिबन्ध लगाता हूँ--यह सदस्य हिन्दी विकिपीडीया के प्रबंधक है।Mayur(TalkEmail)  १७:४५, २३ नवंबर २०१० (UTC)
    "में एक दलित लेखक हूं उपरोक्त संवाद को पढकर पता चला कि किस प्रकार हिन्दी विकि प्रबन्धक राजीव मास ने लौजिक् नामक चालू खाता बनाकर हिन्दी विकि एवं दलित समूदाय के मु पर कालिख पोत दी, आशीष-मयूर जी द्वारा किये गये चेक यूजर टेसट ने यह सिद्ध कर दिया कि लौजिक् राजीव मास है। इसके लिये ये दोनों प्रसंसा के पात्र है कि किस तरह महिला सदस्यों पर टिप्पणी करने वाले प्रबंधक राजीव कुमार(लौजिक्) का परदा फास हुआ। राजीव द्रारा बार बार लाजिक के रुप में दलित समुदाय का मजाक बनाया गया अत्: हम सब दलित मिलकर राजीव कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज करवायेंगे, हिन्दी विकि के प्रबन्धको से अनुरोध है कि वे इन राजीव कुमार उर्फ लाजिक जो दलित वर्ग का मजाक बनाने में लगे हुए है को अवरोधित कर दें साथ ही आशिष एवं मयूर जी से यह अनुरोध है कि वे चेक युजर से मिले इन दोनो सदस्यों के पते हमे दे जिससे इनके खिलाफ कार्यवाही की जा सके। हिन्दी विकि प्रशासको एव प्रबन्धको से निवेदन है कि हिन्दी विकि के इस मंच पर दलित वर्ग का नाम इस प्रकार मत उछ्लने दे-एक दलित पुलिस कर्मी एवं लेखक